ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में दो साल बाद दुर्गा पूजा की धूम मची है. पूरे शहर में शानदार सजावट की गई है. पूजा कमेटियों ने अयोध्या के राम मंदिर, दिल्ली के अक्षरधाम से लेकर रशिया के हेरिटेज की तर्ज पर पूजा पंडाल तैयार किए हैं. इस वर्ष दुर्गा पूजा को लेकर शहरवासियों में काफी उत्सुकता है. दरअसल, कोरोना महामारी की वजह से 2020-21 में कोई कार्यक्रम नहीं हो पाए थे.
राजधानी में सजाए गए पंडालों में रौनक बिखरी है. शहर में 178 से अधिक जगहों पर भव्य पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. भुवनेश्वर की सड़कें शानदार रोशनी से जगमगा रही हैं. सजावट का मनमोहक नजारा शहर वासियों के बीच आकर्षण का केंद्र बना है.
आजतक से बातचीत में भुवनेश्वर के रसूलगढ़ पूजा कमेटी के सदस्य प्रशांत कुमार ने कहा, "कोरोना महामारी की वजह से पंडालों में दो वर्षों से मां दुर्गा की पूजा में लोग शामिल नहीं हो पा रहे थे. इस वर्ष कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद सरकार ने भक्तों को पंडालों में दर्शन और पूजा-अर्चना की अनुमति दी है. दो साल बाद लोगों में मां दुर्गा के दर्शन की उत्सुकता है. इस वर्ष लाखों की संख्या में लोग पूजा पंडालों में पहुंच सकते हैं."

प्रशांत ने कहा, "इस वर्ष रसूलगढ़ पूजा कमेटी ने दिल्ली के अक्षरधाम की तर्ज पर पंडाल बनाया है. इसकी ऊंचाई 80 फीट और चौड़ाई 120 फीट है. पर्यावरण के मद्देनजर पंडाल को पूरी तरह से इको-फ्रेंडली बनाया गया है. इसे बनाने में बांस और अन्य लकड़ियों का इस्तेमाल किया गया है. प्रशांत ने बताया दुर्गा पूजा के दौरान भीड़ को ध्यान में रखकर पंडाल के पास मेडिकल कैंप लगाया गया है."
शहीद नगर पूजा कमेटी के सचिव सचिदानंद नायक ने कहा, "शहीद नगर में अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर पंडाल तैयार किया गया है. पंडाल की ऊंचाई 87 फीट और चौड़ाई 120 निर्धारित की गई है."

मां दुर्गा की सजावट के लिए दो क्विंटल से अधिक चांदी का इस्तेमाल किया जाएगा. नायक ने कहा कि पंडाल की सजावट के लिए बंगाल से खूबसूरत जगमगाती लाइट्स लगाई गई हैं. अष्टमी और नवमी को पंडाल के पास करीब 1500 घरों में प्रसाद बांटने का कार्यक्रम रखा गया है.
सोने के आभूषणों से सजाई जाएगी मां दुर्गा की मूर्ति
दूसरी ओर झारपड़ा दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्य महाराणा ने बताया, "विश्व प्रसिद्ध रशिया हेरिटेज म्यूजियम की तर्ज पर पंडाल का निर्माण किया है. इस पंडाल को बंगाल के लोकप्रिय कलाकारों ने तैयार किया है. पंडाल की ऊंचाई 85 फीट और चौड़ाई 150 फीट है. मां दुर्गा की मूर्ति को सोने के आभूषणों से सजाया जाएगा."
महाराणा ने आगे बताया, "भक्तों को सुचारु रूप से दर्शन के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग लोगों के लिए विशेष रूप से इंतजाम किया गया है. शहर में पंडालों की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. शिल्पकार और पंडाल निर्माता कलाकार दुर्गा पूजा को यादगार बनाने में जुटे हैं."