उत्तर प्रदेश का राजधानी लखनऊ में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकापर्ण किया. यहां उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियों का अनावरण किया. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए विकास के मानक, मेड इन इंडिया, अंतिम व्यक्ति से लेकर सुशासन जैसे मुद्दों पर बात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश को निर्णायक दिशा दी.
उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने “दो विधान, दो निशान और दो प्रधान” की व्यवस्था को सिरे से खारिज किया था, जो आज़ादी के बाद भी जम्मू-कश्मीर में लागू थी और भारत की अखंडता के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी.
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार को अनुच्छेद 370 की दीवार गिराने का अवसर मिला और आज भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह लागू है.
आर्थिक आत्मनिर्भरता की नींव और औद्योगिक नीति
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्वतंत्र भारत के शुरुआती उद्योग मंत्रियों में से थे और उन्होंने देश को पहली औद्योगिक नीति दी.
उन्होंने कहा कि भारत में औद्योगीकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता की नींव उसी दौर में रखी गई थी, जिसे आज नई ऊंचाई दी जा रही है.
विकास का पैमाना ‘अंतिम व्यक्ति की मुस्कान’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की प्रगति का असली पैमाना विकास के आंकड़े नहीं, बल्कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान है. उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद दर्शन का ज़िक्र करते हुए कहा कि विकास में शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा - सबका संतुलन ज़रूरी है.
‘मेड इन इंडिया’ और डिफेंस कॉरिडोर पर ज़ोर
पीएम मोदी ने कहा कि आज मेड इन इंडिया उत्पाद दुनिया भर में पहुंच रहे हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश में बन रहे बड़े डिफेंस कॉरिडोर का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया जा रहा है.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने जिस ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत देखी, उसका निर्माण लखनऊ में हो रहा है. इसे उन्होंने भारत की तकनीकी और औद्योगिक क्षमता का प्रतीक बताया.
पहली बार बुनियादी सुविधाओं की पहुंच अंतिम व्यक्ति तक
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के करोड़ों नागरिकों को पहली बार पक्का घर, शौचालय, नल से जल, बिजली और गैस कनेक्शन मिल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जब अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं, इलाज और सुरक्षा पहुंचती हैं, तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विज़न के साथ वास्तविक न्याय होता है.
अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती और सुशासन का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर सुशासन के उत्सव को भी याद किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक केवल “गरीबी हटाओ” जैसे नारों को शासन माना गया, लेकिन अटल जी ने सुशासन को ज़मीन पर उतारकर दिखाया.
गरीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते एक दशक में करोड़ों भारतीय गरीबी से बाहर निकले हैं. उन्होंने कहा कि यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि सरकार ने उन लोगों को प्राथमिकता दी, जो सालों तक पीछे छूटे रहे और समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े थे.
उन्होंने बताया कि 2014 से पहले करीब 25 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में थे, जबकि आज लगभग 95 करोड़ भारतीय इस सुरक्षा कवच से जुड़े हुए हैं.