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हमास को भी अमेरिकी प्रस्ताव मंजूर, गाजा में बहुत जल्द सीजफायर का ऐलान

गाजा में युद्धविराम की उम्मीदें एक बार फिर से बढ़ गई हैं. युद्धविराम के लिए अमेरिकी प्रस्ताव पर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद भी तैयार हो गया हैं. सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 14 सदस्यों ने भी अपना समर्थन दिया था.

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गाजा में युद्धविराम की उम्मीदें एक बार फिर से बढ़ गई हैं.
गाजा में युद्धविराम की उम्मीदें एक बार फिर से बढ़ गई हैं.

गाजा में युद्धविराम की उम्मीदें एक बार फिर से बढ़ गई हैं. युद्धविराम के लिए अमेरिकी प्रस्ताव पर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद भी तैयार हो गया हैं. सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 14 सदस्यों ने भी अपना समर्थन दिया था. वहीं मिस्र ने इजरायल को प्रस्ताव का पालन करने का आग्रह किया है. 

गाजा में युद्धविराम की उम्मीदें एक बार फिर से बढ़ गई हैं. हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने भी अमेरिकी सीज़फायर प्रस्ताव का स्वागत किया है. इसकी पुष्टि कतर और मिस्र के मध्यस्थों ने भी की है. मंगलवार की शाम को अपने बयान में हमास ने गाजा में लड़ाई को पूरी तरह से रोकने का आह्वान किया.

हमास ने इसके साथ ही कहा कि वो युद्ध को खत्म करने वाले समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत के लिए तैयार हैं. वहीं मिस्र और जॉर्डन के विदेश मंत्री ने इज़रायल से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का पालन करने का आग्रह किया है. अमेरिका ने भी इसकी पुष्टि की है कि हमास ने गाजा में सीजफायर के उसके प्रस्ताव को मान लिया है.

राष्ट्रीय प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इसे मददगार बताया और हमास के जवाब का मुल्यांकन करने की बात कही है. सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का युद्धविराम को लेकर एक प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश किया गया. इसके समर्थन में 14 वोट पड़े थे और सिर्फ रूस ने इज़रायल पर भरोसा ना करते हुए वोटिंग मे हिस्सा नहीं लिया था.

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मनसूर ने अमेरिकी प्रस्ताव का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी लीडरशिप इस प्रस्ताव का स्वागत करती है. इस प्रस्ताव को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 31 मई को परिषद के सामने रखा था. उन्होंने इसे इज़रायल की पहल बताया था. नए प्रस्ताव के तहत युद्धविराम तीन चरणों में होगा. 

जो दोनों पक्षों से प्रस्ताव की शर्तों को "बिना देरी और बिना शर्त" लागू करने का आग्रह करता है. पहले चरण में महिलाओं, बुज़ुर्गों और घायलों सहित बंधकों की रिहाई, फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली, आबादी वाले इलाकों से इज़रायली सेना की वापसी और उत्तर समेत पूरे एन्क्लेव में फिलिस्तीनियों की घर वापसी बड़े पैमाने पर मानवीय मदद सहित पूर्ण युद्ध विराम शामिल है.

दूसरे चरण में गाजा में बंधको की रिहाई के बदले दुश्मनी का पूरी तरह खात्मा और गाजा से इज़रायली सेना की पूर्ण वापसी होगी. तीसरे चरण में गाजा के लिए बहु-वर्षीय पुनर्निमाण योजना शुरू होगी. गाजा पट्टी में बंधकों के शवों को इज़रायल को सौंपा जाएगा. परिषद ने प्रस्ताव में ये भी साफ कर दिया है कि पहले चरण में बातचीत के लिए अगर 6 हफ्ते से ज़्यादा लगता है तो बातचीत जबतक जारी रहेगी तबतक युद्धविराम जारी रहेगा. इसके साथ ही सुरक्षा परिषद ने दोनों देशों के बीच शांति के लिए टू स्टेट सोल्युशन पर भी ज़ोर दिया. 

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