मुंगेर जिले के तारापुर प्रखंड के बिहमा पंचायत स्थित सिसुवा गांव में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया. खेत में करंट की चपेट में आकर 66 वर्षीय अवकाशप्राप्त शिक्षक और किसान सुनील मिश्रा की मौत हो गई. वो अपने खेत में धान के बिचड़े की स्थिति देखने गए थे, तभी पहले से बिछाए गए नंगे बिजली तार के संपर्क में आ गए.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गांव के ही एक किसान सुभाष सिंह ने ग्रामीण फीडर से अवैध रूप से नंगा विद्युत तार जोड़कर अपने बोरिंग तक बिजली पहुंचाई थी. इसी करंटयुक्त तार से सुनील मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई. उनके भतीजे धर्मेंद्र मिश्र जब खेत पहुंचे, तब तक वह दम तोड़ चुके थे. हादसे के बाद आरोपी किसान मोटर खोलकर फरार हो गया.
करंट लगने से किसान की मौत
घटना की जानकारी मिलते ही हरपुर थाना के थानाध्यक्ष सोनू कुमार, पीटीसी संजीव कुमार और पुलिस बल मौके पर पहुंचे. कनीय विद्युत अभियंता संतोष कुमार ने प्राथमिक जांच में अवैध कनेक्शन की पुष्टि की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही.
मृतक के पोते सूरज ने बताया कि घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर कृषि फीडर का ट्रांसफार्मर है, लेकिन कुछ किसान अवैध तरीके से ग्रामीण फीडर से नंगा तार जोड़कर बोरिंग चलाते हैं. परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर शव को करीब छह घंटे तक नहीं उठाया.
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की
पुलिस और बिजली विभाग के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. एसडीएम तारापुर से संपर्क की कई कोशिशें की गईं लेकिन उनका फोन बंद था.