रामबन (Ramban), भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर का एक छोटा नगर है, जो चेनाब नदी के किनारे स्थित है. यह नगर जम्मू और श्रीनगर के बीच लगभग मध्य में स्थित है और राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH-44) पर होने के कारण एक प्रमुख पड़ाव के रूप में जाना जाता है.
रामबन की भौगोलिक स्थिति इसे विशेष बनाती है. यह चारों ओर से हरे-भरे पहाड़ों और गहरी घाटियों से घिरा हुआ है. यहां का शांत वातावरण और ठंडी जलवायु पर्यटकों को आकर्षित करती है. चेनाब नदी की कलकल धारा और चारों ओर फैली हरियाली इसे एक सुरम्य स्थल बनाती है.
रामबन का इतिहास काफी रोचक है. पुराने समय में यह एक छोटा सा गांव था जिसे "नाशरी" के नाम से जाना जाता था. डोगरा शासन के दौरान जब जम्मू और श्रीनगर के बीच सड़क बनाई गई, तब रामबन एक अहम पड़ाव के रूप में उभरा. धीरे-धीरे यह गांव एक नगर में परिवर्तित हो गया और जिला मुख्यालय बना.
रामबन की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि, व्यापार और पर्यटन पर आधारित है. यहां के लोग मेहनती और आतिथ्यप्रिय होते हैं. सेब, मक्की, और बाजरे की खेती प्रमुख है. साथ ही, यहां के छोटे व्यवसाय और सड़क किनारे के ढाबे पर्यटकों को गर्मजोशी से सेवा दी जाती है.
यहां स्थित पर्यटन स्थलों में संजमुखी टॉप, गूल और चेनाब के किनारे बसा संगलदान और चंदरकोट प्रमुख है.
रामबन अच्छी सड़क व्यवस्था के कारण जम्मू और श्रीनगर दोनों से जुड़ा हुआ है. नजदीकी हवाई अड्डा जम्मू है, जो यहां से लगभग 130 किलोमीटर दूर है.
जम्मू कश्मीर के रामबन के राजगढ़ क्षेत्र में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई है. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है और चार लोगों के लापता होने की खबर है, जिनका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है. स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ में बादल फटने और भारी बारिश से फ्लैश फ्लड आ गया. इस आपदा में 4 लोगों की मौत हुई है और 4 लोग लापता हैं. कई मकान बह गए, जबकि राहत-बचाव कार्य जारी है. वहीं रियासी में भी भूस्खलन की घटना सामने आई है
रामबन में अमरनाथ यात्रा के दौरान पांच बसों के आपस में टकराने से बड़ा हादसा टल गया. शनिवार सुबह चंदरकोट इलाके में एक बस के ब्रेक फेल होने से नियंत्रण खो गया और वह सामने खड़ी चार बसों से टकरा गई. हादसे में 36 यात्री हल्की चोटें लेकर घायल हुए, कोई गंभीर नहीं.
रामबन के पास बगलिहार डैम के गेट बंद होने के बाद चेनाब नदी का पानी काफी घट गया है, जिससे नदी के पत्थर दिखने लगे हैं. यह पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि के निलंबन के बाद के घटनाक्रम से जुड़ा है. एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, "इसको देख के तो हम लोग काफी डर जाते हैं." देखें...
सेरी रामबन के ऊपरी इलाकों में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई. एनएच-44 पर भूस्खलन के कारण हाईवे बंद हो गया. रामबन में बादल फटने सें बंद हुए एनएच 44 को दोबारा खोलने के लिए तेजी से काम चल रहा है. यातायात को लेकर पुलिस का अलर्ट है. देखें 100 बड़ी खबरें.
रामबन में बादल फटने से कम से कम 10 गांवों को नुकसान पहुंचा है. उधमपुर ज़िला सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ, जहां कई पेड़ उखड़ गए, जिससे ट्रैफिक की समस्या पैदा हो गई. इलाके में कई सड़कें ब्लॉक हो गईं और बड़े पैमाने पर बिजली गुल होने की ख़बरें हैं.
जम्मू और कश्मीर के रामबन में फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड के बाद हालात अब भी खराब हैं. इस बीच रामबन में आपदा पीड़ितों ने राहत में सुस्ती से नाराज होकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का घेराव किया और नारेबाजी की. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सड़क को दोबारा जोड़ने की प्राइऑरटी है. देखें ब्रेकिंग न्यूज.
जम्मू कश्मीर के रामबन में लैंडस्लाइड प्रभावित इलाके का दौरा करने गए मुख्यमंत्री को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. दो दिन पहले हुए लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड से घर और कारोबार तबाह होने से नाराज़ लोगों ने उनका घेराव किया और नारेबाज़ी की.
जम्मू कश्मीर के रामबन में भूस्खलन और बाढ़ से तबाही के बाद तीसरे दिन भी स्थिति गंभीर बनी हुई है. राहत कार्यों में कथित सुस्ती के खिलाफ गुस्साए लोगों ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का उनके दौरे के दौरान घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता जानें बचाना थी और अब सड़क संपर्क बहाल करना है,
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि के बाद भयंकर भूस्खलन ने सबकुछ तबाह कर दिया है. लोगों ने जो घर सालों में बनाए थे वो एक ही रात में मलबे में दफन हो गए. कई गाड़ियां दब गई, सड़के टूट गईं. देखिए अब कैसे हैं हालात.
रामबन पहुंचे मुख्यमुंत्री उमर अब्दुल्ला की गाड़ी का स्थानीय लोगों ने घेराव किया और नारेबाजी की. उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में देरी पर अपनी नाराजगी जताई. उमर अब्दुल्ला अपनी गाड़ी रोककर बाहर निकले और नाराज लोगों की समस्याएं सुनीं. उन्होंने लोगों को शांत कराया और उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया.
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के धरमकुंड और सेरी गांव में बादल फटने के बाद भारी तबाही मची है. धरमकुंड में भारी बारिश और मलबे के कारण एक होटल बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिसमें कई गाड़ियां दब गईं. हादसे में फंसे यात्रियों ने अपनी आपबीती सुनाई कि कैसे वे जान बचाकर भागे.
जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश के कारण भीषण भूस्खलन हुआ है. इस भूस्खलन ने सालों में बने घरों और गाड़ियों को मलबे में दबा दिया, जिससे भारी तबाही हुई है. प्रभावित इलाकों में सड़कें पूरी तरह बंद हैं, मलबा हटाने का काम जारी है और स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया गया है. रामबन के अलावा किश्तवाड़ और डोडा जिले भी भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं.
जम्मू कश्मीर के रामबन में हुई आपदा पर भाजपा नेता सुनील शर्मा ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. शर्मा ने कहा कि एसडीआरएफ के तहत मिलने वाली राहत राशि पर्याप्त नहीं है और मांग की कि अगर यह राष्ट्रीय आपदा के मानकों में नहीं आता है, तो प्रभावितों के पुनर्वास के लिए एक विशेष पैकेज दिया जाए. देखें...
रामबन में आई विनाशकारी फ्लैश फ्लड और भूस्खलन ने जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे (NH-44) को बुरी तरह तबाह कर दिया है, जिससे घाटी का संपर्क देश के बाकी हिस्सों से कट गया है. हजारों यात्री, पर्यटक और स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जबकि हवाई किराए आसमान छू रहे हैं, जिससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. देखें...
जम्मू कश्मीर के रामबन में बादल फटने से भारी तबाही मची है. अचानक आए सैलाब और लैंडस्लाइड के कारण अब तक तीन लोगों की मौत की खबर है, जबकि 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया है. आधी रात को हुई इस घटना में फ्लैश फ्लड के कारण कई घर, दुकानें, होटल और गाड़ियां मलबे में दब गईं, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. देखें...
जम्मू के रामबन जिले में प्राकृतिक आपदा ने भारी तबाही मचाई है, जिससे कनेक्टिविटी बुरी तरह प्रभावित हुई है और कई घर-कारोबार तबाह हो गए हैं. स्थानीय विधायक के अनुसार, पहाड़ी इलाकों में कई जगह बादल फटने जैसी घटनाओं से भारी नुकसान हुआ है और इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की गई है. देखें...
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश और बादल फटने की वजह से एक भयानक त्रासदी सामने आई है. फ्लैश फ्लड्स में यहां तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं. सैलाब से मची तबाही के बाद अब मंजर कैसा है.
जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. रामबन में फ्लैश फ्लड से तीन लोगों की जान चली गई और 100 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है. किश्तवाड़ में पूरा पहाड़ दरक गया है. हाईवे बंद करने पड़े हैं और कई गाड़ियां मलबे में फंसी हुई हैं. मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी.
रामबन में फ्लैश फ्लड से ऐसी तबाही आई मानो पूरा शहर ही बाढ़ में फंस गया. हर तरफ पानी है, मलबा है, कीचड़ है. इसमें 30 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है और कई गाड़ियां मलबे में फंसी हैं. जम्मू में आज (21 अप्रैल) भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बारिश, आंधी या धूल भरी आंधी की संभावना है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेरिका के बोस्टन में एक कार्यक्रम में भारतीय चुनाव आयोग (ECI) महाराष्ट्र चुनाव और चुनाव आयोग की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, 'It is very clear to us that the Election Commission is compromised.' देखें 9 बज गए.