असम के लोकप्रिय गायक और संगीतकार जुबिन गर्ग (Zubeen Garg) का पूरा नाम जुबिन बोरठाकुर था. 19 सितंबर 2025 को 52 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. खबरों के अनुसार सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हुए एक एक्सीडेंट में उनकी मृत्यु हो गई.
18 नवंबर 1972 को जन्मे जुबिन गर्ग असम, बंगला और हिंदी फिल्म व संगीत उद्योग में अपने अमिट योगदान के लिए जाने जाते थे उन्होंने 40 से अधिक भाषाओं और बोलियों में गाया था, जिनमें बिष्णुप्रिया मणिपुरी, बोरों, दिमासा, कन्नड़, मलयालम, मराठी, नेपाली, भोजपुरी, उड़िया, संस्कृत, तमिल और तेलुगु शामिल हैं. आज भी लोग उन्हें 2006 की फिल्म ‘गैंगस्टर’ का गाना 'या अली' के लिए याद करते हैं. फिल्म में इमरान हाशमी, शाइनी आहूजा, गुलशन ग्रोवर और कंगना रनौत शामिल थे.
वे बहुमुखी कलाकार थे और आनंदलहरी, ढोल, डोटारा, ड्रम्स, गिटार, हारमोनिका, हारमोनियम, मांडोलिन, कीबोर्ड और तबला सहित 12 से अधिक वाद्ययंत्र बजाने में निपुण थे. वे न केवल असम के सबसे प्रभावशाली संगीतकारों में से एक थे, बल्कि प्रदेश के सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाले गायक भी थे.
जुबिन गर्ग का जन्म मेघालय के तुरा में एक असमी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता मोहिनी मोहन बोरठाकुर असम सिविल सेवा (ACS) के अधिकारी रहे और साथ ही कवि व गीतकार भी थे. उनकी माता इल्ली बोरठाकुर गायिका थीं. उनकी बहन जॉन्की बोरठाकुर भी गायिका और अभिनेत्री थीं, जिनकी 2002 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई. बहन की स्मृति में जुबीन ने "शिशु" नामक एल्बम जारी किया था.
जुबिन का नाम मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर जुबिन मेहता के सम्मान में रखा गया था. बाद में उन्होंने अपने गोत्र "गर्ग" को उपनाम के रूप में अपनाया, जिससे उन्हें एक विशिष्ट पहचान मिली.
उन्होंने तामुलपुर हायर सेकेंडरी स्कूल से मैट्रिक पास किया और आगे विज्ञान विषय से करिमगंज कॉलेज में उच्च माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने बी. बोरूआ कॉलेज, गुवाहाटी से बी.एससी. की पढ़ाई शुरू की, लेकिन संगीत करियर पर ध्यान देने के लिए पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी.
जुबिन गर्ग का निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. असम ही नहीं, पूरे देश में उनके गीत और संगीत आने वाले वर्षों तक लोगों की यादों में जीवित रहेंगे.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का धर्मेंद्र के निधन से कोई संबंध नहीं है. ये गायक जुबिन गर्ग की अंतिम यात्रा का वीडियो है.
असम के सुपरस्टार गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत अब हत्या में बदल चुकी है. SIT रिपोर्ट, यॉट के वीडियो, बैंडमेट्स के आरोप, वित्तीय विवाद और सात गिरफ्तारियों ने केस को उलझा दिया है. पढ़ें सिंगापुर से असम तक जुड़ी इस केस की हर कड़ी की कहानी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का कहना है कि सिंगर जुबिन गर्ग की हत्या की गई थी. उन्होंने कहा कि ऐसा करने वालों को कानून का सामना करना पड़ेगा. जुबिन गर्ग की मौत सिंगापुर में एक ट्रिप के दौरान हो गई थी. इसको लेकर राज्यभर में बड़े स्तर पर उनके समर्थक सड़क पर उतर आए थे.
दिवंगत दिग्गज सिंगर जुबिन गर्ग भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं. मगर फैंस और अपने करीबियों की यादों में वो हमेशा एक खूबसूरत याद बनकर जिंदा रहेंगे. साहित्य आजतक 2025 के मंच पर सिंगर पापोन ने जुबिन गर्ग से जुड़े कई ऐसे किस्से साझा किए हैं, जिन्होंने हर किसी के दिल को छू लिया है.
साहित्य आजतक 2025 के मंच पर जुबिन गर्ग को खास अंदाज में श्रद्धांजलि दी गई. सिंगर पापोन और जुबली बरुआ ने जुबिन गर्ग से जुड़े कई खूबसूरत किस्से बताए, जिससे लोग अब तक अनजान थे. पापोन ने जुबिन गर्ग के पॉपुलर गाने भी गाए.
साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2025' का भव्य शुभारंभ हो चुका है. इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन मंच से दिवंगत गायक जुबिन गर्ग को श्रद्धांजलि दी गई. जिसके लिए खास तौर पर आमंत्रित थे सिंगर पेपॉनऔर जुबलि बरुआ. देखें इस स्वरांजलि का ये पूरा वीडियो.
पूर्वोत्तर के दिवंगत गायक जुबीन गर्ग का 53वां जन्मदिन सिलचर के दाई मैदान में बेहद खास अंदाज में मनाया गया. बराक वैली के हर कोने से आए दस हजार से ज्यादा संगीत प्रेमियों ने अपने प्रिय सिंगर को याद किया. केक कटने से लेकर आसमान में 53 दीप जलाने तक पूरा मैदान भावनाओं, संगीत और जश्न में डूबा रहा.
असम में सिलचर के दाई मैदान में दिवंगत गायक जुबीन गर्ग के 53वें जन्मदिन पर हजारों फैंस ने केक काटा और अपने फेवरेट सिंगर को याद किया. कार्यक्रम में 10 हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी, जहां पहले केक काटा गया और फिर आसमान में 53 दीप छोड़कर जुबीन दा को याद किया गया. बराक घाटी के कलाकारों ने बंगाली और असमिया में उनका लोकप्रिय गीत माया बिनी गाकर सिंगर को याद किया.
सिंगर जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत से अब पर्दा हट चुका है. सिंगापुर के समुद्र में 19 सितंबर को हुई उनकी मौत को एसआईटी ने हादसा नहीं हत्या बताया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद इसकी पुष्टि कर दी है. एसआईटी की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग की मौत के मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है, जिसमें मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इसे हादसा नहीं बल्कि हत्या करार दिया है. मुख्यमंत्री ने दावा किया है, ‘यह एक हत्या है... 8 दिसंबर तक जुबीनगर की मौत के मामले में हत्या के तहत ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी’. इस सनसनीखेज खुलासे के बाद असम पुलिस की एसआईटी ने जांच तेज कर दी है.
जुबिन गर्ग की आखिरी फिल्म 'रोई रोई बिनाले' आज थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. ऐसे में उनके फैंस और चाहने वाले थिएटर्स में पहुंच रहे हैं. सिंगर की फिल्म की रिलीज के बीच उनका आखिरी नोट भी सामने आया है.
असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने आरोप लगाया है कि गायक जुबिन गर्ग की मौत की जांच सही दिशा में नहीं जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एसआईटी का गठन अपने करीबी लोगों श्यामकानू महंता और सिद्धार्थ शर्मा को बचाने के लिए किया है. विपक्ष ने जुबिन को न्याय दिलाने की मांग की है.
सिंगर जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत की जांच असम पुलिस की एसआईटी कर रही है. इस मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को जेल भेजा गया, तो बक्सा जेल के बाहर हिंसा भड़क उठी. लोग आरोपियों के साथ मारपीट करना चाहते थे. पथराव, आगजनी और लाठीचार्ज के बीच पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है.
Zubeen Garg Death: जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत के मामले में गिरफ्तार बैंड के दो सदस्यों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. आज दोनों की 14 दिन की पुलिस रिमांड खत्म हुई थी. इसके साथ असम में 'जुबीन के लिए न्याय' की मांग अब सड़क पर हिंसक रूप ले चुकी है.
जुबिन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर के सेंट जॉन्स द्वीप के पास तैरते समय रहस्यम परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उस वक्त वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के सांस्कृतिक ब्रांड एंबेसडर के तौर पर सिंगापुर में मौजूद थे.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग के परिवार से मिलने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए असम पहुंचे हैं. पिछले महीने, 19 सितंबर को, सिंगर जुबीन गर्ग की सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान डूबने से मौत हो गई थी, जिसकी जांच अभी भी चल रही है. जुबीन की मौत को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं और उनके परिवार ने भी मामले की जांच के लिए अपनी ओर से शिकायत दर्ज कराई है.
असम के मशहूर गायक जुबीन गर्ग की मौत मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. सिंगापुर में मौजूद तीन असमिया प्रवासी सोमवार को गुवाहाटी पहुंचकर CID के सामने पेश हुए. अधिकारियों ने बताया कि कुछ और लोग भी आने वाले दो दिनों में बयान देंगे. इस केस में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि पुलिस सिंगापुर जाने की मंजूरी का इंतजार कर रही है.
मशहूर गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत की जांच अब गहराती जा रही है. रविवार को स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के समक्ष जुबिन के बेहद करीबी सहयोगी अरुण पेश हुए. उन्हें जुबिन अपना परिवार कहते थे. गायक की चिता को अग्नि देने वाले चार लोगों में शामिल थे.
गायक जुबिन गर्ग की मौत का रहस्य गहराता जा रहा है. सिंगापुर में डूबने से हुई कथित मौत की जांच अब मनी ट्रेल तक पहुंच चुकी है. सीआईडी की पड़ताल में सामने आए 1.1 करोड़ रुपए के संदिग्ध लेनदेन ने जांच की दिशा ही बदल दी है. शुक्रवार को उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
असम के गायक ज़ुबिन गर्ग के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को उनके खातों में बड़ी वित्तीय अनियमितताओं के बाद सस्पेंड कर दिया गया. पत्नी गरीमा गर्ग ने कहा कि गायक ने PSOs को सामाजिक कार्य के लिए कुछ पैसे दिए थे और जांच में सभी बैंक स्टेटमेंट्स और लेन-देन का रिकॉर्ड मौजूद है.
जुबिन गर्ग केस में इंसाफ के लिए असम के मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि चार्जशीट तीन महीने के भीतर दाखिल होगी. हिमंता विस्वा सरमा ने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार जुबिन को इंसाफ दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी जबकि सिंगापुर में मौजूद गवाहों को भारत लाने की कोशिशें जारी हैं.