scorecardresearch
 

दिल्ली में अप्रैल से अब तक भूकंप के 18 झटके आए, केजरीवाल सरकार का जागरुकता अभियान

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीते कुछ हफ्तों ने हमें जागरुकता, तैयारियां और अलर्ट रहते हुए समय पर कार्रवाई का जीवन में महत्व सिखाया है.

Advertisement
X
सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो

  • 2 बार रिक्टर पैमाने पर 4 या इससे अधिक दर्ज हुई तीव्रता
  • अभियान के जरिए भूकंप को लेकर किया जा रहा है जागरूक

केजरीवाल सरकार ने भूकंप से बचने के लिए दिल्लीवालों को जागरूक करने की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत लोगों को भूकंप आने की स्थिति में बचाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है. दिल्ली में अप्रैल से अब तक करीब 18 बार भूकंप के झटके आ चुके हैं. हालांकि, इसकी तीव्रता ज्यादा नहीं थी, इसलिए किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीते कुछ हफ्तों ने हमें जागरूकता, तैयारियां और अलर्ट रहते हुए समय पर कार्रवाई का जीवन में महत्व सिखाया है. इसीलिए सरकार, भूकंप जैसी आपदा के प्रति दिल्लीवासियों को तैयार करने के लिए एक नया अभियान शुरू कर रही है. अप्रैल 2020 से दिल्ली और उसके आसपास भूकंप के करीब 18 हल्के झटके आ चुके हैं. इनमें से दो बार रिक्टर पैमाने पर 4 या उससे अधिक की तीव्रता दर्ज की गई है.

Advertisement

क्या है जरूरी...

- अपने घर और काम करने वाली जगह की मजबूती की जांच करवाएं.

- अगर जरूरत पड़े तो स्ट्रक्चरल इंजीनियर से सलाह लें और दरार व अन्य खामियों को सही करवाएं.

- जांच कर लें कि आपके घर या ऑफिस के सभी फर्निचर जमीन, दीवार व छत से मजबूती के साथ सटे या बंधे हों.

- अपने सभी जरूरी दस्तावेज जैसे पासपोर्ट, राशन कार्ड, आधार कार्ड, प्रिस्क्रिप्शन, मेडिकल रिकॉर्ड्स आदि को स्कैन करके ऑनलाइन या ईमेल पर सुरक्षित रख लें.

- ये सुनिश्चित करें कि आपके घर के लोगों खासकर बच्चे और ऑफिस के स्टाफ को आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली सरकार, 1077 के बारे में पता रहे. इस नंबर को अपने मोबाइल में सेव कर लें और सही जगह पर इसे लगा भी दें.

- खुद को और दूसरों को ड्रॉप कवर-होल्ड तकनीक सिखाएं.

भूकंप के बाद क्या करना चाहिए

- भूकंप के बाद के झटकों से सावधान व सचेत रहें.

- खिड़कियों, ऊंची इमारतों और दूसरे ढांचों से दूरी बनाए रखें.

- अपनी जगह छोड़ने से पहले खुद व परिवारवालों को देख लें कि कहीं चोट तो नहीं आई है. अगर किसी को सिर या गदर्न पर चोट आई हो, तो जगह छोड़ने से पहले पूरी सावधानी बरतें. अगर कोई शंका हो, तो अपनी जगह पर बने रहें.

Advertisement

- अगर आप किसी बहुमंजिला इमारत में हैं, तो उतरने के लिए हमेशा सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.

- अगर आप कहीं फंसे हैं या सुनसान जगह पर हैं, तो अपनी ऊर्जा बचाएं रखें और मोबाइल व बैटरी से चलने वाले दूसरे उपकरण का कम से कम इस्तेमाल करें.

- अगर आप फंसे हैं, तो खुद आवाज लगाने की जगह आसपास की चीजों से आवाज करने का प्रयास करें.

आपातकालीन किट तैयार रखें

- टॉर्च, पावर बैंक, जरूरी दवाइयां, एलर्जी की बीमारी से संबंधित जानकारी, थोड़ा बहुत कैश, जरूरी पहचान पत्रों की फोटो कॉपी, ब्लड ग्रुप की जानकारी, फर्स्ट ऐड किट, पानी की बोतल किट में रखें.

अगर आपदा वाली जगह फंस गए हों, तो ऐसा करें

यदि अंदर हैं तो, ड्रॉप-कवर-होल्ड का अभ्यास करें. किसी मजबूत मेज या बेड के नीचे चले जाएं. एक हाथ अपने सिर पर रखकर उसे सुरिक्षत करें और दूसरे हाथ से फर्नीचर को थाम लें. खिड़कियों, बुककेस, बुकशेल्फ, बड़े आकार के शीशे, लटकते हुए पौधे, पंखे और दूसरी भारी चीजों से दूर रहें. भूकंप के झटके रुकने तक अपने आपको इन चीजों से बचाए रखें. जब झटके रुक जाएं, तो अपने घर या स्कूल की इमारत से बाहर निकलकर खुले मैदान की ओर जाएं. दूसरों को धक्का ना दें.

Advertisement

दिल्ली नगर निगम ने बढ़ाए टैक्स, विरोध में आम आदमी पार्टी का धरना-प्रदर्शन

- यदि आप बाहर हैं तो, खुली जगह पर जाएं और पेड़, साइन बोर्ड, बिल्डिंग, बिजली के तार व खंभों से दूर रहें.

-ऊंची इमारत में हैं तो, बाहरी दीवार से तुरंत दूर हट जाएं और अपना सिर बचाएं. अगर आपके पास हेल्मेट हो तो उसे पहन लें. लिफ्ट का इस्तेमाल न करें.

- ड्राइविंग कर रहे हैं, तो गाड़ी को सड़क के किनारे रोक कर इंजन को बंद कर दें. फ्लाई ओवर, पावर लाइन व विज्ञापन बोर्ड से दूर रहें. किसी भी स्थित में कार के अंदर न रहें.

-जरूरत पड़ने पर फायर सर्विस-101, कंट्रोल रूम-100 या आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन 1077 पर कॉल करें.

Advertisement
Advertisement