भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज इतिहास रच दिया. वे भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. यह वही राफेल है, जो हाल ही में 'ऑपरेशन सिंदूर' में इस्तेमाल हुआ था. यह उड़ान हरियाणा के अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर हुई. राष्ट्रपति मुर्मू भारतीय सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर हैं. उनकी यह हिम्मत लाखों महिलाओं और युवाओं के लिए मिसाल है.
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राष्ट्रपति मुर्मू ने राफेल जेट में सवार होकर आसमान छुआ. उनके साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह भी राफेल में उड़े. सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर एक राष्ट्रीय जीत है. वायुसेना की सटीक मारक क्षमता कमाल की है. राफेल एक आधुनिक विमान है. यह 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल फाइटर जेट है. इसमें उन्नत रडार, हथियार और तकनीक है. भारत की रक्षा में यह बहुत मजबूत हथियार है.
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यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था. उस हमले में 26 लोग मारे गए थे. वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया. राफेल ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई. यह भारत की संप्रभुता की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत इरादे को दिखाता है.
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राष्ट्रपति मुर्मू की यह साहसिक उड़ान भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने का संदेश देती है. यह देश में स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा भी देती है. राफेल जैसे विमान भारत में ही बन रहे हैं. राष्ट्रपति की हिम्मत से युवा प्रेरित होंगे. खासकर लड़कियां हवाई जहाज उड़ाने का सपना देखेंगी. भारत की वायुसेना तेजी से मजबूत हो रही है.