राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) एक राजनीतिक पार्टी है जिसका गठन सांसद पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में अक्टूबर 2021 में किया गया था. यह पहले एकीकृत लोक जनशक्ति पार्टी का हिस्सा था, लेकिन अब यह दो दलों में विभाजित हो गया है जिसमें दूसरा गुट लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) बना. गुट के बाद, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पशुपति पारस) एनडीए का हिस्सा बन गई.
पार्टी ने 2022 मणिपुर विधान सभा चुनाव लड़ा लेकिन कोई भी सीट जीतने में असफल रही.
2022 में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार भूषण राय ने वैशाली से एमएलसी सीट जीती.
राम विलास पासवान कोटे के मंत्रियों की सूची सामने आई है जिसमें एलजेपी के बखरी से संजय कुमार और महुआ से संजय सिंह दोनों विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे. पार्टी की तरफ से आधिकारिक चिट्ठी के जरिए इन नामों पर सहमति बनी है. पार्टी ने उन विधायकों का चयन किया जो अपनी-अपनी सीटों पर चुनौती के बावजूद जीत हासिल कर सके.
बिहार में राज्य चुनाव रुझानों में NDA ने ऐतिहासिक बढ़त बना ली है जो लगभग 206 सीटों के आस-पास है. यह पहले के चुनाव, खासकर 2010 के आंकड़ों से मेल खाता है जहां NDA ने बड़ी जीत हासिल की थी. वर्तमान रुझान यह संकेत देते हैं कि NDA आगामी परिणामों में भी मजबूती से विजयी होकर पंद्रह साल पहले की जीत दोहरा सकता है.
बिहार चुनाव के नतीजे के रुझानों में एनडीए को बंपर बहुमत मिलता दिख रहा है. जहां एनडीए दो तिहाई से भी ज्यादा बहुमत से आगे है. बिहार में एनडीए की सुनाई आती दिख दिख रही है. इससे संदेश साफ हो ता दिख रहा है कि बिहार की जनता ने एक बार फिर मोदी नीतीश के डबल इंजन सरकार पर अपना भरोसा दिखाया है.
एक्सिस माई इंडिया में बिहार इलेक्शन में राम विलास पासवान के पार्टी एलजेपी को इस बार ग्यारह से सोलह सीटें मिलने की संभावना है जो 2005 के बाद पहली बार इतनी अधिक संख्या होगी. इस चुनाव में एलजेपी ने लगभग आधा प्रतिशत वोट प्रतिशत पाया है, जो पार्टी के लिए एक बड़ा परिवर्तन है.
बिहार चुनाव में एनडीए में एक्सिस माइ इंडिया सर्वे के अनुसार पिछली बार की तुलना में भाजपा को 50 से 56 सीटें मिल सकती हैं. वहीं JDU को 56 से 62 सीटें मिल सकती हैं. कुशवाहा की पार्टी को दो से चार, मांझी जी की पार्टी को दो से तीन सीटें, जबकि LJP(R) को ग्यारह से सोलह सीटें मिलने की उम्मीद है.
गृह मंत्री अमित शाह के समस्तीपुर दौरे के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है, जहां उन्होंने एक इंडस्ट्रियल सेंटर बनाने की घोषणा की. लोक जनशक्ति पार्टी की नेता और समस्तीपुर से उम्मीदवार शांभवी चौधरी ने कहा कि, 'इस बार जो हम लोग वादा किए थे कि 225 सीट हम लोग विधानसभा में पार करेंगे, वो सपना पूरा होने जा रहे है.'
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनता दल और लालू यादव के परिवार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने RJD के M-Y (मुस्लिम-यादव) समीकरण पर तंज कसते हुए कहा, 'जब आप यादवों की बात करते है तो पूरा यादव सिर्फ एक परिवार में सीमित होकर रह जाता है. इनको कोई दूसरा यादव नहीं दिखता.'
बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर जेडीयू और चिराग पासवान की LJP (R) के बीच सीटों पर खटपट जारी है. वहीं, अब उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी ने गठबंधन की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
बिहार में एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है बीजेपी, जेडीयू, चिराग पासवान की LJP (R), जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के बीच सीटों की संख्या तो तय हो गई है, लेकिन कौन सी पार्टी किस सीट पर लड़ेगी, इस पर विवाद गहरा गया है, जिसके चलते शाम को होने वाली एनडीए की प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया है.
बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच केवल 12,000 वोटों का अंतर था. एनडीए में भाजपा, जेडीयू, एलजेएपी, एचएएम और आरएलएम शामिल हैं. विश्लेषण बताता है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की विभिन्न पार्टियों की चुनावी ताकत उनके प्रदर्शन से मेल नहीं खाती.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार में एक रैली के दौरान दावा किया कि उन्हें बम से उड़ाने की साजिश रची गई है. उन्होंने विरोधियों पर बार-बार उन्हें तोड़ने की कोशिश का आरोप लगाया. यह बयान एक सोशल मीडिया यूजर द्वारा दी गई धमकी से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसकी FIR साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है.
चिराग पासवान ने आरा की शाहबाद में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की ओर से आयोजित नवसंकल्प महासभा से अपने चुनावी अभियान का आगाज करते हुए कहा कि कुछ लोग सोचते थे कि पार्टी टूटने के बाद चिराग टूट जाएगा, लेकिन मैं झुकने वाला नहीं हूं. उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हैं, जिस पर उन्होंने कहा कि अगर वे चुनाव लड़ेंगे तो इसका उद्देश्य अपनी पार्टी के स्ट्राइक रेट को मजबूत करना और गठबंधन को मजबूती देना होगा. देखें...
विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने संकेत दिए हैं कि वो आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी है और चुनाव लड़ने के पीछे की वजहों का खुलासा किया है.
पशुपति पारस ने बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है. उनका अब महागठबंधन में शामिल होना तय माना जा रहा है. पशुपति के पाला बदल से बिहार की सियासत में कितना फर्क पड़ेगा?
आजतक पर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन बिहार में 225 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाएगा. पासवान ने एनडीए के पांच दलों के गठबंधन को 'विनिंग कॉम्बिनेशन' बताया. देखें Video.
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग जोर पकड़ रही है. NDA के सहयोगी दलों ने भी इसका समर्थन किया है. JDU, जीतन राम मांझी की HAM और चिराग पासवान की LJP ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है. नेताओं का कहना है कि बिहार के पास संसाधनों की कमी है और इसके विकास के लिए ये जरूरी है.
पशुपति कुमार पारस का NDA छोड़ना कहीं से भी राजनीतिक निर्णय नहीं लगता, बल्कि वो भावनाओं में बह गये लगते हैं. बीजेपी ही नहीं, चिराग पासवान का भी वो शायद ही कुछ खास नुकसान कर पायें - बल्कि खुद उनके बिहार का शिवपाल यादव बन कर रह जाने का खतरा पैदा हो गया है.