उत्तर प्रदेश के इटावा में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो मृत व्यक्तियों को लूटता था. इटावा पुलिस ने एक एम्बुलेंस के चालक और उसके परिचालक को गिरफ्तार किया है. चालक संजीव कुमार बढ़पुरा का रहने वाला है जबकि परिचालक शोभित कुमार कन्नौज का निवासी है. इन दोनों पर आरोप है कि एम्बुलेंस में शव ले जाते वक्त वे मृतक के कीमती सामान, कैश, घड़ी, अंगूठी आदि पर हाथ साफ कर देते थे.
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आकाश तोमर ने बताया कि थाना बढ़पुरा में 27 फरवरी को एक व्यक्ति दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था जिसको अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई. परिजनों को जब लाश मिली तो उसके निजी सामान, एटीएम कार्ड, सोने की अंगूठी, चेन, घड़ी सब कुछ गायब थे. पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच की तो मामला खुला.
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि 3 मार्च को कुंवर रविंद्र सिंह ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनके भतीजे सुनील कुमार सिंह बोलेरो गाड़ी नंबर यूपी 35 एक्स 1700 अपने परिवार के साथ उन्नाव से ग्वालियर जा रहे थे तभी रास्ते में इटावा के पास रामकृष्ण होटल के नजदीक एक ट्रैक्टर के चालक की लापरवाही से एक्सीडेंट हो गया. इस हादसे में उनके भतीजे की मौत हो गई और अन्य परिजन भी घायल हो गए.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को यह भी बताया कि मृतक के पास एटीएम कार्ड, डीएल, पर्स मे रखे 20000 रुपये और एक चेन थी. सारा सामान गायब हो गया है. एक्सीडेंट के दूसरे दिन यानी 28 फरवरी को मृतक सुनील कुमार के पे-टीएम से कुल 45000 रुपये निकाल भी लिए गए थे. पुलिस ने जब लाश के पास से लूटे गए सामान की जांच शुरू की तो बेहद चौंकाने वाले खुलासे हुए.
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने सबसे पहले उस एम्बुलेंस चालक की तलाश शुरू की जिसने घायल को अपने एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया था. पुलिस को शक था कि इस लूटपाट में एम्बुलेंस चालक का जरूर कोई हाथ है. एम्बुलेंस की तलाश करते करते पुलिस चालक संजीव और परिचालक शोभित तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक मोबाइल, एक एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, एक डीएल, एक बिग बाजार कार्ड, एक दिल्ली मेट्रो कार्ड और 44700 रुपये नकद बरामद कर लिए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ही मृतक सुनील कुमार के कीमती सामान और नकदी की चोरी की थी. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.