सऊदी अरब में हुए बस हादसे के बाद भारत सरकार का एक हाई-लेवल डेलिगेशन बुधवार को सऊदी अरब का दौरा करेगा. यह दौरा मदीना के पास हुए हादसे में शामिल भारतीय तीर्थयात्रियों को सहायता देने के लिए किया जा रहा है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस डेलिगेशन की अगुवाई आंध्र प्रदेश के राज्यपाल, जस्टिस एस अब्दुल नजीर करेंगे.
हादसे में मारे गए ज्यादातर जायरीन (तीर्थयात्री) तेलंगाना के बताए गए हैं. इंडियन डेलिगेशन सऊदी अधिकारियों के साथ राहत उपायों की निगरानी करेगा.
यह बस हादसा पवित्र शहर मदीना के पास सोमवार तड़के करीब 1.30 बजे हुआ. इस हादसे में कई भारतीय उमराह तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. बस में 40 से ज्यादा भारतीय जायरीन थे और खबरों के मुताबिक, बस एक तेल टैंकर से टकरा गई थी.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता
MEA के बयान के मुताबिक, राज्यपाल जस्टिस एस अब्दुल नजीर के साथ विदेश मंत्रालय के सचिव (काउंसलर, पासपोर्ट और वीजा प्रभाग और प्रवासी भारतीय मामले) अरुण कुमार चटर्जी भी सऊदी अरब जाएंगे. यह डेलिगेशन वहां के अधिकारियों, जिसमें हज और उमराह मंत्रालय भी शामिल है, के समन्वय से राहत कार्यों की पूरी निगरानी करेगा. डेलिगेशन मृतकों के अंतिम संस्कार में भी शामिल हो सकता है.
परिवारों की यात्रा और सहायता...
भारत सरकार ने इस दुखद हादसे पर गहरा दुख जताया है और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताई है. जेद्दा में भारतीय मिशन ने स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर अधिकारियों को भेजा था. भारतीय दूतावास (रियाद) और महावाणिज्य दूतावास (जेद्दा) स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर शवों की पहचान में तेजी लाने के लिए काम कर रहे हैं. इसके अलावा, सरकार मृतकों के परिवारों की सऊदी अरब यात्रा में भी सहयोग कर रही है.
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सुरक्षित और प्रभावी सहायता का वादा
भारत सरकार इस त्रासदी से प्रभावित भारतीय नागरिकों का समर्थन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. सरकार तेजी से और प्रभावी सहायता मुहैया कराने के लिए काम कर रही है. MEA ने साफ किया है कि भारत सरकार पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआ करती है.