साइक्लोन मोंथा (2025 का बंगाल की खाड़ी का तूफान) और हरिकेन मेलिसा (2025 का अटलांटिक महासागर का तूफान) आया हुआ है. ये दोनों समुद्री तूफान हैं जो तेज हवाओं, भारी बारिश और बाढ़ लाते हैं. लेकिन इनमें कुछ फर्क हैं - जैसे नामकरण, जगह और ताकत.
चक्रवात एक बड़ा घूमता हुआ तूफान है जो गर्म समुद्री पानी से बनता है. इसमें हवाएं 63 किमी/घंटा से ज्यादा तेज चलती हैं. ये उत्तरी हिंद महासागर (जैसे बंगाल की खाड़ी) में बनते हैं. हरिकेन भी वैसा ही तूफान है, लेकिन ये अटलांटिक महासागर या पूर्वी प्रशांत में बनता है.
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साइक्लोन मोंथा 2025 में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से से आया. अक्टूबर के आखिर में एक कम दबाव वाला क्षेत्र बना, जो गर्म समुद्री पानी (28-30°C) और नम हवा से तेजी से बढ़ा. ये डीप डिप्रेशन से साइक्लोनिक स्टॉर्म बन गया. ये आंध्र प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है. 28 अक्टूबर की शाम या रात को काकीनाडा के पास टकराने वाला है.

हरिकेन मेलिसा 2025 के अटलांटिक तूफान सीजन का पांचवां हरिकेन है. ये अक्टूबर की शुरुआत में पश्चिम अफ्रीका तट से निकली 'ट्रॉपिकल वेव' (एक लहर जैसी हवा) से बना. 25-26 अक्टूबर को ये तेजी से बढ़ा और कैटेगरी 5 बन गया. अभी (28 अक्टूबर 2025) ये कैरिबियन की तरफ बढ़ रहा है, जमैका में 29 अक्टूबर को टकराने वाला है. हवाएं 282 किमी/घंटा तेज.
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नाम रखने से लोग आसानी से तूफान को पहचानते हैं. चेतावनी फैलाते हैं. साइक्लोन (भारतीय महासागर): विश्व मौसम संगठन (WMO) के 13 देश (जैसे भारत, थाईलैंड, बांग्लादेश) नाम सुझाते हैं. नाम छोटे, आसान और सांस्कृतिक होते हैं.

मोंथा नाम थाईलैंड ने WMO को सुझाया. थाई भाषा में इसका मतलब सुगंधित फूल या सुंदर फूल है. नाम छोटा, याद रखने लायक. जब हवाएं 62 किमी/घंटा पहुंचीं, तो ये नाम दिया गया. मोंथा अभी टकराने वाला है, लेकिन नाम रिटायर होने का खतरा है अगर नुकसान ज्यादा हुआ.
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मेलिसा 2025 की अटलांटिक नाम लिस्ट का 13वां नाम है (मार्को, नाना, ओमार के बाद). ये WMO की 6-वर्षीय लिस्ट से घूम-फिरकर आया. पहले 2019 में मेलिसा एक कमजोर तूफान था, लेकिन रिटायर नहीं हुआ. अगर 2025 वाला बहुत नुकसान करे, तो नाम बदल देंगे. नाम आसान उच्चारण के लिए चुने जाते हैं.

मोंथा की चरम ताकत सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म है - हवाएं 90-100 किमी/घंटा, Gust 110 किमी/घंटा. 28 अक्टूबर 2025 को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास टकराएगा.
मेलिसा 2025 का सबसे ताकतवर तूफान - कैटेगरी 5, हवाएं 282 किमी/घंटा, दबाव 906 mb (बहुत कम, मतलब ताकतवर).

मोंथा अभी टकराने वाला है, लेकिन आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी तबाही की आशंका - भारी बारिश से फ्लैश फ्लड, हवाओं से बिजली लाइनें/घर टूटना, समुद्री लहरों से तटीय इलाके डूबना. हजारों लोग प्रभावित, फसलें/मत्स्य पालन बर्बाद. एनडीआरएफ तैनात, लाखों को निकाला जा रहा.
मेलिसा जमैका का सबसे बुरा तूफान होगा - पहले ही हैती में 4 मौतें. अनुमान: $50-100 बिलियन नुकसान, हजारों घर बर्बाद, बाढ़-भूस्खलन से सैकड़ों मौतें. 30-40 इंच बारिश, 160-180 मील/घंटा हवाएं, बिजली-पानी कट. क्यूबा/हैती में और बुरा हाल. नाम रिटायर होने लायक.