देश के नंबर वन न्यूज चैनल 'आज तक' पर 13 साल पहले शुरू हुआ था 'वारदात' का सफ़र. 13 साल एक लंबा अरसा होता है. पिछले 13 सालों में ना जाने क्या-क्या, कौन-कौन और कैसे-केसे बदल गए, लेकिन रात 11 बजे नहीं बदला और ना ही आप बदले और ना हम, क्योंकि ये वक्त वारदात का था और है. 13 साल पहले जब वारदात की शुरुआत की थी तब कोशिश और नीयत यही थी कि आपके आप-पास होने वाली हर वारदात से आपको बाखबर रखें. ताकि आप महफूज रह सकें. हमारा वादा है कि यही कोशिश हमारी आगे भी जारी रहेगी.
2004 से 2017 तक लगातार नंबर वन
22 नवंबर 2004 को वारदात का जो सफर शुरु हुआ था वो आजतक जारी है. ये आपका भरोसा ही है कि पिछले 13 सालों से वारदात देश का नंबर वन क्राइम शो बना हुआ है. टेलीविजन देखे जाने के आंकड़ें इस बात के गवाह हैं कि देश या दुनिया में जब भी कोई जुर्म होता है तो आप सभी वारदात का रुख करते हैं. आपके इस भरोसे और प्यार के लिए आप सभी का शुक्रिया.
इन 13 सालों में न जाने कितनी ही खौफनाक और चौंकाने वाली वारदातों के आप और हम गवाह बने. मगर जुर्म की काली दुनिया की कुछ कहानियां ऐसी थी, जिसका खुलासा सबसे बहले इसी वारदात ने किया और जिन्होंने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया.
कास्टिंग काउचः देश का पहला स्टिंग ऑपरेशन
70 एमएम स्क्रीन के पीछे की स्याह दुनिया का सच सबसे पहले यही वारदात सामने लेकर आया था. फिल्मों में एक्ट्रेस और एक्सट्राज को शोषण का पर्दाफाश करने के लिए तब खुफिया कैमरे का पहली बार इस्तेमाल किया था. इस खुलासे ने बॉलीवुड के साथ-साथ पूरे देश में हड़कंप मचा दिया था.
तिहाड़ में स्टिंगः दर्जनों पुलिस वाले सस्पेंड
देश की सबसे हाई प्रोफाइल जेल के अंदर कैसे कैदियों तक सामान पहुंचाई जाती है, इसका खुलासा भी इसी वारदात ने किया था. इस खुलासे से जेल की पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया था. खुलासे के बाद तिगाड़ जेल के 20 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी सस्पेंड कर दिए गए थे.
घूस महलः सेल्स टैक्स दफ्तर में स्टिंग
दिल्ली के सेल्स टैक्स दफ्तर में जब वारदात की टीम ने स्टिंग कर रिश्वतखोर अफसरों और कर्मचारियों को बेनकाब किया तो देश सन्न रह गया. इतनी बड़ी तादाद में रिश्वत लेते अफसर और कर्मचारी इससे पहले कभी कैमरे पर नहीं पकड़े गए थे. बाद में दर्जनों अफसर निलंबित कर दिए गए.
मिस्टर नटवर लालः मौत पर मुहर
पूरे देश की पुलिस भारत के सबसे बड़े ठग नटवरलाल को ढूंढ रही थी. मगर वो वारदात ही था जिसने सबसे पहले बताया कि पुलिस कस्टडी से भागने के बाद नटवर लाल की मौत हो चुकी है. इसी के बाद नटवर लाल के सारे केस बंद कर दिए गए.
सट्टे का खेलः आंखें खोलने वाली ख़बर
सट्टा क्या होता है, ये तब बस सटोरियों और सट्टा खेलने वाले मुट्ठी भर लोगों को ही पता था. मगर वारदात ने कबूतर से क्रिकेट तक खेले जाने वाले सट्टा का सच जब पहली बार देश के सामने रखा तो हरेक की आंखें खुल गई.
हे रामः गांधी के क़त्ल के आखिरी घंटे
महात्मा गांधी के क़त्ल के आखिरी 72 घंटे का सच भी यही वारदात सबसे पहले आपके सामने लेकर आया था. आखिरी तीन दिनों की पूरी साज़िश का खुलासा इसी वारदात ने किया था. जिसे जानकर पूरा देश सन्न रह गया था.
अबू बक़र अल बग़दादी
2013 में तब देश में शायद ही किसी ने ये नाम सुना था. मगर वारदात आने वाले खतरे को भांप चुका था. इसीलिए सबसे पहले उसने बता दिया था कि बगदादी नाम का ये शैतान आने वाले वक्त में कितना खचरनाक साबित हो सकता है. बाद में इसी बगदादी की तलाश के लिए वारदात की टीम इराक तक उसके पीछे जा पहुंची.
नॉर्थ कोरिया का तानाशाह
दो साल पहले तक हिंदुस्तान में इसे कोई जानता भी नहीं था. मगर परमाणु परीक्षण की उसकी तैयारी और दुनिया के सामने आने वाली नई चुनौती की भनक भी तब वारदात को लग चुकी थी. वो वारदात ही है, जिसने सबसे पहले मार्शल किम जोंग उन का सच पहली बार देश के सामने रखा.
भोपाल गैस पीड़ितों का दर्द
उस रात जब सांसें कातिल बन कर भोपाल पर उतरीं, उसका दर्द बीस साल बाद भी ये शहर साल रहा है. शहर के लोगों के इस दर्द को आप और सरकार तक पहुंचाने का काम भी इसी वारदात ने किया था.
मुंबई का दर्द
मुंबई के सीने पर जब बम और गोलियां बरस रही थीं, तब उस दर्द को भी इसी वारदात ने समेटा था. क्योंकि मुंबई के उस मातम का कोई नाम नहीं था.
84 के दंगे का दर्द
इंसाफ के लिए वारदात की मुहिम. दिल्ली के दंगा पीड़ित लगातार इंसाफ के लिए लड़ रहे थे. उनकी इस लड़ाई में भी वारदात लगातार उनके साथ खड़ा था.
बाहुबलीः चुनावी ग़ुंडे
चुनाव में खड़े होने वाले दागी उम्मीदवारों का सच सामने लाकर इसी वारदात ने तमाम राजनीतिक पार्टियों को आइना दिखाने का भी काम किया है. इसके बाद कई सफेदपोश नेताओं के असली चेहरे उजागर हो गए थे.
अंडरवर्ल्ड का सच
मुंबई अंडरवर्ल्ड के अंदर की सारी खबरें पहले दिन से ही वारदात ने आपके सामने रखीं थीं. वारदात ने डी कंपनी के हर राज़ का खुलासा किय़ा और यही शो सबसे बड़े डॉन से जुड़ी खबरें आप तक पहुंचाता रहा है.
मुठभेड़ या क़त्ल?
एनकाउंटर के नाम पर देश में होने वाले फर्जी मुठभेड़ों का सनसनीखेज खुलासा इसी वारदात ने किया. इस पर बाकायदा एक सीरीज चला कर मुहिम छेड़ी. जिसके बाद कई एनकाउंटर की जांच के आंदेश दिए गए. जिसमें दोषियों को सजा भी मिली.
यूपी की जेल में खेल
उत्तर प्रदेश की जेल में कैसे जेलर की मिलीभगत से कैदी मौज काटते हैं, ये सच भी आपके सामने इसी वारदात ने पेश किया. इस खुलासे के बाद सूबे की सरकार सकते में आ गई और कई जेल अधिकारियों पर गाज गिरी थी.
सहमी गलियां: रेड लाइट एरिया का दर्द
ये वारदात ही है, जो पहली बार देश के सामने रेड लाइट एरिया में रहने वाली सेक्स वर्कर्स का दर्द सामने लेकर आया है. सहमी गलियों में उनकी सिसकती जिंदगी की अफसोस कहानी और कड़वी हकीकत को देश के सामने रखने वाला शो वारदात ही है.