वक्फ संशोधन के खिलाफ पश्चिम बंगाल और झारखंड सहित कुछ राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके साथ ही वक्फ संशोधन से जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है और सुनवाई चल रही है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी इस कानून के पक्ष में देश भर में मुस्लिम समाज, गरीब मुस्लिमों, पसमांदा समाज और मुस्लिम बुद्धीजीवियों के बीच जा रही है. इसके लिए बीजेपी ने एक अभियान का खाका तैयार किया है, जिसे 'वक्फ सुधार जनजागरण अभियान' का नाम दिया गया है.
इसके तहत बीजेपी के सीनियर नेताओं और मंत्रियों की राज्यों में सभाएं भी कराई जाएंगी. जानकारी के मुताबिक, गृहमंत्री अमित शाह की उत्तर प्रदेश में तो अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू , वक्फ जेपीसी के चेयरमेन रहे जगदंबिका पाल सहित सीनियर नेताओं और मंत्रियों की देश के अलग-अलग हिस्सों में सभाएं कराने की तैयारी हो रही है.
सीनियर नेताओं की कमेटी बनाई गई
देशभर में कार्यक्रम कराने के लिए बीजेपी ने सीनियर नेताओं की एक कमेटी बनाई है, जो देश भर में इस अभियान को देखेंगें. इस कमेटी में बीजेपी महासचिव राधामोहन दास अग्रवाल, दुष्यंत गौतम, अनिल एंटनी, अरविंद मेनन और बीजेपी मुस्लिम मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी शामिल हैं. इन नेताओं में राज्यों का बंटवारा कर उन राज्यों की जिम्मेदारी भी दी जा चुकी है.
राधामोहन दास अग्रवाल को उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, दमन दीव, दादरा एवं नगर हवेली की जिम्मेदारी मिली है. जमाल सिद्दिकी को दिल्ली, लद्दाख, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ का जिम्मा सौंपा गया है. अनिल एंटनी को पश्चिम बंगाल, बिहार, अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा की जिम्मदारी दी गई है. इसके अलावा, दुष्यंत गौतम को छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश, ओडिशा और उत्तराखंड राज्य की जिम्मेदारी दी गई है.
इसके साथ ही बीजेपी वक्फ कानून पर देश भर में जनजागरूकता अभियान के तहत वक्फ कानून की सही बातें और फायदे मुस्लिम समाज तक पहुंचाने के लिए 11 सूत्रीय योजना भी तैयार की है. सभी सांसद और विधायक अपने क्षेत्र में कम से कम एक संवाद कार्यक्रम करेंगें.
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बीजेपी की क्या-क्या तैयारियां?