वेटिकल सिटी में नए पोप का चुनाव चल रहा है. एक बंद कमरे में पोप का चुनाव किया जाता है. बुधवार को धर्माध्यक्षों के गहन शांति मार्च के बाद, सिस्टिन चैपल की चिमनी से 9 बजे काला धुआं निकलता दिखाई दिया. यह संकेत था कि नए पोप के चुनाव के लिए किया गया पहला मतदान असफल रहा है. कार्डिनल्स की यह क्लोज-डोर मीटिंग 2013 के पोप फ्रांसिस के चुनाव के समय से अधिक लंबी चली.
संत पेत्रस चौक में 45,000 से अधिक लोगों की भीड़ उस क्षण की प्रतीक्षा करती रही जब चिमनी से धुआं निकलता. यह धुआं यह संकेत देता है कि धर्माध्यक्षों ने पहले दौर में नए पोप के चुनाव में विफलता पाई है. मतदान की प्रक्रिया स्थानीय समयानुसार शाम 5:45 बजे शुरू हुई थी.
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पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी का हो रहा चुनाव
पहले दौर के विफल होते ही चर्चाओं का नया दौर गुरुवार को शुरू होगा, जब तक कि पोप फ्रांसिस की मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारी के रूप में नया पोप नहीं चुना जाता. जब यह तय हो गया था कि पहले दौर में कोई चुनाव नहीं हुआ है, तो संत पेत्रस चौक में भीड़ ने तालियों की गूंज उठी.
इस प्रक्रिया में, चर्च के शीर्ष अधिकारियों द्वारा गुप्त मतदान किया जाता है, जिसमें ईश्वरीय मार्गदर्शन की प्रार्थना भी शामिल होती है. सिस्टिन चैपल की चिमनी पर एक बार एक सीगल भी दिखाई दिया, जिसने गंभीर माहौल को थोड़ा हास्यास्पद बना दिया.
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2023 में पोप फ्रांसिस को भी इसी तरह चुना गया था
वर्ष 2013 के कोंक्लेव के दौरान, पहले मतदान के बाद सफेद धुआं जल्दी ही दिखाई दे गया था, जिससे पोप फ्रांसिस के चुनाव की घोषणा की गई थी. अब सभी की नजरें गुरुवार के नए दौर पर होंगी, जब सारे धर्माध्यक्ष फिर से चर्चाओं में जुटेंगे.