1 दिसंबर 2025 से संसद का शातकालीन सत्र शुरू होकर 19 दिसंबर तक चलेगा (Winter Session of Parliament 2025). संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 29 नवंबर को सोशल मीडिया के माध्यम से संसद के शीतकालीन सत्र की जानकारी शेयर की. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शीतकालीन सत्र आयोजित करने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
किरन रिजिजू ने एक्स पर लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि यह सत्र रचनात्मक और सार्थक रहेगा, जिससे लोकतंत्र मजबूत होगा और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी.
गुरुवार को शीतकालीन सत्र का चौथा दिन रहा. शुरुआती दो दिन हंगामेदार रहे तो इस बीच बुधवार का तीसरा दिन शांतिपूर्ण रहा और चौथे दिन भी कोई गतिरोध नहीं रहा. संसद के भीतर सदन की कार्यवाही शांति से चलती रही लेकिन बाहर हंगामा भी होता रहा. चौथे दिन की शुरुआत प्रदूषण के मुद्दे से हुई
Parliament Winter Session Day 4 Live Updates: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है. गुरुवार को चौथे दिन की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई और कोई गतिरोध नहीं हुआ. शुरुआती दो दिन हंगामेदार रहे थे. बुधवार को तीसरा दिन भी शांतिपूर्ण रहा था. चौथे दिन की शुरुआत प्रदूषण के मुद्दे से हुई थी.
संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के कुत्ते को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है. संसद परिसर में कुत्ते के साथ पहुंचने पर जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि यह कुत्ता काटता नहीं है, बल्कि काटने वाले संसद के अंदर बैठे हैं. इस बयान के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग होने लगी. बाद में जब उनसे पुनः सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कुत्ते की आवाज निकालकर मजाकिया जवाब दिया.
संसद भवन में शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. संसद परिसर में श्रम कानूनों के विरोध में विपक्षी सांसद बैनर और पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. यह प्रदर्शन खासकर लेबर कोर्ट से जुड़े मामलों पर केंद्रित है. विपक्ष ने सरकार की नीतियों पर मोर्चा खोलते हुए जोरदार विरोध किया.
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने अपने पालतू कुत्ते को संसद भवन में लाकर विवाद खड़ा कर दिया. भाजपा सांसदों ने इसे सुरक्षा नियमों का उल्लंघन बताया और कार्रवाई की मांग की.
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने संसद भवन परिसर में अपनी गाड़ी में एक पालतू कुत्ता लाकर विवाद खड़ा कर दिया है. भाजपा ने इसे संसद नियमों का उल्लंघन बताया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. प्रदूषण, संचार साथी ऐप विवाद, श्रम संहिताओं पर विपक्ष का विरोध और केंद्रीय उत्पाद शुल्क संशोधन विधेयक पारित हुआ.
Parliament Winter Session Day 3 Live Updates: संसद के चालू शीतकालीन सत्र का बुधवार का तीसरा दिन रहा. पहले दिन एसआईआर पर रार खुलकर दिखी थी. दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सरकार बीच का रास्ता निकालने की कवायद होती रही. इसके साथ ही तीसरे दिन प्रदूषण, संचार साथी ऐप का मामला मुद्दा बना. हालांकि संसद की कार्यवाही शांतिपूर्ण रही.
संसद में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन नए नियमों का जिक्र किया जिनमें 36 घंटे के अंदर कंटेंट हटाने की व्यवस्था शामिल है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सख्त कार्रवाई और मजबूत नियम बनाने की आवश्यकता पर बल दिया. साथ ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के बीच संतुलन बनाए रखने की बात कही और डिजिटल इंडिया पहल की सफलता को स्वीकार किया.
संसद के चालू शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन आज है. पहले दिन एसआईआर विषय पर काफी बहस हुई जहां पक्ष और विपक्ष के बीच मतभेद और हंगामा देखने को मिला. अब विपक्ष प्रदूषण के मुद्दे पर मुखर है. इसी कड़ी में विपक्षी सांसद आज मास्क पहन कर संसद पहुंचे.
संसद के चालू शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा रहा. पहले दिन एसआईआर विषय पर गहन बहस हुई जिसमें पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई. विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई. वहीं, राज्यसभा में भी विपक्ष द्वारा वॉकआउट किए जाने के बाद जीरो ऑवर और स्पेशल मेंशन की प्रक्रिया जारी रही, जिससे सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई.
लोकसभा में संचार साथी ऐप को अनिवार्य रूप से प्री-इंस्टॉल करने को लेकर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के बीच तीखी बहस हुई. सिंधिया ने स्पष्ट किया कि नियम 7B में यूजर पर कोई पाबंदी नहीं है और ऐप को अनइंस्टॉल किया जा सकता है, यह नियम केवल निर्माता कंपनियों के लिए है और इसका उद्देश्य जनता को साइबर फ्रॉड से बचाना है.
संसद के चालू शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन है और पहले दिन एसआईआर पर कड़ी बहस देखी गई. विपक्ष और सरकार के बीच हुई सख्त बहस और विपक्ष के हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही में कई बार व्यवधान पैदा हुआ. वहीं, राज्यसभा में भी विपक्ष की वॉकआउट के बाद जीरो ऑवर और स्पेशल मेंशन की कार्यवाही हुई, जो चर्चा के लिए महत्वपूर्ण रही.
संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया है. दिल्ली NCR में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सांसदों ने मास्क पहनकर विरोध जताया जबकि श्रम कानूनों और मनरेगा के बकाए को लेकर भी संसद में प्रदर्शन हुआ. श्रम कानून, प्रदूषण और मनरेगा के मुद्दे पर सांसद कांग्रेस, तृणमूल जैसे दलों ने गांधी प्रतिमा के सामने अलग-अलग प्रदर्शन किए.
संसद में इस समय विपक्षी सांसद श्रम कानून के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शीतकालीन सत्र के दौरान ये गतिरोध दो दिन से बना हुआ है और आज तीसरा दिन है. सरकार ने चुनाव प्रक्रिया के सुधार पर चर्चा के लिए समय दिया था, लेकिन विपक्ष ने अब अपना ध्यान श्रम कानून के मुद्दे पर केंद्रित कर दिया है.
संसद का शीतकालीन सत्र शुरु होने के बाद से विपक्ष लगातार सरकार का अलग-अलग मुद्दों पर घेराव कर रही है. जहां कल संसद में विपक्ष के नेताओं ने जमकर SIR पर प्रदर्शन किया, तो वहीं आज ये सांसद प्रदूषण के मुद्दें पर सरकार को घरेने के लिए गैस मास्क लगाकर संसद पहुंचे.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी सांसद श्रम कानून के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. संसद भवन के मकर द्वार पर नारेबाजी के साथ यह विरोध जारी है. सरकार ने चुनाव सुधार के मुद्दे पर चर्चा के लिए समय दिया था, लेकिन विपक्ष ने नया मुद्दा उठाते हुए श्रम कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद इमरान मसूद ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर संसद परिसर में ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर विरोध जताया और सोनिया गांधी के अरावली को खत्म करने की साजिश वाले लेख का समर्थन किया.
संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच SIR और वोट चोरी के मुद्दों पर तीखी बहस हो रही है. संसद के दोनों सदनों में यह मुद्दा जोर शोर से उठाया जा रहा है, लेकिन पीएम मोदी ने विपक्ष के राजनीतिक मुद्दों को ड्रामा बताते हुए सकारात्मक राजनीति की सीख दी है.
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस की सांसद रेणुका चौधरी अपने पालतू कुत्ते को कार में लेकर संसद पहुंच गईं, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया. इसके बाद रेणुका चौधरी ने इस मामले पर सफाई दी, लेकिन बीजेपी ने इसे अमर्यादित आचरण बताया और इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.
बर को लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा होगी. सवाल है कि क्या ये विपक्ष की SIR विरोधी मुहिम की जीत को दर्शाती है? साथ ही, इसे लेकर भारतीय चुनाव आयोग पर अदालत में उठाए गए सवाल कितने जायज हैं, इस पर भी चर्चा की गई है.