वेनेजुएला इन दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर है. अमेरिका वेनेजुएला के तेल टैंकरों को जब्त कर उसे आर्थिक रूप से भारी नुकसान पहुंचा रहा है. अब चीन ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में वेनेजुएला के तेल टैंकरों को जब्त करने की अमेरिकी कार्रवाई की कड़ी निंदा की है. चीन का कहना है कि यह 'मनमानी कार्रवाई' अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने सोमवार को यह बयान एक सवाल के जवाब में दिया. 20 दिसंबर को अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने वेनेजुएला के एक तेल टैंकर को जब्त कर लिया था. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने दावा किया था कि यह टैंकर तथाकथित शैडो फ्लीट का हिस्सा था.
वेनेजुएला के तेल टैंकर को जब्त किए जाने को लेकर लिन जियान ने कहा कि विदेशी जहाजों को मनमाने ढंग से जब्त करना अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है.
उन्होंने कहा, 'चीन हमेशा ऐसे अवैध एकतरफा प्रतिबंधों का विरोध करता है जिनका अंतरराष्ट्रीय कानून में कोई आधार नहीं है और जिन्हें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मंजूरी नहीं है. चीन उन सभी कार्रवाइयों का भी विरोध करता है जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का उल्लंघन करती हैं, अन्य देशों की संप्रभुता और सुरक्षा को ठेस पहुंचाती हैं या एकतरफा दबाव डालती हैं.'
लिन ने आगे कहा कि वेनेजुएला को अधिकार है कि वो अन्य देशों के साथ परस्पर लाभकारी संबंध स्वतंत्र रूप से विकसित करे. उन्होंने कहा कि चीन का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय वेनेजुएला के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के उसके रुख को समझता और समर्थन करता है.
हाल के दिनों में अमेरिका ने वेनेजुएला के पास के समुद्री इलाकों में अपनी सैन्य तैनाती लगातार बढ़ाई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले सप्ताह निकोलस मादुरो सरकार को 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित किया था. उन्होंने वेनेजुएला में आने-जाने वाले सभी प्रतिबंधित तेल टैंकरों पर 'पूर्ण नाकेबंदी' का आदेश भी दिया. वेनेजुएला की तेल आधारित अर्थव्यवस्था को इससे भारी नुकसान हुआ है.
ट्रंप के प्रतिबंधों पर वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका पर कैरेबियन क्षेत्र में 'आपराधिक नौसैनिक समुद्री डकैती के नए युग' की शुरुआत करने का आरोप लगाया.
वेनेजुएला के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाइयां चीन के लिए भी चिंता का विषय हैं, क्योंकि चीन और काराकास के बीच दशकों से करीबी रणनीतिक संबंध रहे हैं. चीन और रूस वेनेजुएला के दो प्रमुख साझेदार हैं. चीन वेनेजुएला के कच्चे तेल का सबसे बड़ा खरीदार है और रिपोर्ट के मुताबिक उसने वेनेजुएला को 60 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के कर्ज और तेल-आधारित क्रेडिट लाइनें दी हैं.
इसके अलावा, 2010 से 2020 के बीच वेनेजुएला चीनी विकास फंडिंग पाने वाले शीर्ष तीन देशों में शामिल रहा है. चीनी थिंक टैंक 'थिंक चाइना' की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी महाद्वीप में चीन की कुल हथियार बिक्री का लगभग 86 प्रतिशत हिस्सा भी वेनेजुएला को जाता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका का दबाव केवल मादुरो सरकार को हटाने तक सीमित नहीं है. टैंकरों की जब्ती और नाकेबंदी लागू कर अमेरिका न केवल अपने प्रभाव क्षेत्र में प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, बल्कि चीन के बढ़ते प्रभाव को चुनौती देने और चेतावनी संकेत भेजने की भी कोशिश कर रहा है.