
कानपुर के अखिलेश दुबे के करीबी रहे सीओ ऋषिकांत शुक्ला को 100 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति सामने आने के बाद निलंबित कर दिया गया है. मार्च में, शुक्ला ने 200 करोड़ के आलीशान ईटरनिटी रिसॉर्ट में अपने बेटे की शादी की थी, जिसकी बारात में ADG और SP रैंक के अधिकारियों समेत कई नेताओं ने डांस किया था. अब एसआईटी जांच में उनकी आय से कई गुना अधिक संपत्तियों का खुलासा हुआ है.
आलीशान शादी में नाचे थे आला अधिकारी
आपको बता दें कि ऋषिकांत शुक्ला ने मार्च में अपने बेटे की शादी कानपुर के सबसे बड़े ईटरनिटी रिसॉर्ट में की थी, जिसकी कीमत ₹200 से ₹250 करोड़ के बीच बताई जाती है. इस भव्य समारोह में शहर के विधायकों, सांसदों और भाजपा के 18 जिलों के अध्यक्ष समेत कई बड़े हस्तियों ने शिरकत की थी.
खास बात यह है कि बेटे की बारात में तत्कालीन उन्नाव एसपी, डीसीपी और एडीजी रैंक के अधिकारियों ने भी जमकर डांस किया था. विपक्ष के नेता भी पहुंचे हुए थे. स्थानीय नेताओं का तो जमावड़ा था.
कानपुर की 10 साल की पोस्टिंग में कमाए 100 करोड़
एसआईटी जांच में खुलासा हुआ कि ऋषिकांत शुक्ला ने 1998 से 2009 तक कानपुर में दरोगा से लेकर सीओ तक के पदों पर 10 साल की तैनाती के दौरान अकूत संपत्ति अर्जित की. जांच में 12 स्थानों पर लगभग 92 करोड़ रुपये की संपत्तियों में उनके मालिकाना हक का खुलासा हुआ है, जो उनकी घोषित आय से कई गुना अधिक है. कुछ संपत्तियों के दस्तावेज अभी भी एसआईटी के कब्जे में नहीं आए हैं, जिसमें उनके पैन कार्ड का इस्तेमाल हुआ है.

निलंबन के बाद विजिलेंस जांच शुरू
ऋषिकांत शुक्ला पर यह कार्रवाई जेल में बंद अपराधी अखिलेश दुबे के करीबियों पर चल रही कार्रवाई का हिस्सा है. शुक्ला वर्तमान में मैनपुरी के भोगांव में सीओ के रूप में तैनात थे, जिन्हें अब निलंबित कर दिया गया है. तत्कालीन पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी, जिसके बाद अब उनके खिलाफ विजिलेंस जांच भी शुरू कर दी गई है.
शिकायतकर्ता ने लगाए ये आरोप
वहीं, पूर्व डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला पर शिकायतकर्ता सौरभ भदौरिया ने 200-300 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है. भदौरिया के अनुसार, शुक्ला ने एसओजी में रहते हुए ठेकेदारी और जमीन कब्जाने में भारी भ्रष्टाचार किया.
सूत्रों के मुताबिक, ऋषिकांत शुक्ला की बेनामी संपत्तियां नोएडा, चंडीगढ़, पंजाब सहित कई शहरों में हैं, जिनमें कानपुर के आर्यनगर की 11 दुकानें भी शामिल हैं. आरोप है कि बेटे विशाल शुक्ला ने अपराधी अखिलेश दुबे के साथ मिलकर 33 कंपनियां बनाकर काला धन सफेद किया. शिकायतकर्ता ने शुक्ला को बर्खास्त करने की मांग की है.