अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) की एक नई रिपोर्ट पर चीन बुरी तरह भड़क गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत-चीन सीमा पर तनाव कम हुआ है, लेकिन चीन इस शांति का फायदा उठाकर अमेरिका-भारत के बढ़ते संबंधों को रोकना चाहता है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने इस रिपोर्ट को बेबुनियाद और तोड़-मरोड़ वाली बताया. उन्होंने कहा कि भारत-चीन संबंध सही दिशा में जा रहे हैं. इसमें कोई तीसरा देश दखल न दे.
23 दिसंबर को जारी पेंटागन की रिपोर्ट के अनुसार...
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लेकिन रिपोर्ट में चेतावनी दी गई कि चीन इस शांति का इस्तेमाल अमेरिका-भारत के गहरे होते संबंधों को कम करने के लिए कर सकता है, क्योंकि दोनों देशों के बीच अभी भी गहरा अविश्वास बना हुआ है.
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चीनी प्रवक्ता लिन जियान ने कहा किचीन और भारत अपने संबंधों को रणनीतिक दृष्टि से संभालते हैं. हमारे संवाद के चैनल खुले हैं. संबंध सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं. अमेरिकी रिपोर्ट पूरी तरह गलत है और इसमें दखल देने की कोशिश की गई है.

इसी बीच, अमेरिकी अखबार 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन के साथ संभावित युद्ध की तैयारी कर रहा है. 2020 के गलवान झड़प के बाद भारत ने देखा कि चीन की तुलना में उसके सैनिक और सामान तेजी से नहीं पहुंच पाते थे. इसलिए अब भारत हिमालयी सीमा पर बड़े पैमाने पर सड़कें, सुरंगें, हवाई पट्टियां और सैन्य ठिकाने बना रहा है.
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भारत सरकार ने सीमा पर बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया है, जिससे सैन्य तैयारी मजबूत हुई है. यह दोनों रिपोर्टें बताती हैं कि भले ही सीमा पर तनाव कम हुआ हो, लेकिन भारत और चीन के बीच अविश्वास अभी भी बना हुआ है. अमेरिका इस मामले को करीब से देख रहा है, जबकि चीन इसे अपने और भारत के द्विपक्षीय मामले मानता है.