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एक्शन में आया चुनाव आयोग, योगी-माया के बाद आजम खान और मेनका गांधी पर लगाया बैन

सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद चुनाव आयोग फुल फॉर्म में दिखा. आयोग ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ही दिन में चार दिग्गज नेताओं पर बैन लगा दिया. भड़काऊ भाषण के लिए सीएम योगी आदित्‍यनाथ और बसपा मुखिया मायवती पर प्रतिबंध लगाने के बाद आयोग ने आजम खान और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर भी रोक लगा दी है.

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सपा नेता आजम खान
सपा नेता आजम खान

सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद चुनाव आयोग फुल फॉर्म में दिखा. आयोग ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ही दिन में चार दिग्गज नेताओं पर बैन लगा दिया. चुनाव आयोग ने भड़काऊ भाषण के लिए पहले यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ और बसपा मुखिया मायवती पर प्रतिबंध लगाया. वहीं, शाम तक एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए आयोग ने सपा नेता आजम खान और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी.

आजम खान के प्रचार को 72 घंटे के लिए बैन किया गया है, तो वहीं मेनका गांधी पर विवादित बयान के लिए 48 घंटे तक चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाया गया है. इन दोनों नेताओं पर यह प्रतिबंध 16 अप्रैल सुबह 10 बजे से लागू होगा. इस दौरान ये किसी भी तरह की चुनावी रैलियां नहीं कर सकेंगे.

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क्या थे आजम खान-मेनका गांधी के बयान

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर लोकसभा सीट से सपा के उम्मीदवार आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना आपत्तिजनक बयान दिया था. उन्होंने कहा कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका अंडरवियर खाकी रंग का है. बता दें कि रामपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी जया प्रदा हैं. वहीं केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सुल्तानपुर में चुनावी रैली के दौरान विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जिस इलाके से उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, सबसे पहले उसी का काम होगा. इसके अलावा एक अन्य रैली में मेनका ने मुस्लिम समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की थी.

क्या थे मायावती और योगी के बयान

बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के देवबंद में चुनावी सभा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों से वोटों के लिए अपील की थी. रैली संबोधित करते हुए मायावती ने कहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोग अपना वोट बंटने ना दें, सिर्फ महागठबंधन के लिए वोट दें. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक संबोधन में मायावती पर हमला करते हुए कहा था कि अगर विपक्ष को अली पसंद है, तो हमें बजरंग बली पसंद हैं.

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सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार

बता दें कि सोमवार सुबह ही सुप्रीम कोर्ट ने मायावती के देवबंद रैली में दिए गए भड़काऊ भाषण पर आपत्ति जताई थी. शीर्ष अदालत की ओर से चुनाव आयोग को फटकार लगाई गई थी. कोर्ट ने कहा था कि आयोग अब तक सिर्फ नोटिस ही जारी कर रहा है, सख्त कार्रवाई करे. इसके बाद से चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पहले सीएम योगी और मायावती पर बैन लगाया, उसके बाद आजम खान और मेनका गांधी पर भी प्रतिबंध लगा दिया.

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