पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव (India-Pakistan Tension) बढ़ा हुआ है. पाकिस्तान लगातार 12वीं रात संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने गोलीबारी से जवाब दिया है. इस तनाव के कारण आशंका है कि दोनों देशों के बीच कभी भी कुछ भी हो सकता है.
इस बीच, पाकिस्तान ने एक ऐसा काम किया है, जो पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक स्थिति का जिम्मेदार है. पाकिस्तान का यह फैसला उसके देश में रहने वाले 25 करोड़ लोगों के भविष्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है. दरअसल, भारत से लड़ने के लिए पाकिस्तान ने अपने डिफेंस बजट (PAK Defence Budget) में इजाफा करने का फैसला लिया है. यह बजट 18% तक बढ़ सकता है.
2.5 ट्रिलियन रुपये तक डिफेंस बजट करने का प्लान
मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की गठबंधन सरकार ने भारत के साथ तनाव के कारण अगले बजट में डिफेंस खर्च में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर इसे 2.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक कर सकता है. पाकिस्तानी सरकार 1 जुलाई से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत से पहले अगले महीने के पहले सप्ताह में 2025-26 का बजट पेश करने वाली है, जिसमें डिफेंस पर बजट का ऐलान हो सकता है.
अपने ही लोगों को धोखा दे रहा पाकिस्तान
एक तरफ पाकिस्तान बजट में हर बार डिफेंस पर पैसा खर्च कर रहा है, दूसरी ओर उसकी जनता गरीब और गरीब होती जा रही है. देश में महंगाई चरम पर पहुंच रही है. LPG गैस, बिजली और अब पानी की शॉर्टेज दिखाई देती है, लेकिन पाकिस्तान बजट में कल्याणकारी चीजों पर पैसा खर्च करने के बजाय भारत से मुकाबला करने के लिए लगातार डिफेंस बजट (Defence Budget) बढ़ा रहा है.
इसीलिए पाकिस्तान हो रहा बर्बाद
गौर करने वाली बात है कि पाकिस्तान अक्सर IMF और World Bank से लोन लेता रहा है और अभी भी हाथ फैला रहा है. जब इसे पैसे मिल जाते हैं तो वह अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन बनाने के बजाय, डिफेंस और आतंकवाद पर पैसे लुटा रहा है. जिस कारण ये देश बर्बाद हो रहा है और ऐसा ही करता रहा तो बर्बाद होना तय है. अभी पाकिस्तान IMF से 11 हजार करोड़ की डिमांड कर रहा है. वहीं पाकिस्तान के ऊपर कुल कर्ज 21.15 लाख करोड़ रुपये है.
भारत से युद्ध लड़ने के लिए लिया ये फैसला!
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को बजट मामलों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी आर्थिक टीम से मुलाकात की.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने प्रमुख सहयोगी पीपीपी के साथ लगभग 17.5 ट्रिलियन रुपये के नए बजट ढांचे को साझा किया, जो डिफेंस खर्च में 18 प्रतिशत की ग्रोथ है. अखबार ने सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत के साथ हाल में उत्पन्न तनाव के कारण पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच रक्षा बजट बढ़ाने पर आम सहमति बन गई है.
पाकिस्तान ने हर बार बढ़ाया डिफेंस बजट
चालू वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार ने रक्षा खर्च के लिए 2,122 अरब रुपये आवंटित किए, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजटीय आवंटन 1,804 अरब रुपये से 14.98 प्रतिशत अधिक है. अब इस बार और बढ़ोतरी करने का अनुमान है. चालू वर्ष में, कर्ज सेवा के लिए आवंटित 9,700 अरब रुपये देश का सबसे बड़ा खर्च है.
कितना है पाकिस्तान का बजट?
अखबार ने कहा कि बजट का साइज 18 ट्रिलियन रुपये से कम है, जो कि इस वर्ष के बजट से भी कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत दर में 11 प्रतिशत की कटौती के कारण ब्याज खर्च में भारी कमी आई है.
भारत पाकिस्तान के खिलाफ ले चुका है कई एक्शन
भारत ने 23 अप्रैल को पाकिस्तान के खिलाफ कई एक्शन लिया है, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी में बॉर्डर को बंद करना और हमले के सीमापार संबंधों के मद्देनजर राजनयिक संबंधों को कम करना शामिल था. जवाब में, पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और तीसरे देशों के माध्यम से होने वाले व्यापार समेत भारत के साथ सभी प्रकार का व्यापार निलंबित कर दिया.