Team India Captain, Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट में अब एक नया अध्याय लिखा जा रहा है. लंबे वक्त तक टीम इंडिया की कप्तानी करने वाले विराट कोहली के हाथ से अब तीनों फॉर्मेट की कमान चली गई है. टी-20 वर्ल्डकप से पहले ही विराट कोहली क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने की बात कह चुके थे, लेकिन उसके बाद बाकी बचे दोनों फॉर्मेट की कप्तानी भी उनके हाथ से निकल गई. टीम इंडिया अब नए कप्तान के साथ तैयार है. भारतीय क्रिकेट रोहित शर्मा के युग की शुरुआत हो रही है.
एक साल और दो वर्ल्डकप...
रोहित शर्मा को टी-20 और वनडे टीम का कप्तान जब बनाया गया, उसके तुरंत बाद वह चोटिल हो गए. ऐसे में फरवरी में होने वाली वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ एक तरह से उनके पूर्ण रूप से कप्तानी करियर की शुरुआत होगी. रोहित शर्मा के सामने इसके बाद चुनौती ही चुनौती है, क्योंकि अगले एक साल में टीम इंडिया को एक नहीं बल्कि दो वर्ल्डकप खेलने हैं.
साल 2022 के आखिरी में टी-20 वर्ल्डकप ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा, जिसका शेड्यूल जारी हो गया है. जबकि फरवरी-मार्च 2023 में टीम इंडिया अपने ही घर में वनडे का वर्ल्डकप खेल रही होगी. ऐसे में चोट से उबर कर लौट रहे नए कप्तान के सामने चुनौतियां कम नहीं होंगी. क्योंकि विराट कोहली और रवि शास्त्री के कार्यकाल में टेस्ट टीम का तो पूरी तरह से फेरबदल हो गया, लेकिन मौजूदा हालात देखकर यही लगता है कि भारतीय टीम को वनडे और टी-20 फॉर्मेट में भी वैसे ही बदलाव की ज़रूरत है.
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तैयार करनी होगी पूरी नई टीम?
साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में भले ही रोहित शर्मा शामिल नहीं थे, लेकिन उनकी नज़र इसपर ज़रूर रही होगी. भारतीय टीम की अलग-अलग क्षेत्रों में यहां पर पोल खुलती नज़र आई है, जो इस बात का अंदेशा देती है कि व्हाइट बॉल क्रिकेट में वर्ल्डकप के लिए टीम पूरी तरह तैयार नहीं है.
बॉलिंग यूनिट की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार, रविचंद्रन अश्विन में अब वह धार नहीं है कि वह सामने वाली टीम पर दबाव बना सकें. जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाले बॉलिंग अटैक में और भी रफ्तार लाने की जरूरत है, ऐसे में अगले एक साल में किन बॉलर्स पर भरोसा जताया जाता है इसपर भी नज़र रखी जाएगी.
क्योंकि मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर जैसे युवा खिलाड़ी टीम में आने को तैयार हैं. तो वहीं मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी बॉलर को फिर एक बार व्हाइट बॉल फॉर्मेट में तरजीह दी जा सकती है. वहीं, स्पिन डिपार्टमेंट में भी भारतीय टीम फिर एक बार युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव की ओर जाती दिख रही है लेकिन खुद रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस में राहुल चाहर के साथ काम कर चुके हैं, ऐसे में वह एक लंबे प्लान का हिस्सा बन सकते हैं.
वहीं, बैटिंग यूनिट में टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती मिडिल ऑर्डर में है, क्योंकि टॉप में रोहित शर्मा, विराट कोहली, शिखर धवन, केएल राहुल जैसे ऑप्शन आपके पास हैं. लेकिन अगर शिखर धवन-रोहित शर्मा की जोड़ी पर फिर भरोसा किया जाता है तो केएल राहुल को मिडिल ऑर्डर का भार अपने कंधों पर लेना होगा. वहां, ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों युवा खिलाड़ियों के साथ केएल राहुल का संयम अंदाज़ काम कर सकेगा.
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अब आएगा टीम में तूफान?
विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने हमेशा एग्रेसिव क्रिकेट खेलने की कोशिश की है, उसके कई बेहतरीन नतीजे भी निकले हैं. लेकिन टीम इंडिया आईसीसी ट्रॉफी से हमेशा दूर ही रही. रोहित शर्मा इस बात का जिक्र कई बार कर चुके हैं कि खुद के रन बनाना जरूरी नहीं है, वो ट्रॉफी काफी ज़रूरी है. ऐसे में जब निज़ाम नया है, तो टीम का अंदाज़ भी पूरी तरह से अलग होगा.
रोहित शर्मा ने कप्तानी संभालते वक्त कहा था कि वह इस टीम को इस तरह तैयार करना चाहते हैं कि अगर हम 10 रन पर तीन विकेट गिर जाएं, तब भी टीम वहां से संभल जाए. तब भी कोई ना कोई लड़ाई के लिए तैयार रहे. रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस की कप्तानी के दौरान कई बार अपने फैसलों से सभी को हैरान किया है, कई बार उनके वह फैसले सभी भी साबित हुए हैं.
विराट कोहली के दौर में कई बार ड्रेसिंग रूम में खटपट की बातें सामने आती रही हैं. कप्तानी को लेकर पिछले 5-6 महीने से जो विवाद हुआ, वह भी अभी ताज़ा ही है. ऐसे में रोहित शर्मा के सामने क्रिकेट फील्ड से अलग एक चुनौती ड्रेसिंग रूम के माहौल को तरोताज़ा करने की भी होगी.