बर्फीले तूफान (Winter Storm) तब बनते हैं जब नम हवा वायुमंडल में ऊपर उठती है, जिससे जमीन के पास कम दबाव बनता है और हवा में बादल छा जाते हैं. पहाड़ों पर ऐसी हवाओं को ऊपर की ओर जाने में मदद मिलती जिसके कारण तेज हवा के साथ बड़ी मात्रा में बर्फ गिरती है. बर्फीले तूफान में 2 इंच बर्फ से ही यातायात और परिवहन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि चिकनी सड़कों पर गाड़ियों को चलाने में कठिनाई आती है और फिसलने का डर होता है. अगर बर्फीले तूफान के कारण 6 इंच से अधिक की बर्फबारी विघटनकारी होती है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अपने चीन दौरे पर है, जहां वह चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिंग से मुलाकात करेंगे और यूक्रेन युद्ध विराम, व्यापार और अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे.वहीं अमेरिका के नॉर्थ ईस्ट में बर्फीलें तूफान का कहर बर्पा है, जिसके चलते न्यू हैम्पशायर में यातायात काफी प्रभावित हुए साथ ही स्कूल, कॉलेज सब बंद कर दिए गए है.
दुनिया का मौसम इस समय पूरी तरह बेकाबू हो चुका है. जमीन से 20-30 km ऊपर बहने वाली हवा यानी QBO नवंबर में ही पलट गई, जो आमतौर पर जनवरी-फरवरी में बदलती है. भारत समेत पूरी दुनिया पर 2025-26 में इसका भयंकर असर पड़ेगा. यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब भी बाढ़, ठंड और सूखे की दोहरी मार झेल रहे हैं. यह कोई स्थानीय मौसम नहीं, पूरा ग्लोबल सिस्टम टूटने की शुरुआत है.
अटलांटिक महासागर की समुद्री धारा खत्म हो रही है. आइसलैंड ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का खतरा घोषित किया. क्योंकि यह धारा यूरोप को गर्म रखती है. खत्म होने पर यूरोप में हिमयुग आ जाएगा. अफ्रीका, भारत और दक्षिण अमेरिका में बारिश का पैटर्न बिगड़ सकता है. किसानों को नुकसान होगा. वैज्ञानिक चेताते हैं- अगले दशकों में ये संकट जरूर आएगा.
अक्टूबर में उत्तर भारत के मौसम में महत्वपूर्ण परिवर्तन दर्ज किया गया है. कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में रिकॉर्ड बर्फबारी हुई है, जबकि मैदानी इलाकों में बेमौसम बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है. इस मौसमी बदलाव के कारण सेब और मक्के की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं और कई महत्वपूर्ण मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं.
तिब्बत के एवरेस्ट के पास बर्फीले तूफान से 200 ट्रेकर्स अब भी फंसे हुए हैं. रविवार से 350 को रेस्क्यू टीमों ने कुदांग सुरक्षित पहुंचाया. कर्मा घाटी में 19 किमी बर्फ पार कर निकले एरिक वेन ने कहा कि पैरों के निशान देखकर तूफान से निकले. पश्चिमी चीन में भी तबाही – किलियन में 1 मौत, शिनजियांग में हाइकिंग बंद.
तिब्बत के एवरेस्ट पर बर्फीला तूफान आने से सैकड़ों ट्रेकर्स फंस गए. रेस्क्यू टीमों ने 350 को कुदांग सुरक्षित पहुंचाया, बाकी 200 से संपर्क साध लिया है. कर्मा घाटी में शुक्रवार से भारी बर्फबारी हुई. ट्रेकर्स ने बताया कि अक्टूबर में कभी ऐसा नहीं देखा. जलवायु परिवर्तन का असर है.
फरवरी के आखिरी से पहाड़ों पर बर्फबारी जो दौर शुरु हुआ, वो मार्च के महीने में भी जारी है. कश्मीर से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है. जबकि देश के मैदानी हिस्सों में कहीं बारिश तो कहीं ठंड की दस्तक है. घाटी में कई जगह तापमान माइनस 5 डिग्री से नीचे है.
कश्मीर के सोनमर्ग में मार्च के महीने में भयंकर बर्फबारी हो रही है. इस दौरान एक भयानक बर्फीला तूफान देखा गया, जिसकी कई तस्वीरें कैमरे में कैद हुईं. बर्फ की लहरें समुद्री लहरों जैसा दृश्य प्रस्तुत कर रही हैं और एवलांच का खतरनाक वीडियो भी सामने आया है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है जिससे तापमान कई जगहों पर -5 डिग्री से नीचे चला गया है. Video.
जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में आए बर्फीले तूफान का एक डरावना वीडियो सामने आया है. वीडियो में दिख रहा है कि कैसे बर्फीला तूफान सबकुछ अपने आगोश में लेने के लिए आगे बढ़ रहा है. राहत की बात ये है कि इस आपदा में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. देखें बर्फीले तूफान का वीडियो.
कश्मीर में आए भयानक बर्फीले तूफान का हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है. इस खतरनाक हिमस्खलन में आसपास के लोग सुरक्षित रहे और इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे बर्फ की धारा अचानक पहाड़ों से बहकर सड़कों तक पहुंच गई. लोगों ने चीखते-चिल्लाते हुए अपनी जान बचाने की कोशिश की.
तापमान गिरने के पीछे पश्चिम दिशा से आने वाली तेज़ सर्द हवाएं हैं. हवा की रफ्तार करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक है, जो कि हिमालय से ठंड लेकर आ रही है. पिछले दिनों यानी फरवरी के आखिरी दिनों में जो पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हुई, वहीं से ये सर्द हवाएं दिल्लीवालों को कंपा रही हैं.
उत्तराखंड के माणा में भारी बर्फबारी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रुका था, जिसे फिर से शुरू किया गया है. अभी तक चार मजदूर लापता हैं. रेस्क्यू में सेना के चार हेलिकॉप्टर के अलावा आईटीबीपी, बीआरओ, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के 200 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं. खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू में परेशानियां हो रही हैं. देखें शतक आजतक.
उत्तराखंड के चमोली में रेस्क्यू ऑपरेशन का तीसरा दिन जारी है. शुक्रवार को हुए हादसे में 54 मजदूर फंसे थे, जिनमें से 50 को बचा लिया गया. 4 मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि 4 अभी भी लापता हैं. भारी बर्फबारी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आ रही है. सेना के 4 हेलीकॉप्टर और 200 से ज्यादा जवान रेस्क्यू में लगे हैं. देखें...
उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन का तीसरा दिन है. 54 में से 50 मजदूरों को बचाया गया. अभी भी 4 मजदूर लापता है. भारी बर्फबारी और खराब मौसम से ऑपरेशन में बाधा आ रही है. सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के 200 से अधिक जवान तलाश में जुटे हुए हैं. देखें Video.
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. उत्तराखंड के चमोली में हिमस्खलन से 55 मजदूर बर्फ में दब गए, जिनके बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. हिमाचल में 200 से अधिक सड़कें बंद हैं और कईं इलाके बाकी राज्यों से कट गए हैं. जम्मू-कश्मीर में भी भारी बर्फबारी से आम जीवन प्रभावित हुआ है.
उत्तराखंड के चमोली में बर्फीले तूफान से बड़ा हादसा हुआ है. माणा गांव में बर्फ के पहाड़ के खिसकने से 55 मजदूर दब गए थे. रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 50 मजदूरों को बचाया गया है, जिनमें से 4 की मौत हो गई है. 5 मजदूर अभी भी लापता हैं. CM पुष्कर धामी ने मौके का जायजा लिया है.
इस साल मौसम का मिजाज काफी बदला-बदला सा रहा. फरवरी महीने में ही तापमान इतना बढ़ गया कि ओस की बूंदें तो छोड़िए, धूप में निकलने से लोग भी कतराने लगे. देश के ज्यादातर हिस्सों ने इस साल फरवरी ऐसी ही देखी. हालांकि, इस बीच पहाड़ों पर भारी बर्फबारी ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी. देखें ये बुलेटिन.
चमोली में एवलांच ने भीषण तबाही मचाई है. तो वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर बात की है. पीएम ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है. एवलांच हादसे में अब तक 47 मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया गया है. ITBP, BRO, SDRF और NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. देखें वीडियो.
उत्तराखंड के माड़ा गांव में भारी बर्फबारी के कारण फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया और मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू टीम से जानकारी ली. मौसम की स्थिति खराब होने के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है. सीएम धामी ने बचाए गए मजदूरों से मुलाकात की. देखें Video.
उत्तराखंड के चमोली में बर्फीले तूफान में फंसे 55 मजदूरों में से 47 को सफल बचा लिया गया है. 8 मजदूर अभी भी फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने के लिए सेना, NDRF, SDRF और ITBP की टीमें जुटी हुई हैं. सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचेंगे. देखें...
उत्तराखंड के चमोली में बर्फ़ का पहाड़ धसने से 57 मजदूर फंस गए. इनमें से 32 का रेस्क्यू किया गया है, जबकि 25 को निकालने का प्रयास जारी है. 65 लोगों की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है और हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है. देखें नॉनस्टॉप-100.