PAK को चीन-अमेरिका दोनों हथियार सप्लाई कर रहे... इंडिया के लिए कैसी चुनौतियां बढ़ेंगी?
अमेरिका पाक को AIM-120 AMRAAM मिसाइलें (100 किमी रेंज, F-16 पर) और F-16 अपग्रेड दे रहा. चीन J-10C जेट्स, JF-17, HQ-9 डिफेंस सिस्टम और फ्रिगेट्स. मई टकराव के बाद डील्स तेज. भारत को चुनौती है- हवाई-नौसैनिक खतरा. BVR युद्ध में पाक को फायदा होगा. S-400, राफेल अपग्रेड जरूरी.
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ये है चीन की ओर से पाकिस्तान को दिया गया JF-17 थंडर फाइटर जेट. (File Photo: Getty)
दुनिया की दो सबसे बड़ी ताकतें – अमेरिका और चीन – पाकिस्तान को हथियार दे रही हैं. ये खबर भारत के लिए चिंता की घंटी है. मई 2025 के भारत-पाकिस्तान टकराव के बाद ये सप्लाई बढ़ गई है.
अमेरिका ने हाल ही में AIM-120 AMRAAM मिसाइलें देने को बोला हैं, जबकि चीन ने J-10C जेट्स और दूसरे हथियार दिए. इससे पाकिस्तान की फौज मजबूत हो रही है. आइए जानते हैं कि कौन से हथियार हैं और भारत को इससे क्या चुनौतियां मिलेंगी?
AIM-120 AMRAAM मिसाइलें: ये हवा-से-हवा की एडवांस्ड मिसाइलें हैं. रेंज 100 किलोमीटर, स्पीड 4490 km/hr. F-16 जेट्स पर लगती हैं. हाल ही में $2.51 बिलियन के अनुबंध में पाकिस्तान को AIM-120D-3 वेरिएंट मिलेगा. कुल 700 मिसाइलें $284 मिलियन में. 2019 में इन्हीं से पाक ने भारतीय MiG-21 गिराया था.
F-16 जेट अपग्रेड: अमेरिका ने F-16 लड़ाकू विमानों को अपग्रेड करने का पैकेज मंजूर किया. इसमें नए रडार, इलेक्ट्रॉनिक्स और मिसाइल लॉन्चर. 2025 के फिस्कल ईयर में $7.6 मिलियन का फंडिंग.
अन्य: 2024 में $1.48 मिलियन के छोटे हथियार पार्ट्स. लेकिन मुख्य फोकस एयर पावर पर है.
चीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर है. 2020-2024 में पाकिस्तान के 81% हथियार चीन से आए. चीन के कुल निर्यात का 63% पाकिस्तान को गया.पाकिस्तान का दावा है कि मई 2025 के टकराव में चीनी हथियारों ने 'बहुत अच्छा काम' किया. मुख्य हथियार हैं...
J-10C फाइटर जेट्स: एडवांस्ड मल्टीरोल जेट्स. मई टकराव में इस्तेमाल हुए. रेंज 1,100 किमी, PL-15 मिसाइलें ले जाते हैं. पाकिस्तान को दर्जनों मिले.
JF-17 थंडर जेट्स: चीन-पाकिस्तान का जॉइंट प्रोजेक्ट. हल्के लड़ाकू विमान. 150 से ज्यादा पाक एयर फोर्स में. 2024-2025 में नए ब्लॉक-3 वर्जन डिलीवर.
HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम: सतह-से-हवा मिसाइलें. रेंज 200 किमी. भारतीय विमानों को रोक सकती हैं. 2024 में नई बैच.
टाइप 054A/P फ्रिगेट्स: नौसेना के जहाज. एंटी-शिप मिसाइलें. 2024 में 4 नए जहाज डिलीवर.
अन्य: Z-10 अटैक हेलीकॉप्टर, VT-4 टैंक, 2024 में $628 हजार के पार्ट्स.
चीन ने अरबों डॉलर खर्च कर ये टेक डेवलप की, जो अब पाकिस्तान के जरिए भारत के खिलाफ टेस्ट हो रही.
अमेरिका और चीन के हथियार पाकिस्तान को ताकत दे रहे हैं, जो भारत के लिए बड़ी समस्या है. मुख्य चुनौतियां हैं...
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हवाई खतरा बढ़ा: AIM-120 और J-10C से पाकिस्तान भारतीय राफेल या सुखोई को दूर से मार गिरा सकता है. मई 2025 में चीनी हथियारों ने भारतीय जेट्स को नुकसान पहुंचाया. अब US मिसाइलें मिलने से BVR (बियॉन्ड विजुअल रेंज) युद्ध में पाक को फायदा.
सिनो-पाक गठजोड़: चीन-पाकिस्तान की फौजें इंटीग्रेटेड हैं. चीन भारत को घेरने के लिए पाक को हथियार दे रहा. नौसेना में फ्रिगेट्स से अरब सागर में खतरा. HQ-9 से एयर डिफेंस मजबूत. ये भारत के पश्चिमी और उत्तरी बॉर्डर पर दो-मोर्चा जंग (पाक+चीन) को आसान बनाएगा.
आंतरिक सुरक्षा: ये हथियार कश्मीर या बॉर्डर पर आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल हो सकते हैं. अमेरिका की डील भारत को 'बैलेंस' करने की कोशिश लगती है.
परमाणु जोखिम: दोनों देश न्यूक्लियर हैं. मई 2025 जैसे टकराव फिर हो सकते हैं, जहां चीनी हथियारों ने ब्रिंक ऑफ वॉर पहुंचाया. भारत को S-400, राफेल अपग्रेड और Astra मिसाइलें तेज करनी होंगी.
एक्सपर्ट्स कहते हैं, ये सप्लाई साउथ एशिया में तनाव बढ़ाएंगी. भारत को क्वाड जैसे दोस्तों से मदद लेनी होगी. अमेरिका और चीन पाकिस्तान को हथियार देकर भारत को चुनौती दे रहे हैं. AIM-120, J-10C जैसे हथियार पाक की ताकत दोगुनी कर देंगे. भारत को अपनी फौज मजबूत करनी होगी, लेकिन डिप्लोमेसी से शांति बनाए रखना सबसे जरूरी.