एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने के आरोपी शंकर मिश्रा को गिरफ्तार पुलिस दिल्ली ले आई है. हालांकि अब इस मामले में पुलिस का कहना है कि अब पीड़ित महिला ही जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं.
डीसीपी आईजीआई रवि कुमार सिंह ने बताया- हमने आरोपी को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है. हमें उसकी लोकेशन इसलिए मिली क्योंकि वह पहले भी उसी जगह रुका था. उसी के अनुसार हमने उसे ट्रेस किया. हम अब अन्य लोगों (एयर इंडिया के स्टाफ) से पूछताछ कर रहे हैं लेकिन महिला जांच में असहयोग कर रही हैं. पुलिस उन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
वहीं इस पूरे मामले में एयर इंडिया के सीईओ ने बयान दिया कि पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क और दिल्ली के बीच AI102 फ्लाइट में जो घटना हुई थी, उसको लेकर चार केबिन क्रू और एक पायलट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जांच पूरी होने तक रोस्टर हटा दिया गया है.
उन्होंने कहा कि आंतरिक जांच चल रही है कि जिसमें किसी स्टाफ से उड़ान में शराब देने, घटना से निपटने, बोर्ड से शिकायत करने और शिकायत से निपटने समेत कई पहलुओं पर चूक की तलाश की जा रही है. उनका कहना है कि एयरलाइंस फ्लाइट में शराब परोसने पर नीति की समीक्षा भी की जा रही है.
48 फीसदी लोग फ्लाइट में शराब पर चाहते हैं बैन
लोकल सर्किल्स के नेशनल सर्वे में 48% लोगों ने प्लेन में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. वहीं 89% लोग नशे में यात्रियों के जोखिम के खिलाफ नए सुरक्षा चाहते हैं. वहीं सर्वेक्षण में शामिल 50% लोगों ने कहा कि सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से एक शपथपत्र देना होगा कि वे नशे की हालत में विमान में नहीं चढ़ेंगे. वहीं 32% का कहना है कि सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से फ्लाइट में पर्सनल रूप से शराब का सेवन नहीं करने के बारे में एक अंडरटेकिंग देनी होगी. इसके अलावा 40% लोग चाहते हैं कि बोर्डिंग एजेंटों या कर्मचारियों को ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट करने और पूर्व-निर्धारित मापदंडों के आधार पर बोर्डिंग को अस्वीकार करने के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए.
लोकल सर्कल्स ने देश के 274 से ज्यादा जिलों में स्थित अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने वालों से 20,000 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है. इस सर्वे में 59% पुरुष थे जबकि 42% महिलाएं शामिल थीं. वहीं सर्वे में शामिल 48% लोग टियर 1 सिटी, 33% टियर-2 और 19% टियर-3 और 4 और ग्रामीण जिलों से थे.
ट्रैवल हिस्ट्री की मदद से पकड़ा गया शंकर
आज तक/इंडिया टुडे ने सूत्रों से एक दिन पहले खुलासा किया था कि 3 जनवरी को शंकर मिश्रा की लास्ट लोकेशन बेंगलुरु की मिली थी. वह बेंगलुरु में ट्रैवल करने के लिए टैक्सी का इस्तेमाल कर रहा था. शंकर के बेंगलुरु में अपने ऑफिस से जहां आता-जाता था पुलिस ने उसकी ट्रैवल हिस्ट्री निकाली.
वह जिस रूट से बेंगलुरु अपने ऑफिस जाता था, उस रूट को फॉलो किया. इसके बाद देर रात मैसूर में शंकर की लोकेशन मिली. जब पुलिस वहां पहुंची शंकर टैक्सी से उतर चुका था. इसके बाद ट्रैक्सी के ड्राइवर से पूछताछ कर लीड मिली. इसके बाद ही गिरफ्तार किया जा सका. उसे जहां से पकड़ा गया था, वहां वह पहले भी कई बार रुक चुका था.
एक यात्री ने फ्लाइट को कैप्टन को बताया दोषी
फ्लाइट में मौजूद चश्मदीद डॉ. सौगत भट्टाचार्य ने बदसलूकी मामले में फ्लाइट के स्टाफ के रवैये को लेकर शिकायत की है. उन्होंने अपनी शिकायत में मुख्य रूप से कैप्टन पर दोष लगाया है. उनका कहना है कि इस मामले में फ्लाइट के कैप्टन ने बेहद खराब फैसला लिया. उन्होंने शिकायत की कि घटना के बाद क्र मेंबर्स ने बुजुर्ग महिला के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया. उनका कहना है कि घटना के करीब 3 घंटे बाद भी महिला को दूसरी सीट नहीं दी गई, जबकि चार फर्स्ट क्लास की सीटें खाली थीं.
उन्होंने बताया कि महिला को पहले गैलरी वाली सीट में बैठाया गया. उसके बाद जिस सीट पर शंकर मिश्रा ने पेशाब की थी, उसी सीट पर कंबल डालकर उन्हें बैठा दिया. मैंने उनसे पूछा कि उन्हें शिफ्ट क्यों नहीं किया जा रहा तो मुझे बताया गया कि हम पाइलट इन कमांड की इजाजत के बिना उनको फर्स्ट् क्लास में शिफ्ट नहीं कर सकते. इसके बाद जब उनके एक क्रू मेंबर की सीट खाली हुई, तब उन्हें सीट दी गई.
उन्होंने कहा कि शंकर मिश्रा ने जो किया वह अपराध था, जिसकी शिकायत की जानी चाहिए थी लेकिन क्रू ने ऐसा नहीं किया. इसके बजाए सीनियर स्टाफ ने दोनों को आमने-सामने बैठाकर सुलह करने के लिए कहा. मुझे लगता है कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था.
अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट जा सकते हैं पिता
एयर इंडिया की फ्लाइट में बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने की घटना पर आरोपी के पिता श्याम मिश्रा लगातार सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि बेटे को घटना के बारे में जानकारी नहीं है. वह 72 घंटे से नहीं सोया था. उन्होंने आजतक से बात करते हुए सवाल किया कि महिला विंडो सीट पर बैठी थी, उनके बगल में एक और यात्री थे, उसके बाद शंकर मिश्रा बैठा था. ऐसे में कैसे हो सकता है कि उस महिला पर पेशाब के छींटे पड़ें और बीच वाले यात्री पर नहीं.
उन्होंने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा कि महिला ने उनके बेटे से पैसे की डिमांड भी की थी. बेटा ने उनसे माफी भी मांग ली थी इसके बावजूद उनके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया. उन्होंने कहा कि वो अग्रिम जमानत के लिए जाएंगे.