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'टारगेट पूरा होने तक ईरान में जारी रहेगा सैन्य अभियान...', इजरायली PM नेतन्याहू की लंबी जंग की प्लानिंग!

इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि ईरान में चल रहा सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक सभी लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते. इस बीच आईडीएफ ने तेहरान और पश्चिमी ईरान में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने इस संघर्ष को बेहद खतरनाक मोड़ बताया है और बातचीत की अपील की है.

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बेंजामिन नेतन्याहू (फोटो- AP)
बेंजामिन नेतन्याहू (फोटो- AP)

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश ईरान में तब तक अभियान जारी रखेगा जब तक उसके सभी सैन्य उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते. नेतन्याहू ने कहा कि हम युद्ध में नहीं फंसेंगे, लेकिन ईरान अभियान को समय से पहले समाप्त भी नहीं करेंगे. इजरायली सेना ने बीते दिन ही कहा था कि वे ईरान में संभावित रूप से एक लंबी जंग की तैयारी कर रहे हैं.

PM नेतन्याहू ने बताया कि फोर्डो परमाणु केंद्र पर बड़ा नुकसान हुआ है, हालांकि इसके प्रभाव की पूरी जानकारी सामने आना बाकी है. उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल को ईरान के 60% समृद्ध यूरेनियम के स्थान को लेकर "दिलचस्प खुफिया जानकारी" हासिल हुई है. नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के बहुत करीब है.

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अगर इजरायली नागरिकों पर और हमले हुए तो...

इजरायल की वायुसेना (IDF) ने पुष्टि की है कि उसके फाइटर जेट्स इस समय तेहरान और पश्चिमी ईरान में सैन्य ढांचे को निशाना बना रहे हैं. साथ ही, संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के दूत ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने इजरायली नागरिकों पर और हमले किए, तो उन्हें "विनाशकारी प्रतिक्रिया" का सामना करना पड़ेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि "ईरान में शासन परिवर्तन का फैसला वहां की जनता को लेना है, न कि हमें."

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यूएन महासचिव की डिप्लोमेसी की अपील

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने अमेरिका और इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमलों को “खतरनाक मोड़” बताया है और कहा कि इस संघर्ष को रोककर, गंभीर और निरंतर वार्ता की ओर लौटना चाहिए. उन्होंने कहा, “हमें एक ऐसा समाधान चाहिए जो विश्वसनीय, व्यापक और सत्यापन योग्य हो, जिसमें IAEA को पूर्ण पहुंच मिले.”

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IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने पुष्टि की है कि अमेरिकी हमले में इस्फहान के भूमिगत सुरंगों के एंट्रेंस को नुकसान पहुंचा है. इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री रूस की राजधानी मॉस्को पहुंच चुके हैं, जहां वे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलकर हालात पर चर्चा करेंगे.

गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के तहत ईरान से अपनी प्रतिबद्धता निभाने की अपील की है और कहा है कि संयुक्त राष्ट्र इस पूरे संकट का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए हर संभव कोशिश को समर्थन देने के लिए तैयार है.

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