नेताओं का विपक्षी दलों पर निशाना साधना एक आम बात है. लेकिन अगर कोई नेता अपनी ही पार्टी को भूखा भेड़िया या भ्रष्टाचारी बताने लगे, और वो भी चुनाव के समय, तो इसकी चर्चा लाजमी है.
सोशल मीडिया पर राजस्थान बीजेपी नेता और सांसद किरोड़ी लाल मीणा का एक वीडियो वायरल है, जिसके जरिए कहा जा रहा है कि उन्होंने बीजेपी के नेताओं को ही भूखा भेड़िया और भ्रष्टाचारी बता दिया.

वीडियो में अपने भाषण में मीणा भी कुछ ऐसा ही कहते सुनाई दे रहे हैं. वो कहते हैं, 'भारतीय जनता पार्टी के नेता तो भूखे भेड़िए की तरह हैं, जब भी सत्ता में आते हैं भ्रष्टाचार फैलाते हैं'. मीणा राजस्थान विधानसभा चुनाव में सवाई माधोपुर से चुनाव भी लड़ रहे हैं.
यह वीडियो फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर कई लोगों ने शेयर किया है. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आज तक फैक्ट चेक ने पाया कि किरोड़ी लाल मीणा का यह वीडियो अधूरा है. असल में उन्होंने कहा था कि राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी नेताओं को भेड़िया और भ्रष्टाचारी बताकर उनका अपमान किया.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो को कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें किरोड़ी लाल मीणा के इस भाषण का पूरा वीडियो मिल गया. इस वीडियो को 29 जून 2023 को मीडिया संस्था 'फर्स्ट इंडिया न्यूज़' ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया था.
इस वीडियो में मीणा 4.19 मिनट बाद बोलते हैं, "आपने कुछ दिन पहले गहलोत का बयान पढ़ा होगा. उन्होंने कहा था भारतीय जनता पार्टी के नेता तो भूखे भेड़िए की तरह हैं और ये जब भी सत्ता में आते हैं भ्रष्टाचार फैलाते हैं.”
इसके बाद वे कहते हैं कि अशोक गहलोत को इतना अहंकार हो गया है कि उन्होंने देश के लिए बलिदान देने वाले दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे बीजेपी कार्यकर्ताओं को भूखा भेड़िया कहकर उनका अपमान किया.
किरोड़ी लाल मीणा ने ये बयान राजस्थान के भरतपुर के नदबई में हुई एक रैली में दिया था. इस रैली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आए थे.
मीणा के भाषण के पूरे वीडियो को 'TV9 राजस्थान' ने भी अपने यूट्यूब चैनल पर 29 जून 2023 को शेयर किया था. इस वीडियो में वायरल वीडियो वाला हिस्सा 1.04.48 के बाद सुना जा सकता है.
दरअसल अशोक गहलोत ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा था कि सत्ता में आते ही बीजेपी भूखे भेड़िए जैसी बन जाती है. इसी पर पलटवार करते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने यह बयान दिया था, जिसके वीडियो को अब गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो से अशोक गहलोत वाला हिस्सा जानबूझकर हटा दिया गया है जिससे ऐसा लगे कि मीणा ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को भ्रष्टाचारी बता दिया.