मदीना (Medina) सऊदी अरब का एक अत्यंत पवित्र, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक नगर है, जिसे इस्लाम धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है. यह शहर पैगंबर मुहम्मद साहब से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है. मक्का के बाद मदीना इस्लाम का दूसरा सबसे पवित्र स्थान माना जाता है. यहीं स्थित है मस्जिद-ए-नबवी, जो दुनिया भर के मुसलमानों के लिए श्रद्धा का केंद्र है. इस मस्जिद के भीतर पैगंबर मुहम्मद साहब का मुबारक रौजा मौजूद है, जिसे देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं.
मदीना न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत समृद्ध है. हिजरत के बाद पैगंबर साहब ने यहीं से इस्लाम का संदेश फैलाया और एक न्यायपूर्ण समाज की स्थापना की. इस्लामी इतिहास के कई निर्णायक क्षण मदीना में घटित हुए, जिन्होंने पूरी दुनिया पर गहरा प्रभाव छोड़ा.
आज का मदीना आधुनिकता और परंपरा का सुंदर मिश्रण है. चौड़ी सड़कों, साफ-सुथरे वातावरण और यात्रियों के लिए उपलब्ध बेहतरीन सुविधाओं के कारण यह दुनिया के सबसे शांत और सुरक्षित शहरों में गिना जाता है. धार्मिक महत्व, आध्यात्मिक शांति और ऐतिहासिक विरासत के कारण मदीना हर मुसलमान के दिल में बसता है और दुनिया के सबसे सम्मानित शहरों में शामिल है.
मदीना से हैदराबाद जा रही इंडिगो की फ्लाइट में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक यात्री ने कह दिया कि उसके पास बॉम्ब है. सुरक्षा एजेंसियां तुरंत हरकत में आईं और विमान को अहमदाबाद में इमरजेंसी लैंड कराया गया. राहत की बात यह है कि अब तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है.
सऊदी अरब में मदीना के पास हुए बस हादसे के बाद भारत सरकार ने सहायता के लिए एक हाई-लेवल डेलिगेशन भेजने का फैसला किया है. जस्टिस एस अब्दुल नजीर की अगुवाई में टीम राहत कार्यों, शवों की पहचान और पीड़ित परिवारों की मदद पर नजर रखेगी. हादसे में कई भारतीय उमराह यात्री मारे गए.
सऊदी अरब में उमरा यात्रियों की बस हादसे में 45 भारतीयों की मौत हुई, जिनमें हैदराबाद के एक ही परिवार के 18 सदस्य शामिल थे. तीन पीढ़ियों के लोग एक साथ खत्म हो गए. रिश्तेदार न्याय की मांग कर रहे हैं और हादसे की पूरी जांच चाहते हैं.
मदीना के पास हुए दर्दनाक बस हादसे में 45 भारतीय उमरा यात्रियों की मौत ने कई परिवारों को हमेशा के लिए तोड़ दिया. दशकों से हज और उमरा यात्राओं में होने वाली त्रासदियों की यह सबसे भयावह घटनाओं में से एक है. यह रिपोर्ट उन हादसों की कहानी बयां करती है, जिनमें श्रद्धा की यात्राएं अचानक मौत की खबर बन गईं.
हर साल, हजारों भारतीय इस पाक सफर पर निकलते हैं लेकिन, आज इसी रास्ते पर एक दुखद हादसा हो गया, जब मक्का की ओर जा रही बस एक डीजल टैंकर से टकरा गई, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई.
उमरा में मक्का जाकर काबा शरीफ की ज़ियारत, तवाफ़ और सई करना होता है. वहीं, हज में पूरा इस्लामी सफर, कई दिनों की आध्यात्मिक यात्रा, जिसमें अराफात, मिना, मुझदलिफ़ा के बड़े बड़े काम शामिल होते हैं.