सत्येंद्र कुमार जैन, राजनेता
सत्येंद्र कुमार जैन (Satyendar Kumar Jain) दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी के राजनेता हैं (Member of AAP). दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025) में आप ने उन्हें शकूर बस्ती सीट से उम्मीदवार बनाया है.
उनके पोर्टफोलियो में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, उद्योग, गृह, पीडब्ल्यूडी, बिजली, पानी, शहरी विकास और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण शामिल हैं. वह दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल में हैं (Delhi Health Minister).
सत्येंद्र जैन का जन्म 3 अक्टूबर 1964 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले (Baghpat) के किरथल गांव में हुआ था (Satyendar Jain Date of Birth). उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा रामजस स्कूल, नंबर 2, दिल्ली से की और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स से आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री हैसिल की (Satyendar Jain Education). इनकी शादी पूनम जैन से हुई है (Wife) और इनकी दो बेटी हैं (Satyendar Jain Daughters).
भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे (Anna Hazare) के आंदोलन में शामिल होने के बाद जैन ने राजनीति में अपना कदम रखा.राजनीति में शामिल होने से पहले जैन ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) में काम किया, बाद में उन्होंने एक आर्किटेक्चरल कंसल्टेंसी फर्म स्थापित करने के लिए नौकरी छोड़ दी. जैन समाज कल्याण संगठनों के साथ काम में भी शामिल रहे हैं जहां वह दृष्टिबाधित लोगों की मदद करने के लिए काम करने वाली संस्था दृष्टि और शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांगों के सशक्तिकरण और कल्याण के लिए समर्पित संगठन स्पर्श के साथ जुड़े रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, उद्योग, गृह, पीडब्ल्यूडी, बिजली, जल, शहरी विकास और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के रूप में कार्य किया. विधानसभा चुनाव में शकूर बस्ती विधानसभा क्षेत्र से चुने गए. उन्हें अरविंद केजरीवाल का करीबी भी कहा जाता है (Satyendar Jain Political Career).
अरविंद केजरीवाल का ये कहना, 'मैं तो नहीं जा रहा हूं' उनके राज्यसभा न जाने की कोई गारंटी नहीं है. कोई बहुत बड़ी मजबूरी नहीं हुई तभी वो इरादे पर कायम रह सकते हैं. अगर केजरीवाल नहीं तो मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के बाद ही किसी और का नंबर आता है.
सीबीआई ने सत्येंद्र कुमार जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 13(2) के साथ 13(1)(ई) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि सत्येंद्र कुमार जैन ने दिल्ली सरकार में मंत्री रहते हुए 14 फरवरी 2015 से 31 मई 2017 के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी.
आप नेता सत्येंद्र जैन से जुड़ी 7.44 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच. आय से अधिक संपत्ति मामले में ईडी का एक्शन. ईडी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन से जुड़ी कंपनियों की 7.44 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच कर ली है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से जुड़ी कंपनियों की ₹7,75,00,000 की संपत्ति अटैच की है. यह कार्रवाई पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत की गई है. ईडी की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर के आधार पर शुरू हुई थी. सीबीआई ने आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार में मंत्री रहते हुए, उन्होंने फरवरी 2015 से मई 2017 के बीच अपनी आय से अधिक संपत्ति अर्जित की.
ईडी ने आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के 13 ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई स्वास्थ्य ढांचे से जुड़े 5,590 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से जुड़ी है. एसीबी ने जून में और ईडी ने जुलाई में केस दर्ज किया था. आरोप है कि 2018-19 में मंजूर 24 अस्पताल परियोजनाओं में भारी अनियमितताएं और फंड की हेराफेरी हुई.
ED ने AAP नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के 13 ठिकानों पर छापा मारा. 5,590 करोड़ के हॉस्पिटल कंस्ट्रक्शन स्कैम की जांच जारी है.
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पंजाब के लगातार दौरे करने लगे हैं. गुजरात उनका अगला पसंदीदा ठिकाना लगता है. क्या यह दिल्ली की हार का असर है या पर्दे के पीछे कुछ और ही खेल चल रहा है?
सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार केस में CBI की क्लोजर रिपोर्ट, असल में, अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ी राजनीतिक राहत है. सात साल चली जांच के बाद सीबीआई ने कहा कि उसके पास जैन के खिलाफ सबूत नहीं हैं. हालांकि, उन पर और भी केस लंबित है, जिन पर न्यायिक कार्यवाही चलती रहेगी.
सत्येंद्र जैन को बड़ी राहत मिली है. साल 2018 में पीडब्ल्यूडी में क्रिएटिव टीम की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ी सीबीआई जांच में कोर्ट ने क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार कर ली है. अदालत ने कहा कि जांच में कोई आपराधिक गतिविधि या सरकार को नुकसान साबित नहीं हुआ. आम आदमी पार्टी ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया है.
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन को सोमवार को एक बड़ी राहत मिली. स्पेशल कोर्ट ने उनके खिलाफ सीबीआई की तरफ से दर्ज 2018 के एक केस में क्लोज़र रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है.
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि पेश किए गए तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर यह स्पष्ट है कि न तो कोई आपराधिक साजिश सामने आई है और न ही किसी प्रकार का भ्रष्टाचार या सरकारी धन का दुरुपयोग साबित हुआ है. कोर्ट ने यह भी साफ किया कि जो भी आरोप लगाए गए थे, वे सिर्फ प्रशासनिक स्तर की प्रक्रियात्मक अनियमितताएं लगती हैं, जिनमें कोई आपराधिक इरादा नहीं दिखता.
ईडी ने अस्पताल निर्माण घोटाला, CCTV घोटाला और शेल्टर होम (DUSIB) घोटाला से संबंधित ECIR (Enforcement Case Information Report) फाइल कर ली है. सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं को समन भेजे जा सकते हैं.
ED ने 3 जुलाई 2024 को दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई और हैदराबाद में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. ये कार्रवाई दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) घोटाले से जुड़ी हुई थी.
दिल्ली सरकार की एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि 2018–19 में मंजूर 5,590 करोड़ रुपये के स्वास्थ्य परियोजनाओं में भारी घोटाला हुआ. एफआईआर में निजी कंपनियों और अज्ञात अधिकारियों को भी नामजद किया गया है.
अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाने से इनकार ही इकरार का इशारा करता है. संजीव अरोड़ा के चुनाव जीत जाने से ये केजरीवाल के राज्यसभा जाने का रास्ता ही साफ नहीं हुआ है, उनका जाना भी पक्का लगता है - और केजरीवाल की राजनीति का ट्रैक रिकॉर्ड ही सबसे बड़ा सबूत है.
इस जांच की मंजूरी दिल्ली के राज्यपाल वीके सक्सेना ने 6 मई 2025 को दी, जो वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष और तत्कालीन विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता द्वारा 22 अगस्त 2024 को दी गई शिकायत की जांच के बाद हुई है. शिकायत में स्वास्थ्य विभाग में व्यापक भ्रष्टाचार, पूर्व मंत्रियों की मिलीभगत और अस्पताल परियोजनाओं में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है.
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीम 37 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. टीमें डॉक्यूमेंट्स, वित्तीय रिकॉर्ड्स और डिजिटल सबूतों की तलाश कर रही हैं, ताकि पैसे के कथित हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं की जांच की जा सके.
दिल्ली के पूर्व PWD मंत्री और AAP नेता सत्येंद्र जैन से 2000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने शुक्रवार को लंबी पूछताछ की. यह मामला बीजेपी नेताओं द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम निर्माण में गड़बड़ी के आरोपों के बाद शुरू हुआ. आरोप हैं कि निर्माण की लागत को बढ़ाकर नियमों का उल्लंघन किया गया और निजी आर्किटेक्ट को अनुचित भुगतान किया गया.
दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो ने कथित क्लासरूम निर्माण घोटाले के संबंध में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को समन जारी किया है. यह मामला दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण में वित्तीय अनियमितताओं और प्रक्रियात्मक चूकों से जुड़ा है, जिसमें आरोप है कि अनुमानित लागत से काफी अधिक खर्च किया गया.
ACB ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 12,748 क्लास रूम के निर्माण में अनियमितताओं और लागत में कथित बढ़ोतरी के मामले में अपनी जांच तेज कर दी है. इसी बीच मामले में पूछताछ के लिए एसीबी ने मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को समन जारी किया है.
ACB ने बुधवार को एक अधिकारी ने बताया कि 2000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से जुड़े मामले में एंटी-करप्शन ब्रांच (ACB) ने दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. ACB ने दावा किया कि ये प्रोजेक्ट में काम करने के लिए कथित तौर पर AAP से जुड़ी फर्मों को ठेके दिए गए थे और वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए अनुमोदित मूल वित्तीय योजनाओं से हटने के कारण लागत में भारी वृद्धि हुई थी.