सूडान
सूडान (Sudan) आधिकारिक तौर पर सूडान गणराज्य पूर्वोत्तर अफ्रीका का एक देश है. यह दक्षिण-पश्चिम में मध्य अफ्रीकी गणराज्य, पश्चिम में चाड, उत्तर में मिस्र, उत्तर पूर्व में इरिट्रिया, दक्षिण-पूर्व में इथियोपिया, उत्तर-पश्चिम में लीबिया, दक्षिण में दक्षिण सूडान और लाल सागर के साथ सीमा साझा करता है (Sudan Geographical Location).
2022 तक इसकी आबादी 45.70 मिलियन है (Sudan Population) और इसका क्षेत्रफल 1,886,068 वर्ग किलोमीटर है (Sudan Total Area), जो इसे क्षेत्रफल के हिसाब से अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा देश और अरब लीग में तीसरा सबसे बड़ा देश बनाता है. यह 2011 में दक्षिण सूडान के अलग होने तक अफ्रीका और अरब लीग में क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा देश था. इसके बाद से दोनों खिताब अल्जीरिया के पास रहे हैं. इसकी राजधानी खार्तूम है (Capital of Sudan) और इसका सबसे अधिक आबादी वाला शहर ओमदुरमान है (Sudan Most Populated City).
सुपरमॉडल अनोक याई की तस्वीर देखकर लोग देखते रह जाते हैं. मगर तस्वीर के पीछे की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है. एक दंपत्ति नरसंहार से बचकर अपना देश छोड़ रहा है. नए देश में रोटी, रोजगार, रेसिज्म की समस्या है. मगर उनकी बेटी एक ऐसी फील्ड में इतिहास रचती है, जहां दशकों तक गोरे ही आइकॉन रहे हैं.
सूडान से आया एक वीडियो में आदर्श हाथ जोड़े अपनी रिहाई की गुहार लगा रहा है. उसने भारत सरकार से मदद की मांग की है, आदर्श ने कहा है कि अगर रेड क्रॉस और भारत का दूतावास पहल करे तो उसे RSF से मुक्ति मिल सकती है.
सूडान के अल-फशीर में हाल ही में हिंसा के दौरान ऊंटों पर सवार लड़ाकों ने करीब 200 निहत्थे लोगों को पकड़कर एक जलाशय के पास ले जाकर गोली मार दी. एक चश्मदीद अलखैर इस्माइल को हमलावरों में से एक ने पहचानकर छोड़ दिया, लेकिन बाकी सभी मारे गए.
अल-फशीर में RSF ने सेना के डारफुर क्षेत्र में अंतिम गढ़ पर कब्जा करने के प्रयास में शहर को घेर रखा है. इस घेराबंदी ने भूख और रोग फैलाने का काम किया है. लगातार ड्रोन और तोपखाना हमले शरणस्थल, मस्जिदों, अस्पतालों और क्लीनिकों को निशाना बना रहे हैं.
कुछ दिन पहले, आरएसएफ ने कथित तौर पर अल-फ़शर में एक मस्जिद को निशाना बनाया था. इस दौरान हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई थी. मारे गए लोगों में मस्जिद के मौलवी और चिकित्सा कर्मचारी शामिल थे.
जंग, दुनिया के किसी भी कोने में किसी भी समस्या का समाधान कभी नहीं हो सकती. बावजूद इसके आज दुनिया के कई देश अलग-अलग मोर्चों पर जंग लड़ रहे हैं. इन संघर्षों में न केवल जान-माल का भारी नुकसान होता है, बल्कि लाखों बच्चे शिक्षा से दूर हो जाते हैं. अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर ऐसे ही पांच देशों के बारे में बता रहे हैं, जहां जंग की वजह से साक्षरता की दर सबसे कम है.
सूडान के दारफुर में 31 अगस्त 2025 को भूस्खलन ने तारसीन गांव को तबाह कर दिया. 1000 से ज्यादा लोग मारे गए, सिर्फ एक बचा. भारी बारिश से यह आपदा आई. SLM/A ने यूएन से मदद मांगी. गृहयुद्ध ने हालात बिगाड़े. शव निकालना मुश्किल है. अंतरराष्ट्रीय सहायता की जरूरत है.
सूडान के मारा पहाड़ी क्षेत्र में आए भूस्खलन ने एक पूरे गांव को तबाह कर दिया. हादसे में 1,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि केवल एक व्यक्ति जिंदा बचा है. सूडान लिबरेशन मूवमेंट्स ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सहायता की अपील की है. यह घटना देश के दो साल लंबे गृहयुद्ध और भुखमरी संकट के बीच हुई है.
सूडान में गृहयुद्ध के बीच लोगों की हालत बद से बदतर हो चुकी है. यहां भुखमरी चरम पर पहुंच गया है. जीवित रहने के लिए भूखे सूडानी लोग घास-फूस खा रहे हैं. यहां लाखों लोग अकाल से पीड़ित हैं. कुछ लोग भूख से बचने के लिए कोयला चूस रहे हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया आदेश (प्रोक्लेमेशन) जारी कर 12 देशों के यात्रियों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी है. इसके अलावा उन्होंने 7 अन्य देशों से यात्रा पर भी आंशिक पाबंदी लगाई गई है, इनमें बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें किसी एयरपोर्ट पर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके यात्री विमान खड़े दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये पाकिस्तान का नूर खान एयरपोर्ट है जिसे भारत ने तबाह कर दिया. लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो सूडान का है.
शरणार्थी शिविरों पर पैरामिलिट्री समूह रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के हमलों में सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है. सूडान के 50 मिलियन (5 करोड़) लोगों के लिए नतीजे विनाशकारी रहे हैं. कथित तौर पर हज़ारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग अकाल का सामना कर रहे हैं. लगभग 13 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से 4 मिलियन पड़ोसी देशों में चले गए हैं.
आंदोलन समूह जनरल कोऑर्डिनेशन ऑफ डिस्प्लेस्ड पर्सन्स एंड रिफ्यूजीज ने बताया कि हमले गुरुवार से शुरू हुए और शनिवार तक जारी रहे. इन हमलों में आवासीय क्षेत्रों, बाजारों और स्वास्थ्य केंद्रों को भी निशाना बनाया गया, जिससे सैकड़ों लोग मारे गए या घायल हुए, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
सूडान में अर्धसैनिक बल और सेना के बीच लड़ाई जारी है और इस लड़ाई में सेना को बढ़त मिलती दिख रही है. सेना को मिलती बढ़त यूएई के लिए झटका है क्योंकि वो आरएसएफ का भरपूर समर्थन कर रहा है. यूएई ने आरएसएफ को हथियार सप्लाई कर और उससे सोना खरीदकर उसे युद्ध में बनाए रखा है और इसके पीछे सूडान में उसके हित हैं.
दो सालों पहले सूडान की सेना से प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिकों बलों ने राष्ट्रपति भवन कब्जा लिया था. लेकिन शुक्रवार को सेना ने दोबारा महल को अपने कब्जे में ले लिया है. हालांकि, युद्ध के बीच सूडान का राष्ट्रपति भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है.
सूडान में सेना के खिलाफ लड़ने वाले एक कुख्यात अर्धसैनिक समूह ने ओमडुरमैन शहर में एक बाजार पर हमला कर दिया, जिसमें 54 लोग मारे गए हैं. इसकी जानकारी सूडान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी.
चीन की एक ऑयल कंपनी का प्लेन दक्षिणी सूडान में क्रैश हो गया है. इस प्लेन में 21 यात्री सवार थे, जिसमें एक भारतीय भी था. बताया जा रहा है कि प्लेन में सवार यात्रियों में से करीब 20 की मौत हो गई है, जबकि एक सर्वाइवर जिंदा बच गया है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यूएई के राज्य मंत्री शेख शखबूत अल नाहयान अल नाहयान ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में कहा कि हम 29 सितंबर 2024 को खार्तूम में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत के आवास पर सूडानी सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ज़बरदस्त हमले की कड़ी निंदा करते हैं.
यूनाइटेड नेशन्स ने हाल में आरोप लगाया कि अफ्रीकी देश सूडान में चल रही लड़ाई में फॉरेन प्लेयर्स आग में घी डाल रहे हैं. पिछले साल अप्रैल में दो सेनाध्यक्षों के बीच शुरू हुई जंग में विदेशी ताकतें भी शामिल हो गईं. इसके बाद से तनाव बढ़ता ही जा रहा है. लेकिन सवाल ये है कि सूडान की आपसी खींचातान से जुड़कर दूसरे देशों को क्या फायदा हो सकता है?
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के इस हमले में 150 से अधिक ग्रामीण घायल हुए हैं. बता दें कि पिछले साल अप्रैल में युद्ध शुरू होने के बाद से RSF पर बार-बार देश भर में नरसंहार, बलात्कार और अन्य गंभीर उल्लंघनों के आरोप लगते रहे हैं.
अफ्रीकी देश सूडान में एक साल से गृहयुद्ध छिड़ा हुआ है. इस बीच ह्यूमन राइट्स वॉच ने अपनी रिपोर्ट में वहां नरसंहार होने का दावा किया है. ह्यूमन राइट्स वॉच ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि RSF और उसके सहयोगी गैर-अरबी लोगों को निशाना बना रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, मसालित और गैर-अरबी लोगों पर टॉर्चर किया जा रहा है.