NEET मामले में बिहार पुलिस की EOU ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है. हलफनामे में ईओयू ने कहा है कि 5 मई 2024 को पटना पुलिस को NEET परीक्षा मे गड़बड़ी की शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर पटना पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन 13 में से चार आरोपी छात्र वो हैं जो परीक्षा में शामिल हुए थे.
गिरफ्तारी के समय कुछ संदिग्ध दस्तावेज और मोबाइल भी जब्त किए गए. आरोपियों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
बिहार पुलिस ने हलफनामे मे क्या कहा?
बिहार पुलिस ने अपने हलफनामे में कहा कि जब इस मामले में बिहार पुलिस तह तक गई तो पता चला कि कुछ आरोपी पेपरलीक की घटना में पहले भी शामिल रहे हैं और चार आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वो नीट धांधली में शामिल थे. बिहार पुलिस ने इस मामले में 8 सदस्यीय विशेष अनुसंधान दल यानी एसआईटी का गठन किया.
गुजरात और झारखंड से भी कनेक्शन
बिहार पुलिस जब इस जांच में आगे बढ़ी तो पाया कि बहुत से लोग इसमें शामिल हैं. इसके साथ ही नीट धांधली के तार दूसरे राज्यों में मौजूद गिरोहों से भी जुड़े हैं. गुजरात और झारखंड से भी कनेक्शन है. बिहार सरकार ने अपनी जांच रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार को 20 जून को सौंप दी थी. उधर CBI ने 24 जून को बिहार पुलिस से ये केस अपने पास ले लिया था. बिहार सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में वकील मनीष सिंह ने हलफनामा दायर करते हुए कहा है कि अब मामला सीबीआई के पास है इसलिए अब इस केस से जुडी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की जा सकती.