सैफ अली खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और पंकज त्रिपाठी स्टारर नेटफ्लिक्स की वेबसीरीज सैक्रेड गेम्स सीजन 2 इन दिनों खूब चर्चा में है. इसी महीने 15 अगस्त को ये सीरीज लॉन्च हुई थी. पिछले सीजन की तरह इस सीजन में भी तमाम ऐसी चीजें हैं जिन पर विरोध और विवाद सामने आ रहे हैं. इन्हीं में एक नया मामला सीरीज में दिखाए मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा की गई किसी शख्स की हत्या) के सीन का विरोध है.
सीरीज में एक जगह लिंचिंग के भयावह सीन को फिल्माया गया है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं जिनका जवाब निर्देशक नीरज घेवान ने एक ट्वीट के रिप्लाई में दिया है. बताते चलें कि सैक्रेड गेम्स के दूसरे सीजन का निर्देशन अनुराग कश्यप और नीरज घेवान ने मिलकर किया है.
लिंचिंग सीन को लेकर किस तरह का सवाल?
गब्बर नाम के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट हुआ, जिसमें लिखा गया, "अन्य निर्देशक अपनी फिल्मों में आइटम नंबर डालते हैं जिसका कहानी से कोई लेना-देना नहीं होता और अनुराग कश्यप ने अपनी सीरीज में मॉब लिंचिंग का सीन डाला जिसका कहानी से कोई मतलब नहीं है."
You didn’t have the courage to put up even a solidarity tweet when a real lynching has happened. And now to hide your lack of narrative understanding, you equate someone’s courage to put it up on a global platform as ‘item number’? Amazing! https://t.co/OwhSkpZFoQ
— Neeraj Ghaywan (@ghaywan) August 25, 2019
अनुराग की निंदा करने वाले इस ट्वीट का जवाब दिया सैक्रेड गेम्स 2 के निर्देशक नीरज ने. नीरज ने रीट्वीट करते हुए लिखा, "जब सच में कहीं मॉब लिंचिंग होती है, तो आपके पास एक भी ट्वीट करने की हिम्मत नहीं होती है. अब आप सीरीज की कहानी ना समझने की अपनी कमी को छिपाने के लिए ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर इसकी तुलना आइटम नंबर से कर रहे हैं. कमाल है."
नीरज ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए लिखा, "सीरीज में मॉब लिंचिंग वाले सीन का निर्देशन मैंने किया है. जाहिर तौर पर आप कह सकते हैं कि आपको काम पसंद नहीं आया या आप सीन को समझ नहीं पाए. आपको ये अंदाजा नहीं है कि अपने असली नाम के साथ इस तरह की चीजों को करना कितना मुश्किल है, और जब आप आइटम नंबर जैसी चीजों से तुलना कर इसकी आलोचना करते हैं तो बहुत तकलीफ होती है."I directed the lynching scene. Surely you can say it didn’t work for YOU or that you didn’t get it. You have no idea how difficult it is put out something like that with your real name. And when you discredit it by appropriating it to something frivolous as item number, it hurts!
— Neeraj Ghaywan (@ghaywan) August 25, 2019
क्या था मॉब लिंचिंग वाला सीन?
सरताज के साथ रहने वाले ड्यूटी के प्रति ईमानदार पुलिस कॉन्स्टेबल की पिछले सीजन में ही मौत हो गई थी. इस सीजन में दिखाया गया है कि उसका बड़ा बेटा एक कट्टर हिंदू समूह के साथ हो जाता है. इस समूह का युवा नेता एक मुस्लिम लड़के को बंधक बना लेता है क्योंकि वह उससे भिड़ने की कोशिश कर रहा होता है. अल्पसंख्यक वर्ग के इस लड़के द्वारा आंखें दिखाए जाना युवा नेता को रास नहीं आता है.
बहुत वक्त तक बंधक बनाए रखने और उसे झुकाने की कोशिश करने पर भी जब मुस्लिम लड़का अपने स्वाभिमान से समझौता करने से मना कर देता है तो युवा हिंदू नेता भीड़ के साथ मिलकर सरेआम निर्मम ढंग से हत्या कर देता है. दूसरे सीजन का सीक्वेंस हिला देने वाला है.