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असम में बाल विवाह करने वालों पर एक्शन, ओवैसी ने पूछा- शादीशुदा लड़कियों का क्या होगा?

असम में अब तक 2211 लोगों को बाल विवाह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. असम में गुवाहाटी, विश्वनाथ, गोलापारा, करीमगंज, मोरी गांव, बोंगाईगांव, जोरहाट में कार्रवाई की गई है. असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि अब तक पूरे प्रदेश में बाल विवाह से संबंधित 4,074 केस दर्ज किए गए.

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AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी.
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी.

असम में बाल विवाह के आरोप में ताबड़तोड़ कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है और लोगों की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई है. ओवैसी ने कहा कि लड़कों की गिरफ्तारी के बाद शादीशुदा लड़कियों का क्या होगा? उनकी देखभाल करने वाला कौन रहेगा? असम में बीजेपी मुस्लिमों के खिलाफ है.

बता दें कि असम में बाल विवाह के आरोप में अब तक 2211 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. असम में गुवाहाटी, विश्वनाथ, गोलापारा, करीमगंज, मोरी गांव, बोंगाईगांव, जोरहाट में कार्रवाई की गई है. असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि अब तक पूरे प्रदेश में बाल विवाह से संबंधित 4,074 केस दर्ज किए गए. जबकि 8,134 लोगों की पहचान की गई है. आज सुबह तक 2,211 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. हमें लगभग 3,500 लोगों को गिरफ्तार करना होगा.

जिन लड़कियों की शादी हो गई, उनका क्या करेंगे?

असम सरकार के एक्शन पर ओवैसी भड़क गए हैं. ओवैसी का कहना था कि असम में पिछले 6 साल से बीजेपी की सरकार है. ये तो आपका फेलियर है. तब आप क्या कर रहे थे? इस तरह की गिरफ्तारियां करके आप एक और मुश्किल खड़ी कर रहे हैं. जो शादी हो चुकी हैं, उन लड़कियों का क्या करेंगे आप? कौन देखभाल करेगा उनकी? चाहे वो किसी समुदाय की हों.

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'आपने अब तक कितने स्कूल खाेले हैं'

उन्होंने कहा कि अब तक सरकार ने 4 हजार केस बुक कर लिए हैं. अभी 4 हजार और केस बुक करने की बात कर रहे हैं. ऐसे बड़ा सवाल यही है कि अगर आप लड़के को जेल भेज देंगे तो लड़की की देखभाल कौन करेगा? वहां स्कूल क्यों नहीं खोल रहे हैं आप? असम में आपने कितने स्कूल खोले हैं? स्कूल खोलिए, कौन रोक रहा है आपको? असम में बीजेपी की सरकार मुस्लिमों के खिलाफ है. उन्होंने ऊपरी असम में भूमिहीन लोगों को जमीन दी, लेकिन निचले असम में ऐसा नहीं किया.

'असल मुद्दों पर बात नहीं कर रही बीजेपी'

चुनावी रैली में असम के मुख्यमंत्री के बाबरी मुद्दे पर बयान दिए जाने पर ओवैसी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि वे असल मुद्दों पर बात नहीं कर पाएंगे. वे मुद्दों पर पर्दा डाल रहे हैं. अडानी मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक पर कहा कि हमें बुलाया जाएगा, तब ही हम जाएंगे. हम इस पर संसद में बोलेंगे. इसकी संसद में चर्चा होनी चाहिए.

ओवैसी ने संसद सत्र को लेकर कहा कि मैं कई मुद्दे उठाना चाहता हूं. मेरा मानना ​​है कि अगर संसद नहीं चल रही है तो यह मोदी सरकार के लिए फायदेमंद है. वे मुद्दों से भाग रहे हैं.

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