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संभल में एक और कुएं की खुदाई शुरू... फिर चर्चा में 47 साल पुराने दंगे से जुड़ी कहानी

यूपी के संभल में प्रशासन ने मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र में स्थित उस पुराने कुएं की खुदाई शुरू करा दी है, जिसके बारे में दावा है कि दंगे के दौरान एक व्यक्ति की हत्या कर उसके शव को तराजू से बांधकर इसी कुएं में फेंक दिया गया था. डीएम और एसपी के निर्देश पर इस कुएं की खुदाई की जा रही है.

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कुएं की खुदाई के दौरान मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार. (Photo: Screengrab)
कुएं की खुदाई के दौरान मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार. (Photo: Screengrab)

उत्तर प्रदेश के संभल में 1978 के दंगे से जुड़े एक पुराने कुएं की खुदाई शुरू की गई है. मुस्लिम-बहुल आबादी वाले मोहल्ले में स्थित इस कुएं की खुदाई का कदम तब उठाया गया, जब कुछ महीनों में 47 साल पुराने दंगे से जुड़े मामलों की फिर चर्चा तेज हो गई थी. दंगा पीड़ित परिवार ने प्रशासन को पत्र लिखते हुए इस कुएं की खुदाई की मांग की थी. कुएं की खुदाई का कार्य सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार की निगरानी में शुरू हुआ. पुलिस भी मौके पर मौजूद रही.

सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने कहा कि यह कार्रवाई दो दिन पहले जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार की जा रही है. नगर पालिका की टीम भी लगी हुई है. चबूतरा टूटने के बाद कुआं दिखने लगा है. आसपास के दुकानदारों ने बताया कि यह कुआं 1978 के दंगों से रिलेटेड है. अभी तो खुदाई चल रही है, और बातें जो भी हैं, वो बाद में सामने आएंगी. टीम ने कुएं के आसपास बैरिकेडिंग कर दी है और पूरे क्षेत्र को सुरक्षा घेरे में रखा गया है.

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दंगा पीड़ित परिवार के सदस्य कपिल रस्तोगी ने प्रशासन को दी गई अपनी शिकायत में दावा किया है कि 1978 के दंगे के दौरान उनके दादा की दुकान कुएं के सामने थी. दंगाइयों ने उन्हें दुकान पर बैठे हुए ही पकड़ लिया. कपिल का आरोप है कि उनके दादा की धारदार हथियारों से हत्या की गई और शव को तराजू से बांधकर इसी कुएं में फेंक दिया गया था. बाद में कुएं से शव बरामद होने पर शरीर पर कई चाकुओं के निशान मिले थे.

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कपिल रस्तोगी ने कुछ महीने पहले एक इंटरव्यू में अपने दादा की हत्या की बात कही थी. उनका दावा है कि इतने गंभीर आरोपों और हिंसा के बावजूद उस समय FIR दर्ज नहीं की गई थी. हालांकि प्रशासन ने अभी तक किसी निष्कर्ष की आधिकारिक घोषणा नहीं की है.

Sambhal missing ancient well excavation start historical sites search

संभल हिंसा की चर्चा के बाद हाल ही में 1978 के दंगे का मुद्दा उठने लगा था. विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने भी अपने संबोधन में 1978 के दंगे का उल्लेख किया था. इसके बाद दंगा पीड़ित परिवार ने प्रशासन को पत्र लिखकर दो मांगें रखीं. पहली यह कि कुएं की खुदाई कराई जाए, ताकि 1978 की घटना से जुड़ी सच्चाई सामने आ सके.

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वहीं दूसरी मांग यह कि उस चौक को उनके दादा के नाम पर रखा जाए, जहां पर घटना हुई थी. पीड़ित परिवार ने कहा कि दशकों तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन अब जब सरकार ने भी 1978 के दंगे का जिक्र किया है, तो उनकी उम्मीदें बढ़ी हैं.

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प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया है. अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि खुदाई एक तथ्य-जांच प्रक्रिया है. प्रशासन शिकायत के तथ्यों की जांच कर रहा है. कुएं की खुदाई का कार्य कई चरणों में किया जाएगा. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, कुएं को पहले पूरी तरह साफ किया जाएगा. फिर अंदर मौजूद सामग्री की जांच की जाएगी.

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