दिल्ली-एनसीआर में 23 मई 2022 की सुबह करीब 6 बजे, तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. तापमान में तेज गिरावट आई. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) सुबह 5:40 बजे से 7 बजे तक तापमान में 11 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ गई. दिल्ली में जो तापमान 29 डिग्री सेल्सियस था, वह सुबह 18 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. बारिश के साथ हवाएं भी 60 से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही थीं.
पानी की बूंदों में भीगे हुए पेड़ तेजी से हिल रहे थे. कई स्थानों पर पेड़ों की डाल भी टूटी है. बिजली, संचार और इंटरनेट व्यवस्था बिगड़ी है. साथ ही यातायात भी बाधित हो रहा है. हैरानी ये है कि मॉनसून अभी श्रीलंका के नीचे मौजूद है. इसके आने से पहले ऐसा 'मॉनसूनी मौसम' कैसे बन गया? आइए आपको समझाते हैं कि आखिर माजरा क्या है?

मौसम बदलने की चार वजहें हैं
पहला तो ये असल में Delhi-NCR पर आए मौसमी बदलाव की वजह है अफगानिस्तान के काबुल के दक्षिण-पूर्व और पाकिस्तान के मुल्तान के उत्तरी हिस्सों के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) बना है. ये जानकारियां ISRO के INSAT-3D सैटेलाइट से मिल रही हैं. ये पश्चिमी विक्षोभ समुद्र की सतह से करीब 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर ट्रोपोस्फेयर में बना हुआ है.
Thundershower with moderate intensity rain and gusty winds with speed of 60-90 Km/h would continue to occur over and adjoining areas of entire Delhi and NCR ( Loni Dehat, Hindon AF Station, Bahadurgarh, Ghaziabad, Indirapuram, Chhapraula, Noida, Dadri, Greater Noida, Gurugram,
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 23, 2022
दूसरी वजह है पंजाब-हरियाणा के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) बना हुआ है. यह समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर मौजूद है. यह अस्थाई है. ज्यादा दिन नहीं टिकेगा. ऐसा ही सर्कुलेशन पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ऊपर बना हुआ है. यह भी 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर बना है. यानी पंजाब-हरियाणा और यूपी के साइक्लोनिक सर्कुलेशन में पश्चिमी विक्षोभ की तरफ से आने वाली गर्म हवा फंस गई हैं. जिससे Delhi-NCR के ऊपर बादलों ने डेरा जमा लिया है. ओडिशा में भी एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है.
तीसरी और चौथी वजह है बंगाल की खाड़ी और केरल के पास अरब सागर में बादलों का क्लस्टर. ये ठंडी हवाओं को ऊपर की ओर भेज रहे हैं. जिससे मौसम ठंडा है. अफगानिस्तान-पाकिस्तान में बने पश्चिमी विक्षोम, पंजाब-हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से पंजाब से लेकर झारखंड तक एक टर्फ लाइन बन गई है. जिसकी वजह से उत्तरी भारत में अभी अगले दो दिनों तक इसी तरह का मौसम देखने को मिल सकता है.

राहत के 2-3 दिन और, फिर बढ़ेगी गर्मी
IMD के अनुसार गर्मी से राहत दो-तीन दिन और रहेगी. आज यानी 23 मई 2022 को दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, पूरे यूपी, राजस्थान का पूर्वी और उत्तरी इलाका, गुजरात के कुछ हिस्सों में कड़कती बिजली के साथ बारिश होगी. इन जगहों पर मौसम विभाग ने अलर्ट रहने को कहा है. 24 मई से कड़कती बिजली के साथ बारिश होने की संभावना है. इसमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, यूपी, राजस्थान, गुजरात का कुछ हिस्सा शामिल है. यानी इन इलाकों में बिजली चमकेगी. तूफान के साथ बारिश हो सकती है.

ये भी जानिए कि Monsoon दिल्ली कब तक आएगा?
मॉनसून (Monsoon) फिलहाल श्रीलंका के ठीक नीचे पहुंच गया है. केरल में यह 1 जून को पहुंच जाएगा. इसके बाद दिल्ली तक आने में इसे एक महीने का समय लगेगा. यानी यह 25 जून से 30 जून के बीच दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (Delhi National Capital Region) को भिगाना शुरु कर देगा. हालांकि, अगर पश्चिम बंगाल, पाकिस्तान-अफगानिस्तान, या फिर अरब सागर में किसी तरह के सर्कुलेशन या पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता बढ़ती है तो उससे मॉनसून के आने के समय में थोड़ा बहुत अंतर आ सकता है. या फिर उसकी तीव्रता कम या ज्यादा हो सकती है.
अगले दो दिनों में कहां पर कैसा रहेगा मौसम?
24 मई 2022 को पंजाब, यूपी और झारखंड में थंडरस्टॉर्म होने की संभावना है. 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. अंडमान-निकोबार, मध्यप्रदेश, ओडिशा, गंगा के मैदानी इलाके वाले पश्चिमी बंगाल का हिस्सों में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं चल सकती हैं. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, विदर्भ, छ्त्तीसगढ़, बिहार, लक्षद्वीप और माहे में बिजली कड़कती रही.
राजस्थान के कुछ इलाकों में धूल भरी आंधी चल सकती है. हवाओं की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है. 25 मई 2022 को उत्तर प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, लक्षद्वीप और केरल में थंडरस्टॉर्म का अनुमान है. इसका असर दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिलेगा. गर्मी से राहत रहेगी.

पेड़ टूटे, जाम लगा, चारों तरफ अफरा-तफरी
दिल्ली-एनसीआर में सुबह से हो रही बारिश और तेज आंधी की वजह से दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को पेड़ गिरने की तकरीबन 100 से ज्यादा कॉल मिली हैं. लेकिन कहीं भी कोई फंसा नहीं न ही कोई घायल हुआ. तीन जगहों से दीवार गिरने की कॉल मिली जिसमें मोती नगर इलाके के दीवार गिरने से 3 लोग घायल हुए हैं. फायर डिपार्टमेंट का कहना है की हम पूरी तरह से अलर्ट हैं और लगातार कॉल आ रही है उसे अटेंड कर रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में सड़क पर जलभराव हुआ.