पिछले कई दिनों से NEET पेपर लीक का मामला सुर्खियों में है और जांच में नए-नए अपडेट सामने आ रहे हैं. मामले की जांच कर रही एजेंसी सीबीआई को एक और कामयाबी मिली है. संजीव मुखिया के करीबी चिंटू और मुकेश से मिली जानकारी के बाद आरोपी अमन सिंह को दबोचने में CBI सफल हो गई है. अमन को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि अमन सिंह, पेपर लीक कांड में फरार रॉकी का बेहद खास है और रॉकी, संजीव मुखिया का भांजा है, जो रांची में होटल कारोबार से जुड़ा हुआ है.
अमन सिंह से मिल सकती है अहम जानकारी
रॉकी ने NEET पेपर लीक के बाद उसका जवाब तैयार करने के लिए सॉल्वर्स का जुगाड़ किया था. रॉकी, झारखंड में संजीव मुखिया गिरोह का खास एसेट है. रांची और पटना के MBBS स्टूडेंट्स को सॉल्वर्स के तौर पर इस्तेमाल किया गया. जानकारी के मुताबिक, अमन सिंह की गिरफ्तारी से रॉकी और सॉल्वर्स के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है.
इसके अलावा संजीव मुखिया के मौजूदा लोकेशन के बारे में सीबीआई अमन सिंह से पूछताछ करेगी. उसे पूछताछ के लिए पटना लाया जा सकता है. बता दें कि CBI ने इस मामले में जिन आरोपियों को रिमांड पर लिया है, उसकी अवधि आज, 4 जुलाई को खत्म हो रही है.
NEET पेपर लीक मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
NEET पेपर लीक केस, परीक्षा रद्द की मांग और अनियमितताओं आदि याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की गुजारिश के बाद सुप्रीम कोर्ट नीट मामले की सभी याचिकाओं एक साथ जोड़कर आगे की राह तय करेगी. देश के लाखों नीट एस्पिरेंट्स, पेरेंट्स और कोचिंग टीचर्स की नजरें इस सुनवाई पर हैं. सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस की अगुआई वाली पीठ में सीजेआई के साथ जस्टिस जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्र हैं.
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26 याचिकाओं पर होगी सुनवाई
कार्यसूची के मुताबिक नीट मामले पर 26 याचिकाएं हैं. हालांकि इन याचिकाओं में कुछ पूरक यानी सप्लीमेंट्री याचिकाएं भी हैं. नियमित कॉज लिस्ट के मुताबिक अब तक कुल 26 याचिकाओं में 21 याचिकाएं एनटीए और भारत सरकार प्रतिपक्ष हैं. जबकि 5 ट्रांसफर याचिकाएं हैं. हालांकि सात जुलाई को आने वाली पूरक सूची में कुछ और याचिकाएं बढ़ सकती हैं. कॉज लिस्ट में पहली याचिका वंशिका यादव की है. इनमें पांच मई को हुई 24 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों की परीक्षा में बरती गई अनियमितताओं का आरोप के साथ इसे नए सिरे से कराए जाने का अनुरोध करने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं.
पेपर लीक, परीक्षा रद्द के अलावा काउंसलिंग पर भी होगी बहस
सुप्रीम कोर्ट में करीब पौने दो महीने के ग्रीष्मावकाश के बाद 8 जुलाई से फिर सामान्य कामकाज शुरू होगा. इस अवधि में नीट यूजी परिणाम 2024 के खिलाफ कई छात्रों, कोचिंग संस्थानों ने खिलाफ याचिकाएं दायर की हैं. इन याचिकाओं में कुछ में याचिकाकर्ताओं ने पेपर लीक का आरोप लगाया है तो कुछ ने पूरी परीक्षा रद्द करने और मेडिकल प्रवेश परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की गुहार लगाई है. कुछ ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के संचालन की जांच करने की मांग की है. इसके अलावा भी बहुत कुछ है. कोर्ट में एक तरफ नीट यूजी मामले पर विस्तृत सुनवाई होनी है तो वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने NEET UG काउंसलिंग पर रोक लगाने से भी इनकार किया हुआ है. नीट यूजी काउंसलिंग 6 जुलाई से शुरू हो सकती है. इसके बावजूद 8 जुलाई को काउंसलिंग को लेकर भी बहस हो सकती है.