धनतेरस (Dhanteras 2021) आ गया है. इस शुभ मौके पर लोग भारत में धातु की खरीदारी करते हैं. खासकर धनतेरस (Dhanteras) और दिवाली (Diwali) पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा रही है. अगर आप भी धनतेरस पर सस्ता और प्योर सोना (Pure Gold) खरीदने की सोच रहे हैं, तो इस खबर को जरूर पढ़ें.
अगर ज्वेलरी (Jewellery) खरीदते समय आप कुछ खास बातों का ध्यान रखेंगे, तो आप सही दाम में प्योर ज्वेलरी खरीद पाएंगे और ज्वेलर आपको बिल्कुल गुमराह नहीं कर पाएगा. खासकर महिलाएं त्योहारों में ज्वेलरी जरूर खरीदती हैं, वो इसे निवेश और लक्ष्मी के आगमन से जोड़कर देखती हैं.
मेकिंग चार्ज (Making Charge) को लेकर जरूर करें मोलभाव
सबसे अहम बात यह है कि ज्वेलरी की मेकिंग चार्ज को लेकर मोलभाव जरूर करें. अधिकतर ज्वेलर मोलभाव के बाद मेकिंग चार्ज कम कर देते हैं. क्योंकि ज्वेलरी पर 35 फीसदी तक मेकिंग चार्ज जोड़ा जाता है. ज्वेलर्स को सबसे ज्यादा फायदा मेकिंग चार्ज से ही होता है. इसलिए इसमें कटौती की गुंजाइश हमेशा रहती है.
इसके बाद ज्वेलरी की कीमत का पेमेंट करने से पहले देखें कि बिल में क्या-क्या चार्ज जोड़ा गया है. अक्सर ज्वेलर्स ग्राहकों को गुमराह करने के लिए बिल में कई तरह के चार्ज जोड़ देते हैं और ग्राहक जानकारी के अभाव में कुछ नहीं कह पाते.
केवल तीन चीजों का करें भुगतान
केंद्र सरकार के मुताबिक ज्वेलरी खरीदते समय ग्राहकों को केवल तीन चीजों का भुगतान करना है. पहला- ज्वेलरी का वजन के हिसाब से कीमत, दूसरा- मेकिंग चार्ज और तीसरा- GST (3 फीसदी) चुकाना पड़ता है. ज्वेलरी का भुगतान आप ऑनलाइन करें या ऑफलाइन, इस पर आपको केवल 3 फीसदी ही GST चुकाना होगा.
इसके अलावा ज्वेलर्स किसी भी तरह का चार्ज करता है तो फिर आप सवाल खड़े कर सकते हैं. क्योंकि कुछ ज्वेलर्स पॉलिस वेट या फिर लेबर चार्ज के नाम पर कुछ रुपये अलग से चार्ज करते हैं, जो नियम के खिलाफ है. आप बिल्कुल इसका भुगतान ना करें और ज्वेलर्स के खिलाफ शिकायत भी कर सकते हैं.
आपको पता होनी चाहिए कि ज्वेलरी 24 कैरेट सोने से नहीं बनती है. बाजार में उपलब्ध अधिकतर ज्वेलरी 22 कैरेट और 18 कैरेट की होती है. इसलिए खरीदते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें कि उस दिन सर्राफा बाजार में सोने का भाव क्या है. जिससे आप सही रेट पर ज्वेलरी खरीद पाएंगे.