केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को बिहार के मुंगेर जिले में एक रैली के दौरान सनसनीख़ेज दावा करते हुए कहा कि उनके विरोधियों ने उन्हें "बम से उड़ाने" की साजिश रची है. चिराग ने अपने भाषण में कहा कि उन्हें तोड़ने की कोशिशें पहले भी होती रही हैं, लेकन अब विरोधी इस स्तर तक पहुंच चुके हैं.
चिराग ने बिना किसी का नाम लिए अपने चाचा पशुपति कुमार पारस और राजद (RJD) पर निशाना साधा, जो अब एक ही राजनीतिक गठबंधन में हैं. उन्होंने कहा, "बहुत से लोग ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के नारे से परेशान हैं. यह नारा उनके जातिवादी राजनीति की जड़ों को हिला देता है. जब ये सत्ता में थे, तो राज्य को गरीबी और पिछड़ेपन में धकेल दिया. अब फिर से झूठे वादों से जनता को बहकाने की कोशिश की जा रही है."
यह भी पढ़ें: 'हर दिन मर्डर...' अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या के बाद अपनी ही सरकार पर बिफरे चिराग
चिराग पासवान ने खुद को बताया "शेर का बेटा"
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
हाजीपुर से सांसद चिराग ने अपने राजनीतिक संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी टूटने के बाद उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया और उन्हें सड़क पर छोड़ दिया गया, लेकिन, "कुछ भी चिराग पासवान को तोड़ नहीं सका." उन्होंने खुद को "शेर का बेटा" बताया और कहा कि उन्हें डराना नामुमकिन है.
चिराग के अनुसार, उनके खिलाफ एक 'नई साजिश' रची गई है. उन्होंने कहा, "अब ये लोग मुझे बम से उड़ाने की योजना बना रहे हैं." जब उनकी पार्टी के सदस्यों से इस दावे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यह बयान हाल ही में सोशल मीडिया पर धमकी देने वाले एक इंस्टाग्राम यूज़र के खिलाफ दर्ज FIR से जुड़ा हो सकता है.
यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को मिली जान से मारने की धमकी, कहा - 20 जुलाई तक बम से उड़ा देंगे
साइबर पुलिस स्टेशन में धमकी के खिलाफ दर्ज कराई गई FIR
यह FIR पटना के साइबर पुलिस स्टेशन में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश कुमार भट्ट ने दर्ज कराई थी. इसमें बताया गया था कि चिराग की बढ़ती लोकप्रियता से डरे कुछ लोग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. हालांकि FIR में किसी पार्टी या व्यक्ति का नाम नहीं था, लेकिन पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल्स पर आरोप लगाया गया कि वह इंस्टाग्राम यूजर "राजद समर्थक" है.
गौरतलब है कि, पशुपति पारस ने 2021 में चिराग से अलग होकर नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी बनाई थी, जिसे चुनाव आयोग ने अलग पहचान दी है.