पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद अब राजनीतिक घमासान तेज हो गया है. इस हिंसा में मारे गए हर गोविंददास और उनके बेटे चंदन दास के परिजनों को कोलकाता के सॉल्ट लेक से मुर्शिदाबाद ले जाने पहुंची पुलिस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस हो गई.
बीजेपी का आरोप है कि मुर्शिदाबाद और विधाननगर थाने की पुलिस सॉल्ट लेक में ठहरे परिवार को जबरन वहां से ले जाने की कोशिश कर रही थी. पार्टी नेताओं ने दावा किया कि मृतकों के परिजन मामले की जांच से संतुष्ट नहीं हैं और कोलकाता में रहकर वे कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी में थे.
ममता बनर्जी जाएंगी मुर्शिदाबाद
बीजेपी नेताओं ने परिजनों को एक सुरक्षित घर में शरण दी और पुलिस को उन्हें ले जाने से रोक दिया. पार्टी का कहना है कि यह पूरा प्रयास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर हो रहा है, जो सोमवार को मुर्शिदाबाद दौरे पर जा रही हैं. मृतकों का परिवार ममता बनर्जी से मुलाकात नहीं करना चाहता.
पुलिस के खिलाफ याचिका दायर करेगी बीजेपी
बीजेपी ने सोमवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ याचिका दायर करने की बात कही है. बता दें कि पिछले महीने मुर्शिदाबाद के जाफराबाद इलाके में हिंसा के दौरान हर गोविंददास और उनके बेटे की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद राज्य में राजनीतिक तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है.