ओडिशा पुलिस ने शनिवार को बालासोर के एक पेट्रोल पंप के CCTV फुटेज में एक महिला को बोतल में पेट्रोल खरीदते हुए देखा, जिसकी उम्र लगभग 12 जुलाई को बालासोर कॉलेज कैंपस में आत्मदाह करने वाली छात्रा के बराबर थी. हालांकि, अभी पुष्टि नहीं हुई है कि पेट्रोल खरीद रही महिला छात्रा है या नहीं. लेकिन पुलिस इसी एंगल से जांच कर रही है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्राइम ब्रांच क्षेत्र के पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, लेकिन ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका कि छात्रा ने पेट्रोल कैसे मिला.
दरअसल, छात्रा ने एक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए कॉलेज परिसर में खुद को आग लगा ली थी. गंभीर रूप से झुलसने के बाद उसे भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 14 जुलाई की रात का छात्रा की मौत हो गई.
बोतल में पेट्रोल की बिक्री बंद
इस बीच जिले के पेट्रोल पंपों ने बोतल में पेट्रोल बेचना बंद कर दिया है. दूसरी ओर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम इस घटना की जांच कर रही है और पिछले दो दिनों से विभिन्न हितधारकों से मुलाकात कर रही है. टीम के प्रमुख राजकुमार मित्तल ने बताया कि जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
उत्पीड़िन का आरोपों का नहीं मिला सबूत: ICC
UGC की टीम ने कॉलेज के प्रिंसिपल और आंतरिक शिकायत समिति (ICC) के सदस्यों से पूछताछ की है. आईसीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मृत छात्रा द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का कोई सबूत नहीं मिला. इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग की एक अलग फैक्ट फाइडिंग टीम भी इस मामे की स्वतंत्र जांच कर रही है.
वहीं, विपक्षी बीजद की महिला विंग ने भुवनेश्वर में राज्य महिला आयोग के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में इसकी भूमिका पर सवाल उठाए. बीजद ने चेतावनी दी कि यदि सरकार तत्काल महिला आयोग में रिक्त पदों को नहीं भरती तो इसके सदस्य कार्यालय में ताला लगा देंगे.
ये घटना ओडिशा में महिलाओं की सुरक्षा और शैक्षणिक संस्थानों में यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर कार्रवाई की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठा रही है. जांच के परिणाम और UGC की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.