राफेल फाइटर जेट
राफेल (Rafale) एक फ्रांसीसी फाइटर जेट है (French Fighter Jet). यह एक ट्विन इंजन, कैनार्ड डेल्टा विंग, मल्टीरोल लड़ाकू विमान है जिसे डसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) ने डिजाइन और निर्माण किया है. राफेल वाइड रेंज विपन से लैस विमान है. राफेल का हाई स्पीड 1,912 किमी/घंटा और हाई रेंज: 3,700 किमी है. इस फाइटर जेट का वजन 9,979 किलो और लंबाई 15 मी है.
भारत-फ्रांस वायुसेना का संयुक्त अभ्यास ‘गरुड़-25’ 27 नवंबर को फ्रांस में सफलतापूर्वक समाप्त हुआ. भारतीय वायुसेना ने Su-30MKI, IL-78 और C-17 विमानों के साथ हिस्सा लिया. जटिल हवाई मिशन, हमला-सुरक्षा अभ्यास और ईंधन भराई का प्रशिक्षण हुआ. दोनों सेनाओं में तालमेल बढ़ा और रणनीतिक साझेदारी मज़बूत हुई. दल 2 दिसंबर को स्वदेश लौटा.
पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं. इस दौरे में ब्रह्मोस मिसाइल के नए वर्जन पर बात पक्की है. हल्का ब्रह्मोस-NG हर फाइटर जेट पर लगेगा, रेंज 400 किमी से ज्यादा. लंबी रेंज वाली ब्रह्मोस 1000-1500 किमी तक मार करेगा. हाइपरसोनिक मिसाइल प्रोजेक्ट भी शुरू होगा. ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना को और खतरनाक ब्रह्मोस चाहिए. भारत-रूस की यह डील दुश्मनों की नींद उड़ा देगी.
रूस से Su-57 की डील हो सकती है. पुतिन के दौरे में 120-140 स्टील्थ जेट भारत में बन सकते हैं. राफेल के साथ जुगलबंदी से वायुसेना की ताकत 50-60% तक बढ़ सकती है. चीन के J-20 और पाक के J-10C/J-35 पुराने पड़ जाएंगे. 300 किमी रेंज मिसाइल से दुश्मन दूर से खत्म होगा. भारत बनेगा एशिया का हवाई सुपरपावर.
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि 26 राफेल मरीन विमानों की डील अगले कुछ महीनों में फाइनल हो जाएगी. पहले चार जेट 2029 तक भारत आएंगे, बाकी 2030-31 में. ये स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत व विक्रमादित्य पर तैनात होंगे. इससे नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी और हिंद महासागर में भारत की बादशाहत मजबूत होगी.
इंडियन नेवी चीफ़ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान किया है. नेवी चीफ़ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि 26 राफेल मरीन विमानों की डील अगले कुछ महीनों में फाइनल हो जाएगी. पहले चार जेट 2029 तक भारत आएंगे और 2031 तक बाकी सभी विमान नौसेना में शामिल हो जाएंगे.
फ्रांस की सैफ्रान कंपनी अब भारत में राफेल के M88 फाइटर जेट इंजन की पूरी असेंबली और Hammer घातक मिसाइलें बनाएगी. हैदराबाद में M88 इंजन लाइन और BEL के साथ जॉइंट वेंचर से मिसाइल प्रोडक्शन होगा. 100% टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, हजारों नौकरियां और आत्मनिर्भर रक्षा के लिए बड़ा कदम. भारत जल्द ही जेट इंजन बनाने वाला देश बनेगा.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) और फ्रांस की साफ्रान ने HAMMER स्मार्ट प्रिसिजन गाइडेड बम भारत में बनाने के लिए जॉइंट वेंचर समझौता किया. 50-50% हिस्सेदारी वाली कंपनी बनेगी. 60% तक स्वदेशीकरण होगा. भारतीय वायुसेना-नौसेना के लिए राफेल व तेजस पर लगने वाला यह बम भारत में बनेगा.
फ्रांसीसी नेवी ने 23 नवंबर को पाकिस्तानी मीडिया की तरफ से किए गए उन दावों का खंडन किया, जिसमें दावा किया गया था कि एक फ्रांसीसी कमांडर ने मई 2025 के संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी की हवाई श्रेष्ठता की पुष्टि की और राफेल जेट के नुकसान की बात कही थी.
फ्रांस ने हाल ही में पाकिस्तानी मीडिया द्वारा राफेल लड़ाकू विमान को लेकर फैलाई गई झूठी खबरों का खंडन किया है. फ्रांसीसी नौसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उठी अफवाहों को पूरी तरह गलत बताया है. पाकिस्तानी मीडिया ने गलत सूचना फैलाई थी कि राफेल क्रैश हो गया है या गिर गया है, जिसे अब फ्रांस ने पूरी तरह से बेनकाब किया है.
अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई 2025 के भारत-पाकिस्तान संघर्ष (ऑपरेशन सिंदूर) को चीन ने अपने नए हथियारों (HQ-9, PL-15, J-10) का पहला असली युद्ध परीक्षण बनाया. चीनी दूतावासों ने हथियारों की सफलता का प्रचार किया. राफेल जेट को बदनाम करने के लिए फेक सोशल मीडिया कैंपेन चलाया ताकि अपने J-35 जेट बेच सके.
भारत-फ्रांस ‘गरुड़ 25’ अभ्यास फ्रांस के मोंट-डे-मार्सां बेस पर शुरू हो चुका है. भारतीय Su-30MKI और फ्रांसीसी राफेल एक साथ उड़ रहे हैं. पहली तस्वीरें आईं है. हवा में लड़ाई, रक्षा और हमले का अभ्यास हो रहा. IL-78 रिफ्यूलर और C-17 सपोर्ट में हैं. दोनों वायुसेनाओं का तालमेल और मजबूत होगा.
यूक्रेन को फ्रांस से 100 राफेल जेट मिलने की डील हुई. अगले 10 साल में ड्रोन, एयर डिफेंस और मिसाइल भी आएंगे. ज़ेलेंस्की बोले- ये दुनिया की सबसे मजबूत हवाई ताकत बनेगी. राफेल से रूस के ग्लाइड बम और मिसाइल रुक सकेंगे. लेकिन पहला जेट 3 साल बाद आएगा. पुतिन अभी चुप हैं, पर जमीन पर हमले और तेज कर सकते हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पेरिस में फ्रांस के साथ 100 राफेल फाइटर जेट्स खरीदने का ऐतिहासिक सौदा किया है. रूस के बढ़ते हमलों के बीच यह डील यूक्रेन की एयर डिफेंस और मिलिट्री क्षमता को बढ़ाएगी. समझौता एक 10 वर्षीय रणनीतिक सैन्य साझेदारी का हिस्सा है, जिसमें भविष्य में और भी डिफेंस सिस्टम शामिल हो सकते हैं.
भारत ने बांग्लादेश बॉर्डर पर बमुनी, किशनगंज व चोपड़ा में तीन नई सैन्य चौकियां लगाईं है. चिकन नेक (सिलीगुड़ी कॉरिडोर) की रक्षा के लिए. यूनुस-पाकिस्तान की नजदीकी से सतर्क भारत ने त्रिशक्ति कोर, राफेल जेट्स, ब्रह्मोस मिसाइल, S-400 व आकाश सिस्टम तैनात किए हैं. सेना प्रमुख ने कहा कि यह सबसे मजबूत कड़ी है. पूर्वोत्तर की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया. राष्ट्रपति ने अपने इस अनुभव को 'अविस्मरणीय' बताते हुए कहा, 'शक्तिशाली राफेल विमान में इस पहली उड़ान ने मुझमें राष्ट्र की रक्षा क्षमताओं में गर्व की एक नई भावना पैदा की है.' बतौर भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर, यह उनकी किसी लड़ाकू विमान में दूसरी उड़ान थी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया. इस दौरान उन्होंने अम्बाला एयरबेस पर राफेल पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह से भी मुलाकात की, जिनके बारे में पाकिस्तान ने 'ऑपरेशन सिंधु' के दौरान झूठा प्रचार किया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अनुभव को लेकर कहा, 'यह अनुभव भारतीय वायुसेना की शक्ति और समर्पण को दर्शाता है.' सुखोई-30 MKI के बाद अब राफेल में उड़ान भरने वाली राष्ट्रपति मुर्मू पहली राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया. इस दौरान उनकी मुलाकात भारत की पहली और एकमात्र महिला राफेल पायलट, स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह से भी हुई. यह वही पायलट हैं जिनको लेकर 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान ने झूठा दावा किया था कि उन्हें पकड़ लिया गया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से वायुसेना के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. यह पहली बार है जब किसी भारतीय राष्ट्रपति ने राफेल विमान में उड़ान भरी हो, जिससे वह ऐसा करने वाली देश की पहली राष्ट्राध्यक्ष बन गई हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार सुबह हरियाणा के अंबाला एयर फ़ोर्स स्टेशन पहुंचकर राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरी. इस दौरान इस दौरान एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
President Droupadi Murmu ने राफेल में भरी उड़ान, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह सहित दूसरे अधिकारी भी रहे मौजूद
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया. यह उड़ान भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर के रूप में उनकी भूमिका और देश की सैन्य शक्ति का प्रतीक है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 'ये वही राफेल है जिसने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया'.