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गोरखपुर से अयोध्या पहुंचे अलग धर्मों के युवक-युवती, नोटरी एग्रीमेंट पर शादी की जल्दी… वकीलों ने किया पुलिस के हवाले 

गोरखपुर से अयोध्या शादी करने पहुंचे गैर संप्रदाय के युवक-युवती की गतिविधियां संदिग्ध थी. दोनों नोटरी एग्रीमेंट पर शादी करने की जल्दबाजी में थे. फैजाबाद कचहरी में अधिवक्ताओं ने दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया. अयोध्या पुलिस ने गोरखपुर पुलिस से संपर्क कर परिजनों को अयोध्या कैंट कोतवाली बुलाया. यह पता चला है कि गुमराह करके और धोखा देकर युवती को गोरखपुर से अयोध्या लाया गया था.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

गोरखपुर से अयोध्या जनपद की फैजाबाद कचहरी में शादी करने पहुंचे युवक और युवती को वकीलों ने पकड़ लिया. युवक मुस्लिम समुदाय का है, जबकि युवती हिंदू समुदाय की है. इनकी गतिविधियां संदिग्ध देखकर अधिवक्ताओं ने इनको पकड़ लिया और जब आधार कार्ड चेक किया गया, तो यह पूरा मामला सामने आया. इसके बाद अधिवक्ता दोनों को पकड़कर कचहरी परिसर में स्थित पुलिस चौकी ले गए और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया. 

इसके बाद युवक-युवती को अयोध्या कैंट कोतवाली लाया गया. फिर अयोध्या पुलिस ने गोरखपुर पुलिस से संपर्क कर उनके परिजनों को अयोध्या बुलाया. सीओ सिटी अयोध्या शैलेंद्र सिंह ने फोन पर बताया कि जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. 

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आधार कार्ड मांगने पर खुली पोल 

बताते चलें कि गुरुवार को लगभग 11:00 बजे के आसपास दो युवक और एक लड़की अयोध्या के फैजाबाद कचहरी पहुंचे. एक अधिवक्ता से इन लोगों ने शादी करने को लेकर संपर्क किया. अधिवक्ता को शादी करने वाले युवक और युवती की गतिविधियां संदिग्ध लगीं. 

इसकी जानकारी आस-पास के अधिवक्ताओं को हुई, तो वे भी मौके पर पहुंच गए और युवक-युवती से उनका आधार कार्ड मांगा. इसके बाद यह तथ्य सामने आया कि गोरखपुर से आया लड़का मुस्लिम है और लड़की हिंदू है. दोनों एक ही स्थान के रहने वाले हैं.

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झूठ बोलकर युवती को लाया था युवक

अधिवक्ताओं की माने, तो उन लोगों ने जब पूछताछ की थी, तो यह बात भी सामने आई थी कि लड़का झूठ बोलकर और लड़की को भगाकर अयोध्या लाया था. मामले में फैजाबाद न्यायालय के अधिवक्ता नवीन मिश्रा ने बताया कि दो लड़के और एक लड़की आई और वकील साहब के तख्ते पर बैठ गए. दोनों की गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं. यह लोग नोटरी एग्रीमेंट के जरिए शादी करना चाहते थे. 

मगर, शादी करने वाले लड़का और लड़की अलग-अलग धर्म के हैं, तो दोनों में से किसी एक को दूसरे के धर्म को स्वीकार करना होगा. इसके बाद उनके आधार कार्ड में भी परिवर्तन होगा और इसके बाद ही ऐसी कोई शादी लीगल होगी. बिना इसके दो अलग-अलग धर्म के लोगों की शादी बिना लीगल अनुमति के वैलिड नहीं हो सकती. 

इस दौरान वहां कई वकील जमा हो गए. सभी ने कहा कि जब धर्म का मामला है, बिना परमिशन के आप ऐसी शादी नहीं कर सकते. इसका वकीलों ने समर्थन किया और इस कृत्य की निंदा की. इसके बाद दोनों को संबंधित चौकी पर पुलिस के हवाले कर दिया. नवीन ने बताया कि पूछताछ में यह भी पता चला है कि युवती को बरगलाकर और झूठ बोलकर लड़का यहां लाया है. 

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