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'भारत-पाक तनाव कम करने के लिए शुरू करें संवाद', अमेरिकी विदेश मंत्री ने जयशंकर और आसिम मुनीर से की बात

भारत और पाकिस्तान के बीच गहराते जा रहे सैन्य तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को भी फोन किया और तनाव कम करने के लिए कहा है.

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भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो

भारत और पाकिस्तान के बीच हर गुजरती रात के साथ बढ़ते तनाव और गहराते जा रहे युद्ध के संकेतों के बीच अब अंकल सैम यानी अमेरिका एक्टिव हो गया है. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान, दोनों ही देशों से बात कर तनाव कम करने के लिए कहा है. मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात कर तनाव कम करने के लिए सीधा संवाद फिर से शुरू करने की अपील की है.

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भारतीय विदेश मंत्री से बातचीत में अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा है कि सीधा संवाद फिर से स्थापित करने के तरीकों की पहचान करना जरूरी है. भविष्य में विवाद टालने के लिए दोनों देशों के बीच अच्छी बातचीत के लिए अमेरिका समर्थन करने को तैयार है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने इस बात की जानकारी दी है.

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इससे पहले, अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर से भी फोन पर बातचीत की. मार्को रुबियो ने आसिम मुनीर से भी दोनों देशों के बीच तनाव कम करने, विवाद सुलझाने के लिए बातचीत करने की अपील की. अमेरिका ने दोनों देशों के बीच रचनात्मक वार्ता में मदद करने की पेशकश भी की है.

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इससे पहले, G-7 के सदस्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने दोनों देशों से तत्काल तनाव कम करने का आह्वान किया था. G-7 के विदेश मंत्रियों ने शनिवार को बयान जारी कर कहा था कि हम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. हम आग्रह करते हैं कि भारत और पाकिस्तान, दोनों अधिकतम संयम बरतें.

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इस बयान में सैन्य कार्रवाई को क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बताते हुए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई थी. G-7 देशों की ओर से शांति के लिए दोनों देशों से सीधी बातचीत का आह्वान करते हुए यह भी कहा गया था कि हम घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. त्वरित और स्थायी राजनयिक समाधान के लिए हम अपना समर्थन व्यक्त करते हैं.

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