
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट कराने गए दो इंजीनियरों की मौत और दो लोगों की हालत बिगड़ने के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब जांच में सामने आया है कि विनीत दुबे नाम के इंजीनियर की मौत इलाज में की गई लापरवाही के कारण हुई. इंपायर क्लीनिक में विनीत का हेयर ट्रांसप्लांट किया गया था. उन्हें पहले से ही डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी, लेकिन इसके बावजूद ट्रांसप्लांट किया गया. इसके बाद उनके दिमाग में सूजन और संक्रमण हो गया, जो मौत का कारण बना. यह बात सीएमओ की बनाई जांच समिति की रिपोर्ट में सामने आई है.
डॉ. अनुष्का तिवारी, जिन्होंने हेयर ट्रांसप्लांट किया, ने पहले कोई जरूरी मेडिकल जांच नहीं करवाई. इलाज के बाद पेशेंट के सिर में बैक्टीरिया के संक्रमण से दिमागी बीमारी (इंसेफेलोपैथी) होने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल, विनीत दुबे और एक अन्य केस की जांच के लिए बनाई गई समिति ने दस्तावेज इकट्ठा करना शुरू कर दिया है.
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पुलिस ने जो कागजात जुटाए हैं, उनमें विनीत का डेथ सर्टिफिकेट भी है. उन्हें 14 मई को अस्पताल में भर्ती किया गया था और 15 मई की सुबह उनकी मौत हो गई. डॉक्टर्स का मानना है कि ट्रांसप्लांट के बाद हुए संक्रमण से ही उनकी हालत बिगड़ी.
इलाज में इस्तेमाल की गई दवाओं या रसायनों से भी दिमाग में सूजन आ सकती है. समिति अब डॉ. अनुष्का तिवारी से पूछताछ करना चाहती है. अगर वह नहीं मिलतीं, तो उनके परिवार से जानकारी ली जाएगी.

जिस क्लीनिक में यह ट्रांसप्लांट हुआ, वह डॉ. अनुष्का के पति डॉ. सौरभ के नाम पर रजिस्टर्ड है. नियमों के पालन न होने के कारण क्लीनिक का नवीनीकरण रद्द कर दिया गया है. वहीं, डॉ. अनुष्का ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दी है.
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विनीत का ट्रांसप्लांट तो इंपायर क्लीनिक में हुआ था, लेकिन उन्हें जो ओपीडी पर्चा दिया गया, वह किसी और क्लीनिक– वराही हेयर एंड एस्थेटिक सेंटर का था. पर्चे पर 10 दवाएं लिखी थीं, पर किसी डॉक्टर का नाम नहीं था. पते में केशवपुरम, कल्याणपुर दर्ज था. यह पर्चा भी पुलिस ने जांच टीम को दे दिया है.
आपको बता दें कि कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद दो इंजीनियर की मौत से डॉक्टर अनुष्का तिवारी चर्चा में हैं. दोनों इंजीनियर के परिजनों में उनकी मौत का आरोप डॉक्टर अनुष्का पर लगाया है. पुलिस जांच में एक के बाद एक कई खुलासे होते जा रहे हैं. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे अनुष्का तिवारी के झूठ बेनकाब होते जा रहे है.
खुलासा हुआ है कि अनुष्का के पास MBBS तक की डिग्री नहीं है और वह खुद को डर्मेटोलॉजिस्ट बता कर हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी कर रही थी. जांच में यह भी पता चला है कि उनके पास कोई ट्रेंड असिस्टेंट भी नहीं थे. जिनकी मदद वह सर्जरी के दौरान लेती थी. इन दोनों केस के खुलासे के बाद से ही अनुष्का तिवारी अपने पति के साथ फरार हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है.
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एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया है कि वह केवल Bachelor of Dental Surgery (BDS) पास हैं. कानूनन, बीडीएस डॉक्टर न तो हेयर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं और न ही खुद को डर्मेटोलॉजिस्ट या प्लास्टिक सर्जन बता सकते हैं.
मामले में एक और गंभीर बात यह है कि अनुष्का तिवारी के पति सौरभ तिवारी भी क्लिनिक में उनके साथ बैठते थे. सौरभ तिवारी MDS हैं, लेकिन प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट नहीं हैं. बावजूद इसके वह भी इस सर्जिकल क्लिनिक का हिस्सा थे. मृतक इंजीनियर विनीत दुबे की पत्नी जया त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि सौरभ तिवारी भी इस पूरे रैकेट में भागीदार रहे होंगे. यह भी संदेह है कि उनकी जानकारी में सब कुछ होते हुए भी वह अपनी पत्नी का साथ दे रहे थे. यह सहयोग भी कानून की नजर में अपराध की श्रेणी में आता है.