पहलगाम आतंकी हमले पर भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई के बीच पाकिस्तान अब विक्टिम कार्ड खेलने लगा है. उसकी कोशिश इंटरनेशनल फोरम पर अपने आपको आतंकवाद से पीड़ित दिखाने की है. भारत की तरफ से संभावित मिलिट्री एक्शन पर पाकिस्तानी डिप्टी प्राइम मिनिस्टर इशाक डार का कहना है कि खुद पाकिस्तान आतंकवाद से जूझ रहा है, और इस वजह से 80 हजार लोग मारे गए हैं और 150 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है.
इशाक डार ने कहा कि आतंकवाद का शिकार होने के नाते पाकिस्तान अच्छी तरह जानता है कि इस संकट से प्रभावित लोगों की पीड़ा क्या होती है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम घटना की सख्त निंदा की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के साथ इस दिशा में बातचीत भी की.
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निर्दोष को निशाना बनाने की इशाक डार ने की निंदा!
इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने की कड़ी निंदा करता है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान का आपदा से ग्रस्त देशों के प्रति संवेदनशील रूख है, लेकिन भारत द्वारा किसी भी आक्रामक कदम का पाकिस्तान की तरफ से निर्णायक जवाब दिया जाएगा. डार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वे क्षेत्रीय स्थिरता पर भारत के कदमों के बड़े प्रभाव पर विचार करें.
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इंटरनेशनल ऑब्जर्वर की मौजूदगी में जांच की मांग
पाकिस्तानी मंत्री ने इस घटना की स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा पारदर्शी जांच की मांग की, जैसा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहले ही इसका प्रस्ताव दिया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इससे पहले भारत से नर्मी दिखाने की अपील की. उनका कहना था कि पाकिस्तान अपनी तरफ से तनाव को नहीं बढ़ाएगा, और साथ ही धमकी दी कि अगर भारत कार्रवाई करता है, तो उसका वो जवाब देगा.