जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए हुए आतंकी हमले को लेकर सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में कांग्रेस की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल होंगे. कांग्रेस पार्टी ने सर्वदलीय बैठक से पहले यह साफ कर दिया है कि सुरक्षा में चूक को लेकर सवाल पूछा जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज तक से बात करते हुए कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए, ये सुझाव हमने ही दिया था. उन्होंने कहा कि हम सर्वदलीय बैठक में जाएंगे. कांग्रेस अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री की मौजूदगी को लेकर सवाल पर कहा कि जाएंगे, देखेंगे कि कौन है और वो क्या बोलते हैं.
बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दे को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां जाकर बात करेंगे. सब यहीं नहीं बता सकते. इससे पहले, कांग्रेस कार्य समिति की इमरजेंसी मीटिंग हुई. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ ही पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहे. इस बैठक में दो मिनट का मौन रखकर पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गई.
बैठक में शामिल नहीं होगी जेडीयू
पहलगाम हमले को लेकर सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में एनडीए के घटक जनता दल (यूनाइटेड) का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा. जेडीयू नेता राजीव रंजन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे की वजह से पार्टी के सभी शीर्ष नेता बिहार में हैं. दिल्ली में उनकी मौजूदगी नहीं होने की वजह से पार्टी का कोई नेता सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होगा. उन्होंने ये भी कहा कि इस आतंकी घटना को लेकर केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम पूरी तरह उसके साथ हैं.
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सर्वदलीय बैठक में पारित होगा निंदा प्रस्ताव
सर्वदलीय बैठक में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया जाएगा. इस बैठक को लेकर जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर सरकार का पक्ष रखेंगे. सभी नेताओं को बोलने का अवसर दिया जाएगा और जवाबी कार्रवाई को लेकर सुझाव भी मांगे जाएंगे. इस बैठक में केवल उन्हीं दलों को बुलाया गया है, जिनके लोकसभा या राज्यसभा में कम से कम पांच सांसद हैं. लोकसभा में ऐसी केवल 12 और राज्यसभा में आठ पार्टियां ही हैं, जिनके पांच या उससे अधिक सांसद हैं.
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असदुद्दीन ओवैसी ने पांच सांसद के पैमाने को लेकर विरोध व्यक्त करते हुए सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि ये बीजेपी या किसी पार्टी की आंतरिक बैठक नहीं है. यह आतंकवाद और उसे पनाह देने वाले देशों को मजबूत और एकजुटता का संदेश देने के लिए सर्वदलीय बैठक है. क्या नरेंद्र मोदी सभी दलों की चिंताएं सुनने के लिए एक घंटे अतिरिक्त नहीं दे सकते? एक सांसद वाली पार्टी हो या सौ वाली, दोनों ही भारतीयों की चुनी हुई हैं और ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सुने जाने का हक रखती हैं.