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8 साल के लड़के ने ऑनलाइन मंगाई AK-47 राइफल, देखते ही मां के उड़े होश!

8 साल के एक लड़के ने डार्क वेब (Dark Web) के जरिए ऑनलाइन AK-47 ऑर्डर कर दी. हैरानी की बात यह है कि उसे ये राइफल डिलीवर भी कर दी गई. खुद लड़के की मां ने इस हैरतअंगेज कहानी को बयां किया है.

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एके-47 राइफल (सांकेतिक फोटो- Getty)
एके-47 राइफल (सांकेतिक फोटो- Getty)

अभी तक आपने ऑनलाइन फूड आइटम्स, गैजेट्स या दूसरे घरेलू आइटम्स मंगवाए होंगे. लेकिन 8 साल के एक लड़के ने डार्क वेब (Dark Web) के जरिए ऑनलाइन AK-47 ऑर्डर कर दी. हैरानी की बात यह है कि उसे ये राइफल डिलीवर भी कर दी गई. खुद लड़के की मां ने इस हैरतअंगेज कहानी को बयां किया है. मामला नीदरलैंड का है. 

महिला ने दावा किया कि उसके 8 वर्षीय बेटे ने उसकी जानकारी के बिना ऑनलाइन AK-47 खरीद डाली. ये राइफल जब घर पहुंची तो उसके होश उड़ गए. उसने फौरन जानकारी जुटानी शुरू की तो पता चला कि इसके पीछे इंटरनेट की काली दुनिया डार्क वेब थी, जहां धड़ल्ले से इस तरह के अवैध काम होते हैं. 

क्या है डार्क वेब? 

डार्क वेब इंटरनेट का वो हिस्सा है, जहां पर मौजूद कंटेंट तक Google, Bing जैसे सर्च इंजन के जरिए नहीं पहुंचा जा सकता. इसके लिए स्पेशल ब्राउजर और परमिशन की जरूरत होती है. डार्क वेब पर मौजूद कंटेंट किसी कानून के दायरे में नहीं आता. इसके जरिए ड्रग्स, हथियार सहित तमाम गैरकानूनी काम होते हैं. ये Onion Routing टेक्नोलॉजी पर काम करता है, जो यूजर्स को ट्रैकिंग और सर्विलांस से बचाता है. 

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यहां पर ऐसे स्कैमर्स भी होते हैं, जो बेहद सस्ते में वो चीजें भी बेचते हैं जो बैन हैं. लोग सस्ते में चीज खरीदने के चक्कर में लाखों रुपये गवां देते हैं. ऐसे किसी स्कैमर के जाल में महिला का लड़का फंस गया और ऑनलाइन राइफल ऑर्डर कर डाली. 

बारबरा जेमेन (फोटो- ट्विटर)

यूरोन्यूज को दिए इंटरव्यू में AK-47 खरीदने वाले लड़के की मां बारबरा जेमेन ने बहुत कम उम्र में उसके साइबर क्राइम के चंगुल में फंसने पर चर्चा की. बारबरा ने खुलासा किया कि उनका बेटा कंप्यूटर पर बहुत समय बिताता था और उसने 8 साल की उम्र में हैकिंग आदि शुरू कर दी थी. उन्होंने यहां तक ​​कहा कि हैकर्स ने उनके बेटे का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए भी किया. 

बकौल बारबरा- जब हम बेटे के कमरे में जाते वो ऑनलाइन गेम्स खेलते वक्त कोड वर्ड में बात करता रहता था. चीजें तब बिगड़ीं जब पता चला कि बेटे ने AK-47 मंगवा ली है. बेटे ने सीमा शुल्क से बचने के प्रयास में बंदूक को पोलैंड से बुल्गारिया भेज दिया, फिर वो नीदरलैंड पहुंची. 

बारबरा ने आगे कहा कि मैंने राइफल को स्थानीय पुलिस विभाग को सौंप दिया. पूछताछ के बाद पुलिस ने मेरे बेटे के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की. जांच में पता चला कि वह अंतरराष्ट्रीय हैकरों के जाल में फंस गया था. इस घटना के बाद बारबरा ने खुद को साइबर सुरक्षा में ट्रेंड करने का फैसला किया. अब वह डच पुलिस में साइबर स्पेशल वालंटियर हैं. 

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बारबरा कहती हैं कि आजकल यह बहुत आसान है कि कोई भी साइबर क्राइम का शिकार हो जाए. क्योंकि, अधिकांश बच्चों के पास लैपटॉप और मोबाइल हैं. एक अनजान क्लिक से वो हैकर्स के चंगुल में फंस सकते हैं. ऐसे में जागरूकता बहुत जरूरी है. 

 

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