उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के धामपुर से दुखद घटना सामने आई है. यहां एक महिला बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. 56 साल की शोभारानी इस समय बीएलओ के रूप में तैनात थीं. वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में भी जिम्मेदारी निभा रही थीं. शनिवार की देर रात उनकी तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया.
जिला कार्यक्रम अधिकारी विमल चौबे ने बताया कि शोभारानी को सीने में तेज दर्द की शिकायत होने पर तत्काल मुरादाबाद के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम की आवश्यकता न होने के कारण मामले को प्राकृतिक मृत्यु माना जा रहा है.
परिजनों के मुताबिक, शोभारानी लंबे समय से डायबिटीज से पीड़ित थीं. पिछले कुछ दिनों से तबीयत ठीक नहीं थी. इसके बावजूद वे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) से जुड़े रिकॉर्ड और फॉर्म ऑनलाइन अपलोड करने का काम शुक्रवार की देर रात तक करती रहीं. उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे.
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उनके पति कृपाल सैनी ने कहा कि काम की जिम्मेदारी और घर का बोझ दोनों को संभालते-संभालते शोभारानी तनाव में थीं. बीमारी लगातार बढ़ रही थी. उन्होंने जिम्मेदारियों को पूरा करने में कभी ढिलाई नहीं बरती.
शोभारानी के परिवार में जल्द बेटे की शादी होने वाली थी. पति ने बताया कि शादी की तैयारियों के चलते घर में काफी कामकाज बढ़ गया था, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक थकावट और बढ़ गई थी. इसी बीच वह BLO और आंगनबाड़ी दोनों का काम संभाल रही थीं.
धामपुर की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) स्मृति मिश्रा ने कहा कि परिवार ने हमें बताया कि शोभारानी डायबिटीज की मरीज थीं और जब उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें मुरादाबाद ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. जिला प्रोग्राम ऑफ़िसर विमल चौबे ने कहा कि 56 साल की शोभारानी धामपुर इलाके में BLO थीं, जिनकी मुरादाबाद के अस्पताल में मौत हो गई. उन पर काम का कोई दबाव नहीं था. वे आंगनबाड़ी वर्कर भी थीं.