
पिछले महीने ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु, पोप फ्रांसिस के निधन के बाद से ही दुनिया भर का ईसाई समुदाय उनके उत्तराधिकारी का इंतजार कर रहा है. अब फाइनली वो दिन आ गया है जब ये तय हो जाएगा कि लगभग 140 करोड़ अनुयायियों वाले कैथोलिक चर्च के सबसे शीर्ष पद पर बैठने वाला अगला व्यक्ति कौन होगा.
बुधवार को वेटिकन सिटी में 70 देशों के 133 कार्डिनल नए पोप के लिए वोटिंग करेंगे. सिस्टीन चैपल के बंद दरवाजों के पीछे पोप ने चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी और चिमनी से धुंआ उठते ही लोगों को पता चल जाएगा कि नया पोप चुना जा चुका है. मगर ये पूरा प्रोसेस इतना गुप्त है कि किसी को भी इसके बारे में जानकारी नहीं है. ऐसे में पूरी दुनिया ऑस्कर विनिंग फिल्म 'कॉन्क्लेव' की तरफ रुख कर रही है जिसमें ये प्रोसेस दिखाया गया है. फाइनली ये फिल्म अब भारत में भी रिलीज हो गई है.
'कॉन्क्लेव' में है ये खास बात
21 अप्रैल को पोप फ्रांसिस के निधन के बाद से ही लोगों की अगली दिलचस्पी इस बात में होने लगी कि कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा. जब सवाल उठते हैं तो जवाब की तलाश भी शुरू हो जाती है. और ये सवाल ऐसा है जिसका एकदम सटीक जवाब किसी के पास नहीं है.
नया पोप चुनने के लिए एक कॉन्क्लेव होता है जिसे Papel Conclave कहा जाता है और इसमें वोटिंग से नए पोप का चुनाव होता है, सबको केवल इतना ही पता है. लेकिन इस चुनाव का प्रोसेस क्या है, कैंडिडेट कैसे चुने जा रहे हैं, एलिजिबिलिटी क्या है? ऐसे सवालों का जवाब कभी सामने नहीं आया. इस कॉन्क्लेव की पूरी प्रक्रिया को गुप्त रखा गया है. मगर पिछले साल थिएटर्स में रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म 'कॉन्क्लेव' में इस प्रक्रिया का एक फिक्शनल वर्जन दिखाया गया है.
इस फिल्म की कहानी शुरू ही पोप के क्रिटिकली बीमार होने से होती है और फिर नए पोप के चुने जाने तक चलती है. डायरेक्टर एडवर्ड बर्जर की इस फिल्म में नए पोप के चुनाव का नैरेटिव एक एंगेजिंग प्लॉट बुनता है. मार्च में ही 'कॉन्क्लेव' को 'बेस्ट एडाप्टेड स्क्रीनप्ले' का ऑस्कर अवॉर्ड भी मिला. हॉलीवुड के पिछले अवॉर्ड्स सीजन में 'कॉन्क्लेव' ने जमकर अवॉर्ड जीते.
फरवरी में जब 'कॉन्क्लेव' की टीम स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड (SAG) अवॉर्ड्स में जीत सेलिब्रेट कर रही थी उसी दौरान वैटिकन सिटी ने पोप फ्रांसिस की 'क्रिटिकल कंडीशन' के बारे में अपडेट शेयर किया था. फिल्म की एक्ट्रेस इसाबेला रोजेलिनी ने अवॉर्ड जीतने के बाद, द रैप से बात करते हुए पोप के स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं पर रियेक्ट करते हुए कहा था, 'हां, अगर ऐसा हुआ तो कॉन्क्लेव होगा.'
एक ही दिन में बनी दुनिया की फेवरेट फिल्म
पोप फ्रांसिस के निधन के बाद रियल लाइफ कॉन्क्लेव का चांस देखते हुए लोग इस सिस्टम को समझना चाहते हैं और इसके लिए वो 'कॉन्क्लेव' देख रहे हैं. स्ट्रीमिंग का ट्रैक रखने वाले प्लेटफॉर्म लुमिनेट के अनुसार, 20 अप्रैल को 'कॉन्क्लेव' को दुनिया भर में करीब 18 लाख मिनट देखा गया. जबकि इसके अगले ही दिन, पोप फ्रांसिस के निधन की खबर आने के बाद 'कॉन्क्लेव' 69 लाख मिनट देखी गई. यानी एक ही दिन में इस फिल्म की व्यूअरशिप लगभग 283% बढ़ गई.
अब इंडिया में हुई रिलीज
रिपोर्ट्स बताती हैं कि 'कॉन्क्लेव' 22 अप्रैल को अमेजन प्राइम वीडियो पर आने वाली थी. मगर कुछ वजहों से ये फिल्म तब भारत में रिलीज नहीं हो पाई. बुधवार को प्राइम वीडियो ने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से अनाउंस किया कि 'कॉन्क्लेव' अब भारत में भी स्ट्रीम हो रही है.