UAE की राजधानी अबू धाबी में विशाल हिंदू मंदिर बनकर तैयार हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी बुधवार को इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे. इस्लामिक देश यूएई में बना BAPS मंदिर अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है. इसे 27 एकड़ की जमीन पर बनाया गया है, जिसमें साढ़े 13 एकड़ में मंदिर का हिस्सा बना है और बाकी साढ़े 13 एकड़ में पार्किंग एरिया बनाया गया है.
भारत में यूएई के राजदूत अब्दुल नासिर अल शाही ने जहां मंदिर उद्घाटन को यूएई के लिए खास मौका बताया है. वहीं, कई कट्टरपंथियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूएई और वहां की सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है.
मंदिर निर्माण को लेकर भड़के कट्टरपंथी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने लिखा, अरब देशों में भी मूर्ति पूजा. मतलब अब अरब भी हिंदुत्व को अपना सकता है?
वहीं, एक अन्यू यूजर ने लिखा है, "अरब देशों में मूर्ति पूजा. प्रलय का दूसरा मानवीय रूप है यह."
عبادة الأصنام في الجزيرة العربية، شكل بشري آخر من أشكال يوم القيامة
— Zak (@zakshk) February 13, 2024
एक अन्य यूजर ने लिखा है, "इसलिए अरब मुस्लिम नेताओं की ओर से अर्जेंटीना के उस नेता पर कोई बयान नहीं आया है, जिसमें वह अल अक्सा मस्जिद को ढहाने की बात कर रहे हैं. ये तथाकथित मुस्लिम अरब नेता शैतान की पूजा करने वाले, यहूदी समर्थक और दज्जाल समूह का हिस्सा हैं.
That’s why no statement from any Muslim Arab leader over Argentinian leader where he is talking to Demolish Al Aqsa. These so called Muslim Arab leaders worship satan, part of Zionists, Dajjal group.
— Anaya (@MrsAShafiq87101) February 12, 2024
एक अन्य यूजर ने लिखा है, "यह क्या हो रहा है. भारत में मस्जिद को निशाना बनाया जा रहा है. यूएई के लोगों को शर्म आनी चाहिए."
एक अन्य यूजर ने लिखा है, "अबूधाबी में प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर के उद्घाटन के लिए वहां के शासक को हार्दिक धन्यवाद. हिंदू कट्टरपंथियों को भी अपने विवेक की खोज करनी चाहिए और कट्टरता की समाप्ति के लिए आगे आना चाहिए. मुसलमानों की मस्जिदों को तोड़ने का सिलसिला छोड़ना चाहिए."
Profound Thanks to ruler of Abudhabi for the inauguration of iconic Hindu mandir in Abudhabi. Hindu bigots must search their conscience and campaign for the cessation of bigotry. Give up the spree of demolition of Muslims praying Mosques.
— Robert Shawn (@2aht2) February 12, 2024
एक अन्य यूजर ने लिखा है, "इस्लामिक देश इस तरह के इवेंट को क्यों सेलिब्रेट कर रहे हैं?"
एक अन्य यूजर ने लिखा है, "वाह! वह आपकी मस्जिदों को तोड़ रहे हैं और आप उनके लिए मंदिरों का निर्माण कर रहे हैं. उनलोगों को शर्म आनी चाहिए जिन्होंने इस मंदिर निर्माण की अनुमति दी है और फंडिंग की है."
They demolish your mosques and you build their Temples wow, shame on all those who have allowed and funded
— Asrar shaikh (@gumraah123) February 12, 2024
दूसरी तरफ, यूएई और बाकी अरब देशों के कई लोग अबू धाबी में हिंदू मंदिर बनने की सराहना भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि इससे धार्मिक सहिष्णुता की मिसाल पेश होगी.
दुबई में मंदिर निर्माण का भी किया था विरोध
ये पहली बार नहीं है जब इस्लामिक मुल्क में हिंदू मंदिर खुलने को लेकर आपत्ति जताई जा रही है. अक्टूबर 2022 में भी इस्लाम के कुछ स्कॉलर्स ने दुबई में हिंदू मंदिर खोलने के लिए संयुक्त अरब अमीरात की निंदा की थी. हालांकि, कुछ लिबरल मुसलमानों ने इसे सहिष्णुता को बढ़ावा देने वाला कदम बताया था.
हिंदू मंदिर के उद्घाटन के तुरंत बाद इस्लाम के प्रमुख स्कॉलरों ने UAE की निंदा करते हुए भारत में मुसलमानों पर अत्याचार करने के लिए हिंदुओं को पुरस्कृत करने का आरोप लगाया था. मिस्र के इस्लामिक स्कॉलर मुहम्मद अल-सगीर ने कहा था कि जब भारत में मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है, मस्जिदों को तोड़ा जा रहा है. उस समय यूएई हिंदू मंदिर का निर्माण कर रहा है. ऐसा लगता है कि यह कदम मुसलमानों की भावनाओं को भड़काने वाला है.
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
यूएई में बने BAPS मंदिर के उद्घाटन के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 और 14 जनवरी को यूएई में रहेंगे. पिछले 8 महीने में पीएम मोदी का यह तीसरा यूएई दौरा है. इस दौरान पीएम मोदी कतर भी जाएंगे. मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने लिखा है, "अगले दो दिन मैं विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए यूएई और कतर का दौरा करूंगा. जिससे इन देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंध और गहरे होंगे.